बारिश रोज नहीं होती
मुझसे ट्यूशन पढ़ने आने वाली एक लड़की मुझे चाहने लगी थी। कहानी में पढ़िए कि कैसे उसने मुझसे अपने प्रेम का इजहार किया और कैसे हम दोनों ने बारिश वाले दिन सेक्स किया।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मुझसे ट्यूशन पढ़ने आने वाली एक लड़की मुझे चाहने लगी थी। कहानी में पढ़िए कि कैसे उसने मुझसे अपने प्रेम का इजहार किया और कैसे हम दोनों ने बारिश वाले दिन सेक्स किया।
हम दोनों बहनें बीच पर बिकिनी पहन कर पानी में अठखेलियाँ कर रही थी कि वे दोनों नीग्रो दिख गए। हमने उनको स्माइल दी तो वो पास आ गए और शायद हमारी किस्मत आज काले लंड थे।
सुहागरात से अगले दिन भी मेरे ननदोई ने शरारत करने में कमी नहीं रखी। मैं कुढ़ रही थी लेकिन ननदोई जी का डील डौल देख खुद ही चाहती थी कि मैं उसके नीचे लेट जाऊँ!
वहाँ भी चुदाई का एक अलग ही नज़ारा था। वो दोनों बदल बदल कर हम दोनों की चुदाई कर रहे थे और हम दोनों बहनें बस आअह्ह ह्हह्हह ऊओह्ह उम्म… ऐसे बोलकर उनके जोश बढ़ा रही थी।
मैं शाम को 7 बजे दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन में बैठा। एक आंटी ट्रेन में आई.. कुछ देर बाद आंटी ने मुझे अपनी जांघें दिखा कर गर्म किया और टॉयलेट में अपनी चूत चुदवाई.
मैं और मेरी सहकर्मी प्रिया अपनी टीम के साथ पेरिस में विज्ञापन की शूटिंग करने गई। लेकिन हवाई जहाज में ही मुझे अपने बॉस की मंशा पता चल गई जब उसने मुझे छुआ।
मैं मामा के घर गया था। सुबह मामी चाय लाई तो मामी ने मेरा निक्कर में खड़ा लंड देख लिया और आँख मारते हुए चाय देकर मामी किचन में चली गईं। मामी कैसे चुदी… पढ़ें!
मेरी ननद सेक्स में जैसे अपने पति से बर्ताव कर रही थी, लगा कि नमिता के लिये सेक्स केवल एक मजबूरी वाला काम है और उसे निबटाना है। मैंने उसे सेक्स सिखाने की सोची।
मैं अपने मामा के यहाँ रह कर पढ़ता था। मेरे मामा की लड़की दिखने में एकदम कयामत है। मैं उसको घूरता था, उसके नाम से मुठ मारता था। होली के दिन मैंने उसे चोदा।
जीजा घुटने के बल नीचे बैठ कर मुझसे बोला- भाभी, मैं आपके खुले हुस्न का दीदार करना चाहता हूँ, एक बार अपने हुस्न के दीदार करा दो, फिर ये अमित आपका गुलाम हो जायेगा।
मेरे पड़ोस में एक पंजाबी लड़की मेरे से पढ़ने आने लगी। एक दिन मेरे घर में कोई नहीं था, मैं उसके कपड़ों के अन्दर झाँकने लगा। उसने मुझे उसके मम्मों को निहारते हुए पकड़ लिया!
जब तक मेरी शादी नहीं होता तब तक पति-पत्नी की तरह रह नहीं सकते? भरोसा रख.. मैं तेरे लिए दुनिया भर की लड़कियों की लाइन लगा कर तेरे चरणों में रख दूंगी..
नया शहर, नये लोग, नया मकान मालिक... और नोटबंदी... दफ़्तर की एक लड़की से बात की तो उसने मुझसे कहा कि बॉस से बात कर लो। यह बताते हुए वो शरारती अंदाज में मुस्कराई।
मैं अस्पताल जाते हुए लेट हो गई। तब वहाँ खड़े गार्ड को पर्ची के लिए कहा। वो मुझे अपने साथ ले गया। कहानी पढ़ कर देखिए कि बात कैसे बनी और मैं उससे चुद गई।
मेरे बॉस ने मुझे हस्तमैथुन करते हुए देख लिया था। धीरे धीरे हम खुल गए और चूत चुदाई की बातें करने लगे। अब मैं उनक्से अपनी चूत चुदवाना चाहती थी। आखिर वो दिन भी आया।