उसकी चूत चुदाई का कभी सोचा ही न था -1
परीक्षा भवन के बाहर एक लड़की मुझे भा गई. कॉलेज में भी वो लड़की मुझे दिखी और दोस्ती भी हो गई लेकिन उसने आगे कोई भाव नहीं दिया. एक बार एक रंडी को चोदने का मौक़ा मिला.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
परीक्षा भवन के बाहर एक लड़की मुझे भा गई. कॉलेज में भी वो लड़की मुझे दिखी और दोस्ती भी हो गई लेकिन उसने आगे कोई भाव नहीं दिया. एक बार एक रंडी को चोदने का मौक़ा मिला.
मैंने फिर से अपना हाथ उसके कंधे पर रखा.. इसके बाद वो कुछ नहीं बोली.. तो मैंने आगे बढ़ने का सोचा और अपनी उंगलियों से उसकी जुल्फों को सहलाने लगा।
मेरी क्लासमेट मेरी अच्छी दोस्त थी। एक दिन वो अपनी सहेली के साथ मोबाइल पर नंगी विडियो देख रही थी। उसने मुझे भी लैपटॉप पर सनी लियोनी की फ़िल्म दिखाने को कहा।
मैं एक बिज़नसमैन हूँ अपने एक जरूरी काम से दुबई गया था, वहीं मैं एक डिस्को में चला गया। वहाँ एक पाकिस्तानी लड़की मेरे पास आई, अपना नाम शकीरा बताया और डांस के लिए पूछा।
मुझे टयूशन की ज़रूरत महसूस हुई और मैंने ज़िद की कि मुझे भी घर पर टयूटर लगवा दिया जाए। मेरे टयूटर एक स्मार्ट यंग स्टूडेंट थे.. वो दिखने में बहुत शरीफ और मासूम से लगते थे..
सर की नज़रें मेरी तरफ बार-बार उठ रही थीं। जब मुझे अहसास हुआ कि वो मेरी किताब की बजाए मेरे सीने की तरफ देख रहे हैं.. तो मैंने अपने सीने की तरफ देखा.. तो मुझे पता चला कि वो मेरे लगभग नंगे चूचों को देख रहे थे।
मैं और नीचे गया तो उनकी सलवार का नाड़ा मेरे हाथ में आ गया.. मैंने बड़ी सफाई से उसको खोल दिया और अपना हाथ उनकी सलवार में डाल दिया। उनकी चूत पर थोड़े-थोड़े बाल थे..
ट्रेन में भीड़ के कारण मुझे अपनी सहेली के साथ ए सी कोच में बिना टिकट चढ़ना पड़ा. टीटी आया तो उसे पैसे देकर टालने की कोशिश की लेकिन उसकी कामुक नज़र तो हम दोनों की जवानी पर थी.
मेरी मस्त पटाका आइटम क्लासमेट मेरे साथ ही कोचिंग में थी। हमारी दोस्ती प्यार में बदल गई। कहानी में प।धें कि कैसे हमारे बीच चूत चुदाई की शुरुआत हुई।
काफ़ी देर तक चूत को चूसने के बाद अपने मुँह में लेकर मेरे मम्मों को पीने लगा। अब मुझे भी मस्ती सी आ रही थी, वो मेरी चूत में उंगली भी कर रहा था।
दीपक ने मुझे पकड़ लिया और वहीं घास पर पटक दिया और पागलों की तरह चूमने लगा। मैं भी गरम हो गई थी और उसका पूरा साथ दे रही थी। उसने मुझे औंधा किया और मेरी गाण्ड में उंगली करने लगा।
अब मधु बैठ नहीं रही थी क्योंकि उसका तौलिया बहुत ऊपर तक था। वो सोफे के दूसरी तरफ खड़ी रही, मैं सोफे पर बैठा बैठा अपना हाथ बढ़ा कर उसकी चिकनी चूत को सहला रहा था।
मेरी मौसी एक महीने के लिए रहने आई तो मैं उनके सेक्सी बदन पर मर मिटा. एक दिन बाज़ार गए तो मौसी ने ब्रा खरीदी,मैंने मजाक में कह दिया कि मौसी पहन कर तो दिखाओ!
मामा की बेटी मेरे दोस्तों की तरह है। एक बार किसी कार्यक्रम में मामा के घर गया तो हम दोनों आपस में ही बातें करते रहे, रात को एक साथ सोये और हमने आपस में खूब प्यार किया.
मैं ऑफ़िस से घर आया तो वे दोनों नंगे थे। मैंने नीलेश को याद दिलाया कि आज उसकी बीवी आने वाली है, स्टेशन जाना है। हम तीनों रास्ते भर नीलेश की बीवी को अपने चुदाई गैंग में शामिल करने की योजना बनाते गए।