मेरा गुप्त जीवन- 137
चुदाई के दौरान मुझ को लगा कि कम्मो की चूत सिकुड़ और खुल रही थी जैसे दूध धोने की प्रक्रिया कर रही हो, ऐसा पहले उसने कभी नहीं किया था और मुझको लगा कि यह क्रिया उसने अभी कुछ समय पहले ही सीखी होगी।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
चुदाई के दौरान मुझ को लगा कि कम्मो की चूत सिकुड़ और खुल रही थी जैसे दूध धोने की प्रक्रिया कर रही हो, ऐसा पहले उसने कभी नहीं किया था और मुझको लगा कि यह क्रिया उसने अभी कुछ समय पहले ही सीखी होगी।
मौसी के घर मैं छुट्टियाँ बिताने गया तो एक दिन मैं उनके कमरे में गया तो मौसी शीशे के सामने एकदम नंगी खड़ी थी, उनकी पीठ मेरी तरफ थी. मैं देखता रह गया!
मैं मानता हूं कि हमारी सभ्यता और संस्कृति इसके विपरीत है किंतु भारत में भी अब ऐसा कल्चर है जहां पर लोग अपने मनोरंजन के लिए अपनी बीवियां बदल कर चुदाई करते हैं। और हम ऐसा मजबूरी में कर रहे हैं।
बाबू जी मेरे कमरे में आ गए और मेरे पास आकर मुझे छत पर ले गए, बोले- रत्ना मेरी जान.. आज चाँदनी रात है आज यहीं छत पर तुम्हें चोदने का मन हो रहा है।
मैं कालबॉय के रूप में होटल के कमरे में एक ग्राहक भाभी के साथ था. वह मुझे अपने जिस्म से खेलने नहीं दे रही थी. शायद वह मेरे साथ आराम से चुदाई का पूरा मजा लेना चाहती थी.
भाई तुम पूरे बहनचोद हो… रोहन का लंड अभी भी पायल की चूत में ही था जो की कुछ देर बाद सुकड़ कर फ़क की आवाज के साथ बाहर निकल गया। लंड के निकलते ही पायल की चूत से रोहन का वीर्य निकलकर बेड की चादर पर फैलने लगा। करीब पांच मिनट बाद दोनों की […]
हॉट देसी गर्ल की वासना का नजारा मैंने देखा एक शादी में! वो लड़की मेरी बुआ की बेटी थी. मुझे वो बहुत सेक्सी लगी थी तो मैं उस पर नजर रखे हुए थे. एक अंकल से उसका खेल चल रहा था.
अब चूत तो मैंने भी बहुत चटवाई है, मगर हमेशा मर्दों से। किसी औरत से और वो भी अपनी सगी बहन से चूत चटवाने का यह पहला मौका था। वो जैसे सेक्स की भूख से मरी जा रही थी.
लैंड लेडी सेक्स कहानी मेरे नए रूम की तलाकशुदा मकानमालकिन के साथ सेक्स की है. मैं उनकी मदद करता रहता था तो उनसे दोस्ती हो गयी थी. एक दिन उन्होंने मुझे मुठ मारते देखा.
प्रिया पूर्णतः कँवारी थी और मेरे पास ज्यादा टाइम नहीं था, जिंदगी में दोबारा ऐसी रात नहीं आनी थी। मैंने उंगली को प्रिया की योनि में गोल गोल घुमाना शुरू किया।
प्रेषक : राजीव मेरा और आगे नियमित पढ़ने का मन नहीं तो मैंने पारिवारिक व्यवसाय में काम करना शुरू कर दिया और उसके एक साल बाद ही नीतू की शादी हो गई और कुछ सालो बाद मेरी भी शादी हो गई। मैं अपने जीवन में मस्त हो गया और नीतू उसके जीवन में मस्त थी। […]
मकान मालिक मेरे सामने आए और सीधे मेरी स्कर्ट को पकड़ा ऊपर उठाया फिर ना जाने क्या उनके दिमाग में आया सीधे खींच कर नीचे उतार दिया, मैं उनके सामने ऊपर टॉप में जो मेरी नाभि के नीचे तक थी, नीचे सिर्फ पैंटी में मुझे खुद शर्म आने लगी.
अखाड़े में पहुंचकर रवि ने अपना लंगोट बांधा और उस सेक्सी पहलवान मर्द को देखकर मेरी आह निकल गई. मुझे नहीं पता था कि मैं इतना किस्मत वाला हूं कि ऐसे मर्द के दिल में जगह बनाने में कामयाब हो पाया हूं.
विजय पण्डित उसकी बड़ी बड़ी आँखें धीरे से खुली और सिसकते हुये बोली- मत देखो मुझे, आह्ह्ह्ह … मैं चुद रही हूँ … आ जाओ, हम एक हो जायें ! हां जानू, देखो तो तुम कितनी हसीन लग रही हो…! राजा, तुम भी कितने मोहक लग रहे हो… मैं मर जाऊँ तुम पर … हाय […]
मैंने अपने एक एक्स बॉयफ्रेंड पर भरोसा किया था. मगर साले ने मुझे एक अच्छी भली शरीफ घरेलू औरत से एक रंडी का लेबल मेरे माथे पर लगा दिया।