आफरीन की मस्त चुदाई-1
मेरे ऑफिस की एक लड़की का नाम था आफरीन! मैं उसकी सादगी का दीवाना हो गया था। मैंने उसे पटाने की कोशिश शुरु कर दी। कहानी पढ़ कर देखिए कि मेरी कोशिश क्या रंग लाई।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरे ऑफिस की एक लड़की का नाम था आफरीन! मैं उसकी सादगी का दीवाना हो गया था। मैंने उसे पटाने की कोशिश शुरु कर दी। कहानी पढ़ कर देखिए कि मेरी कोशिश क्या रंग लाई।
लेखक : लीलाधर धीरे-धीरे यह बात हमारी रतिक्रिया के प्रसंगों में रिसने लगी। मुझे चूमते हुए कहते, सोचो कि कोई दूसरा चूम रहा है। मेरे स्तनों, योनिप्रदेश से खेलते मुझे दूसरे पुरुष का ख्याल कराते। उस अनय नामक किसी दूसरी के पति का नाम लेते, जिससे इनका चिट्ठी संदेश वगैरह का लेना देना चल रहा […]
मैंने अपनी दोनों बहनों को अब तक अलग-अलग चोदा था। इस घटना क्रम में मैं अपनी दोनों सगी बहनों को एक साथ चोदूँगा. एक बहन घर में ही है, दूसरी ट्रेन से आ रही है.
मेरा भाई अपने दोस्तों के साथ नैनीताल घूमने गया तो उसकी दोस्ती उन्हीं के होटल में रुकी हुई दो लड़कियों से हो गयी और साथ ही घूमने गए. उसके बाद क्या हुआ?
प्रेषक : दीपक चौधरी आप सभी लोगों को खड़े लण्ड से प्रणाम। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। यहाँ कहानियाँ पढ़ने के बाद मुझे लगा कि मुझे भी अपनी यौन-क्रीड़ा के बारे में आपको बताना चाहिए, जिसे पढ़ते हुए लड़के मुठ मारने लगेंगे और लड़कियों, भाभियों और आन्टियों को लण्ड की प्यास लग जाएगी। पहले […]
मेरी सौतेली माँ फोन पर अपने यार से कह रही थी कि वो चुदाई के लिए तड़फती रहती है। यह सुन मेरे मन में अपनी माँ की चूत चोदने का ख्याल आया। वो कैसे चुदी?
मेरी सेक्सी कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरे एक सहकर्मी ने मुझे बॉस से गांड चुदाई करते देख लिया था. बात को दबाने के लिए मैंने उससे दोस्ती कर ली. वो मेरी तारीफ़ करने लगा और मैं भी सोच रही थी कि उसके लंड का मजा भी ले ही लूं.
मैं अहमदाबाद में जॉब करता हूँ. मुझे चुत चोदने का मन कर रहा था, लेकिन कोई चुत नहीं मिल रही थी. मेरे दोस्त ने मुझे एक नम्बर दिया, कहा कि रण्डी की चूत चोदनी है तो काल कर लेना!
इंदौर की एक बुलबुल मीनू ने मेरी कहानी पढ़ कर मेल किया, हमारी दोस्ती हो गई और एक दिन मैंने उसके साथ विडियो सेक्स चेट की, फिर मैंने उसे आगरा आने का निमन्त्रण दिया।
मैंने मायके से अपने ससुराल आना था तो मेरे भी ने मुझे अपनी पहचान वाले के ट्रक में बिठा दिया कि ये आराम से मुझे घर तक छोड़ देगा. मगर रास्ते में क्या हुआ?
मैं अपने मामा के घर गया था, एक सुबह मेरा उस्ताद अपनी मस्ती में खड़ा था, मैं नींद में उसे मसल रहा था। मुझे पता नहीं था कि मेरे मामा के बेटे की पत्नी यानि भाभी वहीं बाजू में खड़ी खड़ी मेरी हरकतें देख रही थी.
चाचा का उपहार-1 तभी चाचा ने दरवाज़ा खटखटाया तो चाची एकदम मुझसे अलग होकर खड़ी हो गई। चाचा आकर हमारे पास बैठ गया और बोला- बेटा राज… हमारे माल पर ही हाथ साफ़ करने का इरादा है क्या…? यह मत भूलो बेटा कि यह तुम्हारी चाची है.. मैं वहाँ और देर नहीं बैठ सका। चाचा […]
कॉलेज था इसलिए हमारे अन्दर डर बना हुआ था कि कहीं कोई आ न जाये और हम पकड़े ना जाएँ। पर दोस्तो, जब सेक्स की भूख लगती है तो इन्सान को कुछ भी नहीं दीखता और उस वक़्त सिर्फ सेक्स और सिर्फ सेक्स ही हमारे दिमाग में चल रहा था
जॉब की तलाश में मैं दिल्ली शहर में कमरा लेकर रहने लगा. मेरे साथ ठगी हो गई लेकिन जॉब नहीं मिली. मैंने दूसरा रास्ता अपनाया तो पैसे के साथ चूत भी मिली.
हेलो दोस्तो, मैं मोहित, आपको तहे दिल से और सभी कन्याओं और लड़कियों को लंड खड़ा करके नमस्कार करता हूँ। मेरी पिछली कहानी ‘जेब में सांप-1‘ जेब में सांप-2 पढ़ कर आप सभी ने मझे बहुत प्यार दिया, इसके लिए धन्यवाद। मेरी कहानी जन अन्तरवासना पर आई तो उसके बाद मेरे पास बहुत से मेल […]