अनजानी और प्यासी दिव्या-1
स्लीपर बस में रात में मेरी नजर एक हसीं कली पर पड़ी, वो मुझे ही देख रही थी मेरे लंड ने हलचल शुरू कर दी। कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने एक अनजानी को जानी पहचानी बनाया!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
स्लीपर बस में रात में मेरी नजर एक हसीं कली पर पड़ी, वो मुझे ही देख रही थी मेरे लंड ने हलचल शुरू कर दी। कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने एक अनजानी को जानी पहचानी बनाया!
मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। कहानियाँ पढ़कर कई बार दिल हुआ अपनी आप बीती सुनाने का लेकिन आज मौका मिला तो आपको अपनी एक सच्ची कहानी बताऊँगा। मैं इलाहाबाद का रहने वाला हूँ। मेरा नाम आरुष है। ये वाकया तब का है जब मेरे बी ए के इम्तिहान होने वाले थे। मैं उस समय […]
मुझे सेक्स का कोई अनुभव नहीं था, मेरा जीवन तो जैसे सूखा रेगिस्थान जैसा था। जब जवान हुआ तो मेरा लण्ड कुलांचे भरने लगा था। पर बस यदि लण्ड ने ज्यादा मारा तो मुठ मार लिया। कभी कभी तो मैं दो पलंगो के बीच में जगह करके उसमें लण्ड फ़ंसा कर चोदता था… मजा तो […]
मैं एकदम सील पैक माल हूँ, पर चुदने की ललक लगी हुई है फिर भी अभी मैं अपनी बुर को लंड के दर्शन नहीं कराना चाहती थी. मुझे तो वैसे भी कोई ऐसा तरीका चाहिए था.. जिससे मेरी आग भी बुझ जाए. लौड़ा भी कुछ वक़्त मेरी लाडो यानि बुर से दूर रहे. मेरी मम्मी की सहेली की बेटी मेरे काम आई, हमने लेस्बियन सेक्स करके अपनी कामवासना पर कुछ काबू पाया.
इंडियन फैमिली सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपने मामा के दो बेटों को अपनी दो फुफेरी बहनों की चूत दिलाकर उनको पहली बार चुदाई का मजा दिलाया.
तभी आंटी ने आपनी गाण्ड उठा दी, मेरे लिए तो जैसे जन्नत का रास्ता खुल गया था, मैं आंटी की गाण्ड में उंगली देने लगा और आंटी अपनी गाण्ड दबवाने के साथ मेरा लौड़े को भी दबाने लगीं।
कजिन सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं अपनी मौसी की बेटी को लेकर अपनी बुआ का घर गया तो हम दोनों ने बुआ के बेटे और बेटियों के साथ कैसे सेक्स के मजे लिए.
मैं बहुत थक गयी थी और वीकेंड पर रिलेक्स होना चाह रही थी. मेरे पेरेंट्स की गैरमौजूदगी में मैं एक पब में गयी और मुझे मेरे तनाव को दूर करने का एक खूबसूरत साधन मिल गया.
प्रेषक : मेरा नाम रोहित है, मैं जयपुर में रहता हूँ। मैं दिखने में सामान्य हूँ। हर लड़की को देख कर उसे चोदने का मन करता है मेरा। मुझे एक लड़की पसंद थी लेकिन मैं कभी उसे कह नहीं पाया। अब काम की बात हो जाए ! मुझे अपने पड़ोस में एक लड़की पसंद है। […]
विक्की कुमार जैसे ही कामना मेरी बाहों में आई तब मुझे आभास हुआ कि हम दोनों के मध्य दो विशाल पहाड़ टकरा रहे हों, अहा ! तो ये कामना के वक्ष थे जो शोले से दहक रहे थे, ऐसा लग रहा था जैसे उनमें से आग की लपटें निकल रही थी, जो मेरे बदन को […]
काजल की हालत ऐसी हो चुकी थी, बाल कहीं जा रहे थे, आंखों का काजल भी फैल गया, होंटों से पानी बाहर आ चुका और आंखें बन्द। इसके अलावा चूत की जड़ तक जाते झटकों से अब काजल का सर भी पीछे दीवार से टकराने लगा था।
Bahan Ke Sath Prem-leela-7 प्रिया- साजन भाई ने नहाने के बाद वही लोअर पहना हुआ था जो उन्होंने रात को सोते समय पहना था और शायद उन्होंने अब भी लोअर के नीचे भी कुछ नहीं पहना था इसलिए तो मुझे उनके लोअर में उनका लण्ड अंगड़ाई लेता हुआ दिखा दे रहा था। मैं भाई को […]
सविता भाभी अपने लिए ब्रा पैंटी खरीदने के लिए निकलती हैं। शो रूम पर सविता भाभी ने देखा कि सेल्समेन वही है जो घर पर ब्रा बेचने आया था और उनकी चूत चोद कर चला गया था।
कुट्टी सर के साथ मस्ती करके दिल्ली से वापिस आने के चार पाँच महीने बाद मैं एक घर में पेईंग गैस्ट रहने लगी थी तो वहाँ मेरी हमउम्र लड़की रचना मेरे साथ मेरे कमरे में मेरे साथ थी। रचना बनारस से था और वह भी एक दफ़्तर में काम करती थी, वो मेरी अच्छी सहेली […]
अन्तर्वासना से मेरी दोस्त बनी एक लड़की को मैंने अपने भाई की शादी में बुलाया। उसने ऐसा जुगाड़ बिठाया कि मेरे भाई और मेरी सुहागरात उसके साथ एक ही रात में मनी।