पुणे वाली मेरी सहेलियाँ
लेखक : अनुज पटियाला मैं पूना में पढ़ता था तब की यह कहानी है। मैंने एक फ़्लैट किराये पर लिया था। हमारे घर मालिक अरुण पी दामलेजी खुद के ऊपर के मंज़िल वाले फ़्लैट में रहते थे। उनकी दो बेटियाँ शर्वरी और शलाका बहुत ही खूबसूरत थी। दोनों में केवल एक साल का अंतर था। […]