तीन पत्ती गुलाब-13
पता नहीं उसने अपने प्रथम शारीरिक मिलन को लेकर कितने हसीन ख्वाब देखे होंगे? क्या वो इतनी जल्दबाजी में पूरे हो पाते? सम्भोग या चुदाई तो प्रेम की अंतिम अभिव्यक्ति है.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
पता नहीं उसने अपने प्रथम शारीरिक मिलन को लेकर कितने हसीन ख्वाब देखे होंगे? क्या वो इतनी जल्दबाजी में पूरे हो पाते? सम्भोग या चुदाई तो प्रेम की अंतिम अभिव्यक्ति है.
निखिल नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम निखिल है। मैं मुम्बई का रहने वाला हूँ और मेरे बड़े भाई बंगलौर में एक सॉफ्टवेयर कम्पनी में कार्यरत हैं। भैया की शादी आज से क़रीब २ वर्ष पूर्व हुई थी। मुम्बई में मैं अकेला रहता था। अचानक मुझे बंगलौर जाना पड़ा क्योंकि मेरी नौकरी वहाँ लग गई थी। वहाँ […]
इमरान मधु ने सलोनी की ओर देखते हुए अपने चूतड़ को उठाकर अपने हाथ और पैर से समीज को पूरा निकाल दिया… सलोनी अपने नंगे चूतड़ को उठा हमारी ओर करवट लिए वैसे ही लेटी थी… उसकी साँसें बता रही थी कि वो सो गई है या सोने का नाटक कर रही है… मेरा कमर […]
मेरी मौसी बला के हुस्न की मालकिन हैं, एक बार मैं उनके घर रहने गया तो अचानक कई बार उनके बदन को छूने का मौका मिला… रात को मौसी के पास सोया तो मैं खुद को रोक नहीं पाया और मैं उनके बदन को सहलाने लगा… और फ़िर…
Xxx आंटी सेक्स कहानी मेरे पड़ोस में ट्यूशन पढ़ने आने वाली एक टीचर की चुदाई की है. मैं उन्हें वासना की नजर से देखता था. एक बार मैंने उन्हें बाइक से उनके घर छोड़ा.
ही जानू… मेरा पहला कन्फेशन सुनने के लिए शुक्रिया.. पिछले हफ्ते अपनी वेबसाइट पर बहुट मेहनत करके मैं काफ़ी तक गई थी और कुछ अच्छा महसूस नहीं कर रही थी। तो मैंने सोचा कि कहीं बाहर जाकर थोड़ी मौज़-मस्ती करनी चाहिए, डाँस-वांस, खाना-पीना… मैंने अपनी सहेली महक के साथ क्लब में जाने का डिसाइड किया। […]
मेरी पत्नी को सेक्स में रूचि नहीं है। वह सेक्स को सिर्फ बच्चे पैदा करने का माध्यम मानती है। मैं जब सेक्स चाहता, वह साड़ी उठा कर बिस्तर पे लेट जाती!
प्रेषक : राज वर्मा हाय फ्रेंड्स मेरा नाम राज है, उम्र २१ साल है, दिल्ली का रहने वाला हूँ। मैं आज एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहा हूँ जो मेरे साथ गुजरी है। मैं कुछ दिन पहले अपने एक मित्र से मिलने के लिए मसूरी गया था, जिसका नाम अंकित है। वहाँ का मौसम मुझे […]
मैं अभी तक अपने प्यार का इजहार नहीं कर पाया था. तभी स्नेहल के जन्मदिन पर मैंने कुछ अलग करने की सोची और अपने प्यार का इजहार तो करना ही था... इस भाग में पढ़ें!
समझ में नहीं आ रहा था कि ये आदमी घटिया है, या मेरा चूतिया यार घटिया है, या फिर मैं ही साली घटिया हूँ। मगर इस सब के लिए अभी कोई वक्त नहीं बचा था।
मेरे ऑफिस की एक लड़की को मेरे से लगाव सा हो गया था, हम दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे थे. ऑफिस में उसके साथ मेरी सेक्स कहानी पढ़ कर मजा लें!
मेरी किरायेदार भाभी बहुत मस्त है, मुझे रोज भाभी का सेक्सी फिगर देख कर मुठ मारनी पड़ती थी। उसे भी पटा था कि मैं उसकी चूचियों को घूरता हूँ. तो वो कैसे चुदी... इस कहानी में पढ़ें !
सिस्टर फ्रेंड सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं अपनी कजिन के साथ उसकी सहेली की पार्टी में गया तो वहां जवान लड़कियों का मेला था. उनमें से एक लड़की ने मुझे एक रूम में बुलाया.
थोड़ी देर उंगली से खेलने के बाद मेरी योनि को उन्होंने और फैला दिया.. तो मैं कराह उठी और अपनी जुबान मेरी योनि से चिपका दी। वो मेरी योनि को चूसने लगे और जुबान को मेरी चूत के छेद पर धकेलने लगे।
दोनों लड़कियाँ गाड़ी से उतर कर झाड़ियों के बीच में बैठ गयी और मैं भी उनसे कुछ दूरी पर पेशाब करने लगा। मेरे मूतते तक दोनों मूत कर खड़ी हो चुकी थी और अपनी अपनी सलवार का नाड़ा बाँधने लगी और फिर शायद लड़कियों में आदत होती होगी कि पेशाब करने के बाद गिरती हुयी बूंदों को अपने अंतरंग अंगवस्त्र से पौंछना।