कलयुग का कमीना बाप-11
अंकल बेरहमी से मेरी गांड मार रहे थे लेकिन मेरे पापा ये देखकर मुस्कुरा रहे थे। उधर पापा ने भी अंकल की बेटी को कुतिया बना दिया था और उसके गांड में अपना लंड घुसा दिया था.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
अंकल बेरहमी से मेरी गांड मार रहे थे लेकिन मेरे पापा ये देखकर मुस्कुरा रहे थे। उधर पापा ने भी अंकल की बेटी को कुतिया बना दिया था और उसके गांड में अपना लंड घुसा दिया था.
मेरी ननद शर्मीली थी, एक दिन मैंने उसे जीन्स दिलवाई और एक दिन उसे अपनी लेगी पहनने को दी। वो अपने भाई के सामने लेगी पहन कर आने मे शर्मा रही थी। लेकिन मेरे पति की नजर उसके बदन की गोलाइयों पर थी
एक अकेली औरत मेरे पड़ोस में रहती थी, मेरी दोस्त थी. एक दिन अचानक टी वी पर रोमांटिक सीन देखा कर मुझे पता नहीं क्या हुआ और मैंने कुछ ऐसा कर डाला कि... कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए!
अब तू कुछ भी यार.. बस इतना ज़ोर से कर कि मैं बिल्कुल बेहोश हो जाऊं.. मेरी प्यास बुझा हरामी मादरचोदो कुत्तों.. साले तुम तीन तीन मर्द लगे हो और मैं तड़प रही हूं.. तीनों छक्के हो क्या भड़वे साले..
मेरी बहन ने बात करना छोड़ दिया तो मैंने देर से घर आना शुरू किया। बहन ने पूछा तो मैंने कह दिया कि मैं तुझसे प्यार करता हूँ, कहीं मैंने कुछ कर दिया तो?
चुदक्कड़ सहेलियों के साथ रह कर भी मैंने अपनी चूत में लंड नहीं लिया था. लेकिन एक दिन जब मैंने अपनी दो सहेलियों को अपने सामने नंगी होकर चुदाई करवाते देखा तो...
मेरे मकान में एक खूबसूरत भाभी किराये पर रहने लगी. मैं जब भी उसे देखता तो बस दिल से एक ही बात निकलती कि काश यह मेरे लौड़े के नीचे आ जाए. मैंने उसे कैसे चोदा?
कामिनी ने तुरन्त डिल्डो खींच के बाहर निकाल दिया… रीता झड़ रही थी… उसने मुझे चिपटा लिया… कामिनी को उसके बदन की और चूत की ऐंठन महसूस हो रही थी… दोनों के होंठ एक दूसरे से मिल गये… और प्यार में डूब गये…
मैं अपने दोस्त के साथ ऋषिकेश कैम्पिंग के लिए गया तो हमें एक और ग्रुप मिल गया. उस ग्रुप की एक लड़की मेरे क्लोज होने की कोशिश कर रही थी.
रात का खाना खा कर जब मैं सोने के लिए बिस्तर पर लेटा तब पापा फ़ोन पर किसी से बात कर रहे थे और उनकी बातों एवं चेहरे के हावभाव से मुझे अंदेशा हुआ कि वे ऋतु आंटी के साथ रात का कार्यक्रम तय कर रहे थे। मैं इस अवसर को गंवाना नहीं चाहता था […]
रीटा की स्कर्ट अब उलट चुकी थी और उसकी कसमसाती गोरी गोरी मखमली गाण्ड बाहर झाँक रही थी. स्कूल ड्रैस और कुतिया स्टाईल में रीटा और भी सैक्सी लगने लगी थी.
लेखक : संजय शर्मा उर्फ़ संजू सम्पादक एवं प्रेषक : सिद्धार्थ वर्मा कहानी का पहला भाग: तृप्ति की वासना तृप्ति-1 नितिन ने 6-7 अत्यधिक तीव्र गति से धक्के मारे और चाची के साथ खुद भी झड़ गया तथा पस्त होकर उसके ऊपर ही लेट गया। इस सीधे प्रसारण की समाप्ति के होने तक मेरा हथियार […]
प्रेषिका : दीपिका हमारे घर के पास रहने वाला एक लड़का अभि मुझे ठीक लगा। योजना के अनुसार मैंने उसे लाइन देना शुरू किया, अब वह लड़का मेरा चक्कर काटने लगा। एक दिन मुझे रोककर उसने फूल दिया। मैंने फूल ले लिया तथा उसका उत्साह बढ़ाने के लिए थोड़ी बात भी कर ली जैसे- मसलन […]
एक रात काफ़ी देर तक कम्प्यूटर पर रहने के बाद सन्ता अपने बिस्तर पर आया और अपनी जोरू प्रीतो को चोदने लगा। लेकिन चुदाई के बीच बीच में वो कुछ सेकेण्ड्स के लिये रुक जाता
लखनऊ की एक भाभी ने मुझे पेड सेक्स के लिए बुलाया. उसने मेरी कहानी पढ़ कर मुझसे सम्पर्क किया था. मैं उसके पास गया और उसे पूर्णरूपेण संतुष्ट किया. पढ़ें ये सब कैसे हुआ!