भाई की गर्लफ़्रेन्ड-2
प्रेषक : जय उसने धीरे से उसके फ़ूल जैसे गुलाबी होंठ मेरे होंठों पर रख दिये। मुझे पता ही नहीं चला कि यह सब कैसे हो गया, हम दोनों एक दूसरे में खोते जा रहे थे। तब मेरा एक हाथ उसके वक्ष पर आ गया था। हम बहुत ही उत्तेजित हो रहे थे, वहाँ पर […]