कामुकता की इन्तेहा-7
ढिल्लों जब लौड़े को फुद्दी के अंदर बेरहमी से मारता तो मेरे मुंह से अनाप शनाप निकल जाता जैसे- हाय मर गई ... नज़ारा आ गया ... चक्क ता कम्म ओए... हाय ... मेरे शेरा!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
ढिल्लों जब लौड़े को फुद्दी के अंदर बेरहमी से मारता तो मेरे मुंह से अनाप शनाप निकल जाता जैसे- हाय मर गई ... नज़ारा आ गया ... चक्क ता कम्म ओए... हाय ... मेरे शेरा!
मैंने अपनी भाभी को दूसरी रात में भी खूब चोदा... भाभी को मुझसे चुद कर बहुत मजा आया था, वो मुझसे चुदाने को बेचैन थी. आप खुद पढ़ें!
हॉर्नी गर्ल सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि जवान होते ही एक सेक्सी लड़की को लंड लेने की जल्दी हुई. पहले उसने अपनी सहेली के बाप का लंड चूसा, फिर ब्यूटी पार्लर में बुर फड़वायी.
दोस्तो, मेरा नाम रोनित है. मैं राजकोट का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र तेईस साल है और मैं एक अच्छा खासा मर्द दिखता हूँ. मेरी त्वचा भी काफी गोरी है, जो किसी भी लड़की या भाभी को आकर्षित कर लेती है. आपको मैं अपनी पहली मगर सच्ची सेक्स कहानी सुनाने जा रहा हूँ. यह कहानी […]
सबसे पहले मैं आपको अपना परिचय दे दूँ। मैं मुंबई का रहने वाला हूँ, मेरा नाम राज है, उम्र 38 साल है, मेरा कद 5′ 8″ है। मैं दिखने में कोई खास नहीं हूँ लेकिन सेक्स के मामले में मैं बहुत अनुभवी हूँ। आज से करीब 12 साल पहले मैं और मेरा परिवार गाँव गया […]
उन्होंने लंड मेरी गांड पर टिका कर जोर लगाया.. सुपारा अन्दर घुस गया, मैंने भी गांड ढीली कर ली, फिर उन्होंने एक और जोरदार झटका दिया तो...
'मुझे पेन्टी के अन्दर हाथ डालकर लड़की की गांड में उंगली करना अच्छा लगता है!' 'तो अब तक कितनी लड़कियों की गांड में उंगली इस तरह कर चुके हो?'
मैं रोज़ सुबह पार्क में घूमने के लिए जाता था अपने लेब्रा कुत्ते को लेकर... वहां एक भाभी भी अपने डोगी के साथ आती थी. मेरी निगाह उसके कामुक बदन पर थी. मेरी चुदाई स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने भाभी की कामुकता को ठण्डा किया.
यह कहानी है एक भारत सुन्दरी की, ग्लैमर क्वीन की, जो मॉडलिंग से होते हुए एक सफ़ल फिल्म हीरोइन बनी। नाम में क्या रखा है, लेकिन कहानी में कुछ तो होना चाहिए तो ठीक है, एक नाम दे देता हूँ, उसका नाम था ज़न्नत खान।
मेरे पड़ोसी दोस्त की बीवी हसीन सेक्सी है… एक बार उसे घर में कुछ दिन अकेली रहना पड़ा तो वो हमारे घर में कैरम खेल रही थी, मेरी निगाहें उसकी चूचियों पर टिकी और उसने भाम्प लिया… उसने एक्दम से मेरा लण्ड ही पकड़ लिया…
लड़की होने का अधूरा अहसास उसको हो चुका था और अब बारी थी उसको लड़की होने का पूरा अहसास कराने की. उससे भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था, वो अपनी योनि भेदन के लिए मचल रही थी.
प्रीतो- कंडोम का पैकेट देना ! सन्ता दुकानदार- कौन सी कंपनी का दूँ बहन जी? प्रीतो- अच्छी कम्पनी का ही देना जिससे तेरी बहन की इज्जत बनी रही, और तुम मामा भी न बनो। *** एक मॉल में सेलगर्ल सलमा ने कहा- माफ़ करना सर, आप यहाँ पर धूम्रपान नहीं कर सकते। इमरान- लेकिन मैंने […]
अन्तर्वासना की एक भिन्न शैली की लेखिका 'फुलवा' की यह रचना एक लम्बे अरसे के बाद अन्तर्वासना पर प्रकाशित हो रही है... इस रचना के बारे में कुछ भी लिखना सूर्य को दिया दिखाना है, आप खुद ही जान लीजिये इसे पढ़ कर... इस कहानी में सेक्स नहीं है...
मुझे उससे पहली नज़र में प्यार हो गया! वो मेरी लाइफ की पहली और अभी तक की एकमात्र गर्लफेंड है। मैंने कभी कोई गर्लफेंड बनाने की कोशिश ही नहीं की. शायद इसे ही सच्चा प्यार कहते हैं।
दोनों ने एक को कलाबाजी भी खाई... कभी सलोनी ऊपर तो कभी नलिनी भाभी... इससे सलोनी का लहंगा काफी ऊपर चढ़ गया... दूर से भी उसकी टाँगे ऊपर तक नंगी नजर आने लगी, वहाँ बैठी एक औरत ने तो उठकर सलोनी के चूतड़ों पर एक चपत भी लगाई।