सविता भाभी का बकरा-1
सविता भाभी मेरे सामने साड़ी उतारते हुए बोलीं- पूरा बदन मल मल कर नहाती हूँ, तभी तो इतनी चिकनी हूँ। साड़ी उतार कर पलंग पर रखते हुए बोली- अच्छा बताओ, मैं माल लगती हूँ या नहीं?
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सविता भाभी मेरे सामने साड़ी उतारते हुए बोलीं- पूरा बदन मल मल कर नहाती हूँ, तभी तो इतनी चिकनी हूँ। साड़ी उतार कर पलंग पर रखते हुए बोली- अच्छा बताओ, मैं माल लगती हूँ या नहीं?
मेरी नज़र सामने वाली कार पर गई, मैंने देखा उसमें से 2 लड़कियाँ कार से उतर कर सामने वाली वाइन-शॉप में गईं। मैं तो उन दोनों को एकटक देख रहा था.. क्या माल थी.
Xxx जीजा साली सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि दो बार मेरी चूत चोदने के बाद मेरा जीजा मेरी गांड मारना चाहता था. मगर मुझे उसके मोटे लंड से डर लग रहा था.
मैंने दसवीं की परीक्षा दी और गर्मियों की छुट्टियों में फिर ससुराल जाना पड़ा। इस बार मेरे पति स्वाभाव कुछ बदला हुआ था, वो इतने बेदर्दी से पेश नहीं आये, शायद उन्हें यह पता चल गया कि यह मेरी ही पत्नी रहेगी। मैं इस बार 4-5 दिन ससुराल में रुकी थी पर वे जब भी […]
मैं अपने बारे में शुरु से बताती हूं। मैं अपने घर में अपने भाई बहनों में तीसरे नंबर, २० साल की हूं। सबसे बड़े भैया हैं जो आर्मी में हैं। उनकी शादी नहीं हुई है। मुझसे छोटा एक भाई है। मैं होस्टल में रह कर पढ़ती हूं। एक दिन मेरे भैया मुझ से मिलने होस्टल […]
मेरी मस्त साली 19 साल की है, चोदने के लिये मस्त चूत थी। पर साली हाथ ही नहीं रखने देती थी। जाने कितना ही वीर्य मुठ मार कर बहा चुका था उसके नाम पर।
अपनी माशूका को चोदने की तैयारी में मैं कंडोम भूल गया। उसने पूछा- बिना कंडोम.. मैं प्रेग्नेट हो गई तो? कहानी पढ़ कर पहली चुदाई का मज़ा लीजिये गर्ल हॉस्टल में!
पापा जी ने मुझे पीछे से आकर पकड़ लिया, मैं चिल्लाई और उनसे छूट कर भागी और इस भागदौड़ में मेरा तौलिया भी गिर गया, अब मैं सिर्फ पैंटी और ब्रा में ही रह गई थी।
मैंने ख़ुद पाँव लम्बे किए और चौड़े कर दिए वो ऊपर चढ़ गए। धोती हटा कर लंड निकाला और भोस पर रगड़ा। मेरे नितम्ब हिलने लगे। वो बोले: साहिरा बेटी, ज़रा स्थिर रह जा, ऐसे हिला करोगी, तो मैं कैसे लंड डालूँगा?
वो बोली- अरे भैया, तब मैं थी भी कितनी, अब तो दो बच्चे हो गए हैं, और तीन जानों ने चूसे हैं, इनको तो खुद बहत पसंद हैं, बहुत दबाते हैं और बहुत पीते हैं।
इस कहानी के पात्र व घटनाएँ काल्पनिक हैं। निखिल ने अभी अभी पढ़ाई ख़त्म करके कॉल सेंटर की नौकरी शुरु की थी। यहाँ आकर वह बहुत उत्साहित था- कॉलेज जैसा माहौल, बढ़िया फर्नीचर, माडर्न साज सज्जा और उसके जैसे स्मार्ट और हैंडसम लड़के। वैसे भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के दफ़्तरों में ऐसा माहौल होता ही है। […]
अब सामने मस्त नजारा था… मैडम का पूरा नंगा पिछवाड़ा मेरे सामने था। कमर मेरे अंदाज़े के मुताबिक ही बिल्कुल डम्बल के आकार में सीने और कूल्हों के बीच तराशी हुई थी, दोनों चूतड़ एक नरम मुलायम स्पर्श वाला उठान लिये थे और बीच में एक गहरी दरार, जिसके बीच में जैसे एक शरमाया सा चुन्नटों भरा छेद छिपने की कोशिश कर रहा था पर स्पंजी चूतड़ ज़रा स दबाव पड़ने पर खिंच जाते और वो बेचारा अनावृत हो जाता।
मैं नव वर्ष मनाने अपने ममेरे भाई के घर दिल्ली गया. मैंने पड़ोस की एक भाभी को मेरे भाई की तरफ देखा कर मुस्कुराते देखा. भाई ने बताया कि वो उससे चुदवाती है. मुझे भी मौक़ा मिला?
फेसबुक से मेरी दोस्ती एक तलाकशुदा भाभी से हुई. मैं खुश था कि एक ना एक दिन उसकी चूत मुझे मिल ही जाएगी. मैं सोचता था कि मैं भाभी की चूत चाटूँगा, चूत का पानी पिऊंगा.
भाई बहन की चुदाई की कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी छोटी बहन को चोदा. इस कहानी में आपको बहन की चुदाई के लिए उसे पटाने की कुछ टिप्स भी मिलेंगी.