शेर का पुनः शिकार-2
लेखक : मुकेश कुमार मेरा लौड़ा पकड़ते हुए बोली- जो काम इसका है उंगली नहीं कर सकती। तभी दरवाजे पर घंटी बजी, हम दोनों सकपका गए। तभी बाहर से बाई की आवाज़ आई- भाभी…! तो शर्मीला बोली- मेरे बेडरूम में चले जाओ, उसे बर्तन करने बोलती हूँ तो पीछे से निकल जाना। औरतों की यह […]