चुदक्कड़ माया का सुहाना सपना-2
मैं मथुरा की माया सड़क पर चुद कर घर आई तो आते ही घर में शुरू हो गई अपने राजे के साथ… मज़ेदार चुदाई के बाद झड़ी ही थी कि दरवाजा खटका। हड़बड़ा के उठी, देखा तो…
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं मथुरा की माया सड़क पर चुद कर घर आई तो आते ही घर में शुरू हो गई अपने राजे के साथ… मज़ेदार चुदाई के बाद झड़ी ही थी कि दरवाजा खटका। हड़बड़ा के उठी, देखा तो…
वाइफ़ की अदला बदली में तभी मजा आता है जब सभी लोग खुले विचारों के हों, ऐसा ही इस हिंदी सेक्स स्टोरी में है, चार जोड़े एक कमरे में नंगे होकर मस्ती कर रहे हैं।
मेरी बीवी को एक बार चोदने के बाद डॉक्टर दोबारा उसे चोदना चाहता था, मैं और मेरी बीवी भी यही चाहते थे लेकिन मैं खुली आँखों से उसकी चूत चुदती देखना चाहता था।
अभी दो महीने ही हुए थे कि मैंने अपने ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी को कुछ परेशान देखा। “क्या बात है अब्बू… आप कुछ परेशान हैं?” मैंने पूछा। “शहनाज़ ! तुम कल से हफ़्ते भर के लिये ऑफिस आने लगो !” उन्होंने मेरी ओर देखते हुए पूछा, “तुम्हें कोई परेशानी तो नहीं होगी ना, अपने […]
रचना ने मुझे लौड़ा पकड़ कर मुतवाया और फ़िर अपनी चूत के होंठ मुझसे खुलवा कर मूता। इसके बाद मैंने उसको लिटा कर इतने प्यार से उसकी चूत की सील तोड़ी कि उसे दर्द नहीं हुआ।
रफ़ सेक्स भाभी के साथ करके मैंने उन्हें दर्द भी दिया और मजा भी. मैंने पहली बार भाभी की चुदाई करते वक्त उनकी गांड में अपना पूरा अंगूठा पेल दिया.
मैं गांडू था लेकिन मेरी मां ने मेरी शादी एक लड़की से करवा दी. सुहागरात भी हुई और मैंने उसे चोदा भी पर मज़ा नहीं आया। गांड मरवाने का मजा कुछ और ही था. तो आगे क्या हुआ?
प्रेषक : लव बाईट्स हाय ! मैं हूँ राहुल, चंडीगढ़ का रहने वाला एक आज़ाद ख्यालों वाला युवक। मेरी कहानी सिर्फ आप लोगों को उत्तेजित करने के लिए है, इसका मकसद अपनी सेक्स शक्ति का बखान करने के लिए नहीं है। सो, पढ़िए और मज़ा लीजिये। चंडीगढ़ में हमारा लड़के-लड़कियों का ग्रुप होता था, जो […]
सेक्स विद फ्रेंड्स वाइफ का मजा मेरे पति के दो दोस्त ले गए मुझे चोद के! लेकिन उन से ज्यादा मजा तो मैंने लिया उनको अपना गुलाम बनाकर BDSM सेक्स किया.
सुबह 9 बजे मेरी नंगी चूत में भाभी ने अपनी उंगली घुसा दी, मैं हड़बड़ा कर उठी, भाभी ने मेरी चूचियाँ दबाते हुए चुटकी ली और बोलीं- अब उठ जाओ, देवर जी ऑफिस जाने वाले हैं, दो बार पूछ गए कि भाभी उठीं या नहीं ! जाओ और थोड़ा अपनी जवानी का रस पिला आओ।
मैं तुम्हारे साथ इसके लिए ही आई थी। मैंने जबसे तुम को देखा है तबसे तुम्हें अपने ऊपर लेने को तरस रही हूँ। इसीलिए मैं तुम्हें यहाँ लाई थी।
गर्मी की रात थी, हम लोग छत पर थे, चांदनी रात में भाभी गुलाबी नाइटी में और भी खूबसूरत लग रही थी, वो मुझसे प्यार की बातें कर रही थी और मैं सोच रहा था कि कब इसको चोदूंगा।
मेरे ऑफिस में मेरी जूनियर लड़की मेरे पास आती तो चिपक कर खड़ी होती थी. मैं उसमें इंटरेस्ट लेने लगा तो वो मुझसे और ज्यादा चिपकने लगी और बाहर मिलने के लिए बोलने लगी. आगे क्या हुआ?
Xxx गन्दी बात की मैंने अपनी मॉम जैसी मासी के साथ. मेरी मौसी की शादी मेरे पापा से हो गयी. पर मैं मौसी के जिस्म को देख कर गर्म हो जाता था.
चिंता मत करो, मैं जल्दी ही आऊँगा और अपने साथ एक दोस्त को भी लाऊँगा, हम दोनों मिलकर तुम्हारी मारेंगे। सोचो एक लन्ड तुम्हारी चूत में और एक तुम्हारी गान्ड में एक साथ हो तो कितना मज़ा आएगा।