सास विहीन घर की बहू की लघु आत्मकथा-1
यह कहानी है एक ऐसी बहू की जिसकी सास नहीं है. घर में सिर्फ पति और ससुर हैं. बहू गर्भवती है और डिलीवरी का समय पास आ चुका है. पति को लम्बी अवधि के लिए विदेश जाना पड़ गया. ऐसे में क्या क्या घटित हुआ, पढ़ें!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
यह कहानी है एक ऐसी बहू की जिसकी सास नहीं है. घर में सिर्फ पति और ससुर हैं. बहू गर्भवती है और डिलीवरी का समय पास आ चुका है. पति को लम्बी अवधि के लिए विदेश जाना पड़ गया. ऐसे में क्या क्या घटित हुआ, पढ़ें!
बापू आहिस्ते आहिस्ते अपनी बेटी पद्मिनी की जवान कुंवारी चुत की पंखुड़ियों को अपनी उंगलियों से आराम से खोलते हुए अपनी जीभ को चूत के उन मुलायम हिस्सों पर फेर रहा था.. जो ज़्यादा लाल और नाज़ुक होते हैं.
वह नीचे बैठ कर अब मेरी योनि भी चाटने लगा और मैं समझ न सकी कि जो मुझे थोड़ी देर पहले "छी" कहने लायक गन्दा लग रहा था, आखिर उसमे इतना मज़ा क्यों आता है। साथ ही उसने एक उंगली मेरे छेद में उतार दी।
my first love story.
उसे बाहों में मैं लेकर अपने होंठ उसके होंठों के इतने पास ले गया कि हमारी गर्म साँसें एक दूसरे के चेहरे से टकराने लगीं। पहले तो वह थोड़ी असहज रही लेकिन ऐसे हर अहसास पर जिस्मानी भूख हावी पड़ जाती है।
मैंने अपनी पढ़ाई मामा के घर से की है. उनकी एक बेटी थी जो जरा सांवली थी, लेकिन माल गजब की थी. मैं उसके रस को चूसने के इंतजार में था. मैंने कैसे अपनी ममेरी बहन को चोदा?
मैं पंजाब के लुधियाना में एक गांव में रहती हूँ. हमारे घर में एक बिहारी नौकर है, उसकी मुझ पर निगाह रहती थी. एक दिन मेरी सहेली ने मुझे एक एक पोर्न वीडियो सेंड किया. उसके बाद क्या हुआ, पढ़ें मेरी चुदाई की स्टोरी में!
अब वक़्त आ गया है बदलने का... सुहाग के बिस्तर पर सफ़ेद की जगह लाल चादर बिछाने का वक़्त आ गया है. पुरुषों की सोच बदलने का वक़्त आ गया है! बेटा तुम सफ़ेद चादर बिछाना चाहते तो पहले मुझे बताओ कि क्या तुम वर्जिन हो? साबित करोगे?
मैं खिड़की से देख रहा था कि देवेश का लम्बा मोटा मस्त लंड शशि की गांड में घुसा था, शशि के गोल गोल मस्त गोरे गोरे चूतड़़ चमक रहे थे, लंड पूरा घुस गया था और अंदर बाहर हो रहा था.
मेरी कहानी तब की है जब मैं किसी चूत के लिए तरस रहा था, तड़प रहा था. मुझे उम्मीद है कि मेरी यह कहानी पढ़ कर आपको मेरी और मेरे जैसे और भी नौजवानों की हालत समझ में आएगी.
जैसे ही मैं सामने घूमी तो एकदम से लालजी मुझे देखता ही रह गया. मैं ब्लाउज और पेटीकोट में थी. मेरा पूरा नंगा पेट, खुली नाभि और ब्लाउज में उभरे हुए चूचे देख कर कोई भी पागल हो जाता.
प्रिय अन्तर्वासना पाठको जुलाई 2018 प्रकाशित हिंदी सेक्स स्टोरीज में से पाठकों की पसंद की पांच बेस्ट सेक्स कहानियाँ आपके समक्ष प्रस्तुत हैं…
अब मेरी अम्मी और छोटी बहन को देखने की नज़र बदल गई थी, मैं अपनी छोटी बहन के बदन पर उसकी नई नई जवानी की उभर रही गोलाइयों को घूरता, उसकी कमर, उसके कूल्हे मुझे बहुत प्यारे लगते।
मेरे पापा-मम्मी, दो चाचा, दो चाची, बच्चे सब साथ रहते हैं. पापा, चाचा को काम से फ़ुर्सत नहीं मिलती. एक बार मैंने अपनी चाची को एक लड़के के साथ रेस्तराँ में देखा. उसके बाद चाची मुझ पर मेहरबान हो गयी और अपनी कामुकता के चलते वो अपना जिस्म...
आज मुझे बहुत मजा आया, आज पहली बार मैंने अपने सारे अरमान जो थे, पूरे कर लिए. आज का दिन, ये पल कभी नहीं भूलूंगी, बहुत ही मस्त बेइंतहा मजा आया. मेरे जिस्म की हर ख्वाहिश पूरी हो गई!