कानून के रखवाले-7

प्रेषक : जोर्डन आरती (सफेद सलवार-कमीज़ में)- भाभी जल्दी चलो ! मुझे वरुण से मिलने के लिए देर हो रही है, उनको दिखाना है कि कितना प्यारा उपहार लिया है उनके लिए !! मोना- आ रही हूँ, इतनी भी क्या जल्दी है? तभी सामने से आते हुए शख्स ने आरती को धक्का मारा और वो […]

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कानून के रखवाले-8

प्रेषक : जोर्डन इस घटना के बीच मुस्तफा के अड्डे पर: मुस्तफा- जगत (उसका मुँह बोला भाई), कल्लू तो उस दोनों की माँ चोद कर ही आएगा लेकिन यार मुझे भी आज कोई लड़की चोदनी है, जा जुगाड़ कर। जगत जाता है और थोड़ी देर बाद वापिस आता है। जगत- लो भाई आ गई मस्त […]

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कानून के रखवाले-9

प्रेषक : जोर्डन दोस्तो, मैं एक बात बता दूँ कि यह कहानी एक इंग्लिश नॉवल की है, उस कहानी को हिंदी में अनुवाद करके यहाँ पर लिख रहा हूँ….. आरती को होश आता है और वो मोना को बुलाने को कहती है। मोना कमरे में आती है। आरती- भाभी, देखो मेरे साथ क्या हो गया […]

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कानून के रखवाले-10

प्रेषक : जोर्डन सोनिया ने चार गुंडों को घायल किया था और शायद उनमें से दो मरने की हालत में थे… अब करीब 6-7 गुंडे और बचे थे जो फायरिंग कर रहे थे जिसकी वजह से दो हवलदार भी घायल थे। सोनिया ने पीछे छोड़े चार पुलिस वाले भी वायरलेस पर मेसेज देकर अंदर बुला […]

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कानून के रखवाले-11

प्रेषक : जोर्डन इस बार चीखने की बारी सोनिया की थी… सोनिया अपना पेट पकड़कर थोड़ा झुकी और मुस्तफा ने झट से उसका फौलादी घूँसा सोनिया के मुँह पर मार दिया, इस बार सोनिया कुछ और जोर से चीखी और नीचे गिरी, उसके मुँह से भी खून टपकने लगा था। अभी वो घुटनों के बल […]

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कानून के रखवाले-12

आप “कानून के रखवाले” कहानी के ग्यारह भाग पढ़ चुके हैं ! अन्तिम प्रकाशित भाग कानून के रखवाले-11 में आपने पढ़ा कि : सोनिया बहुत हैरान थी कि उसने मुस्तफा को इतनी बुरी तरह पीटा उसके बाद बेहोशी के बाद भी वो वहाँ से निकलने में कामयाब हो गया.. इसका मतलब दो ही बातें हो […]

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कानून के रखवाले-13

देर से ही सही … इतनी ज्यादा सेक्स में मजबूर होने के बाद ही सही पर अंत यही था कि उसने अब्बास से अपनी आज की दुर्दशा और अपनी ननद के दैहिक शोषण का बदला ले ही लिया था। अपनी हालत पर थोड़ा बहुत काबू पाते हुए मोना किसी तरह अपने कमरे तक जाने के […]

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मैं किसी सेक्सी लड़की से कम नहीं

मन कर रहा था कि कोई लड़का आये और मेरी कुंवारी गाण्ड में अपना लंड डाल दे! पर डर लगता था क्यूंकि मैं कुंवारी थी और मैंने सुना था कि गाण्ड मरवाने में बहुत दर्द होता है.

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अब करो मेरा काम !

अंजू ने पतली सी नाईटी पहन रखी थी! बाहर से ही उसके मोटे चूचे दिख रहे थे और गुलाबी चूत पर एक भी बाल नहीं! उसने पूरी तैयारी की थी चूत चुदवाने की! लग रहा था जैसे आज ही बाल साफ़ किए हैं।

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प्यासी मोना आंटी की चुदाई का मजा

उस समय मैं सेक्स में अनाड़ी हुआ करता था, मेरे पड़ोस वाली आंटी ने अपनी चुदास मिटाने के लिए मेरा इस्तेमाल किया. कैसे?

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भाभियों का दुःख

सुनिये जी ! कल रात फिर आपसे भूल हो गई है । इतनी जल्दबाजी में क्यूं रहते हैं ? वैधानिक चेतावनी: अविवाहित व्यस्क इस व्यंग्य लेख को माँ-बाप से छिप कर पढ़ें (क्योंकि पढ़े बिना तो आप मानोगे नहीं) सवेरे-सवेरे अनुलोम-विलोम, कपालभाति आदि निबटा कर जब चाय के साथ दुनिया जहान की खबरें पढने बैठता […]

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मुम्बई की गंध

“तेल भरवा लें !” कह कर रतन ने अपनी कार जुहू बीच जाने वाली सड़क के किनारे बने पेट्रोल पंप पर रोक दी और दरवाजा खोल कर बाहर उतर गया। शहर में अभी-अभी दाखिल हुए किसी अजनबी के कौतुहल की तरह मेरी नजरें सड़क पर थी कि उन नजरों में एक टैक्सी उभर आई। टैक्सी […]

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मुम्बई की गंध-2

तीन फुट ऊंचे, संगमरमर के फर्श पर, बहुत कम कपड़ों में, चीखते आर्केस्ट्रा के बीच वह लड़की हंस हंस कर नाच रही थी। बीच-बीच में कोई दस-बीस या पचास का नोट दिखाता था और लड़की उस ऊंचे, गोल फर्श से नीचे उतर लहराती हुई नोट पकड़ने के लिए लपक जाती थी। कोई नोट उसकी वक्षरेखा […]

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अग्निपरीक्षा

फ़ुलवा ऍम बी ए करके सुरेखा को अच्छी नौकरी मिल गई। छोटे से शहर की रहने वाली सुरेखा सरल स्वभाव की थी, अतः नौकरी के लिए मायानगरी मुम्बई भेजते समय माता-पिता का मन भी चिंताओं से भरा था परन्तु अपने एक बुजुर्ग मित्र के पास बेटी के रहने की व्यवस्था हो जाने से उनको कुछ […]

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बाथरूम का दर्पण-6

मैं रोनी सलूजा आपसे फिर मुखातिब हूँ। मेरी कहानी बाथरूम का दर्पण को सभी ने बहुत सराहा है। कुछ लोगों ने मुझसे सागर की हेमा पवार के बारे में जानकारी चाही तो कुछ ने रमा के बारे में जानना चाहा। क्षमायाचना के साथ मैं आप सभी को बता दूँ कि मेरी कहानियों में सभी नाम, […]

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