गलतफहमी-2
भाभी ने कहा- और तुम बताओ..! तुम्हारा तो दिन दोस्तों के बीच अच्छे से गुजर जाता होगा, और घर जाते ही बीवी से चिपक जाते होंगे।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
भाभी ने कहा- और तुम बताओ..! तुम्हारा तो दिन दोस्तों के बीच अच्छे से गुजर जाता होगा, और घर जाते ही बीवी से चिपक जाते होंगे।
मैंने भाभी से पूछा- भैया तो हैंडसम हैं, आपको टाईम भी देते हैं, आपकी सहेलियां भी हैं तो क्या भैया आपको बिस्तर पे संतुष्ट नहीं कर पाते, या उनका लिंग छोटा है?
मैंने मोबाइल का कैमरा ऑन करके साइड टेबल पर रखा, वहाँ से बेड का क्लोज व्यू आ रहा था. मैं उसको बाँहों में भरते हुए- डार्लिंग, दरवाजा भी बंद है और कुण्डी भी...
फोन पर गलत नम्बर मिलने से दोस्त बनी एक आंटी सेक्स की प्यासी थी, फोन पर सेक्स चैट करके आंटी को सेक्स के लिए मनाया फिर चुदाई की.
रोहन कुछ कह पाता इससे पहले ही मैंने हाथ पीछे ले जाकर अपनी ब्रा का हुक खोल दिया, मुझे उम्मीद थी कि मुझे इस हालत में देखकर रोहन मुझ पर टूट पड़ेगा.
एक कॉलेज की हिंदी सेक्सी स्टोरी इसकी मुख्य किरदार सुमन की असली जिंदगी पर आधारित है. हाँ इसमें तड़का तो डाला ही हुआ होगा..
कॉलेज लाइफ की इस सेक्स स्टोरी में और भी सेक्सी मसाला है आपके मनोरंजन के लिए... कॉलेज में नई लड़की आने पर रेगिंग का मजा लें!
हमारे घर से थोड़ा ही दूरी पर एक 19-20 साल की कमाल की आइटम रहती है, उसकी बुर की चुदाई मैंने कैसे की, इस Hindi sex stroy में पढ़ें!
औरत के चरित्र और मर्द के भाग्य को देवता भी नहीं समझ पाते तो मनुष्य की क्या बिसात कि वो इस गूढ़ विषय को समझ सके। इस सेक्स स्टोरी में पढ़ें!
मेरे पति को मेरी चुदाई देखने का शौक लग गया था, उन्हें तो बस दूसरों से मेरी चुदाई करने में और देखने में बहुत मज़ा आता था! मेरी ऐसी ही एक चुदाई की कहानी!
मैंने भाभी को गले लगाया और माथे पर चूम कर कहा- भाभी, मैं आपको चोदूंगा जरूर और खूब चोदूंगा, पर मैं इतना कमीना नहीं हूँ कि किसी बेबस की चूत का भूखा रहूँ।
मेरी पड़ोसन आंटी मुझे एक शादी में ले गई, वहाँ उनकी एक सहेली मिली, वो मुझे नोटिस कर रही थी. उन आंटी को चोदा मैंने... कैसे? पढ़ें इस कहानी में!
मामू अपनी कमसिन भानजी की नाजुक बुर चोदन की सोच रहा है, उधर चचिया ससुर अपनी बहू को चोद चुका है और दोबारा मौक़ा खोज रहा है.
चुदाई के लिए कांड तो हम सभी करते हैं बस फर्क इतना है कि कोई कम करता है कोई ज्यादा... किसी को करके खुशी मिलती हैं और किसी को पछतावा!
इस चुदाई स्टोरी में आपने पढ़ा कि मैंने अपनी सहेली को चुदते देख मेरा मन भी पण्डित जी से चुदाई का हो गया था. पढ़ें कि कैसे मजा लिया मैंने!