अल्हड़ पंजाबन लड़की संग पहला सम्भोग-8
योनि में लिंग प्रवेश तो हो चुका था और दर्द भी मेरे चुम्बनों से कम हो चुका था। अब हम दोनों रति क्रिया का मज़ा लेने लगे थे। कहानी खुद पढ़ कर देखिए और मज़ा लीजिए!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
योनि में लिंग प्रवेश तो हो चुका था और दर्द भी मेरे चुम्बनों से कम हो चुका था। अब हम दोनों रति क्रिया का मज़ा लेने लगे थे। कहानी खुद पढ़ कर देखिए और मज़ा लीजिए!
पड़ोस की आन्टी को बेबी को दूध पिलाते देखा तो मेरा लंड खड़ा हो गया। मैं मुठ मारने चला गया। एक दिन आन्टी के घर भी यही हुआ और आन्टी ने मुझे देख लिया।
मेरे ऑफ़िस के पास एक महिला रहती थी, एक दिन उसने मुझे बुलाया और अपने दिल की बात कही कि वो बहुत चुदासी है, उसे लंड चाहिए। कहानी पढ़ कर मज़ा लें!
मैं मुम्बई में मॉडलिंग करता हूँ। मेरे पड़ोस में एक शादीशुदा जोड़ा रहता था। भाभी कमाल की खूबसूरत थी। कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरी दोस्ती भाभी से हुई और मौज की।
मन में यह डर भी है कि जब मेरी शादी होगी तो उसके बाद क्या होगा? और कैसे मैं अपनी पत्नी को खुश रख पाऊँगा? मैं अपनी बीवी के साथ सम्भोग कर भी पाऊंगा या नहीं?
दीदी की विदाई के बाद मुझे नींद आने लगी। मैं सोने के लिये अन्दर गया तो एक लडकी भी सोने की जगह तलाश रही थी। हम दोनों जैसे कैसे लेट गये पर ठण्ड लग रही थी और लड़की साथ में थी।
सविता भाभी स्वास्थ्य की जांच के लिए अस्पताल गईं। तभी वहाँ से एक बड़ा ही हैण्डसम डॉक्टर निकला और बस सविता भाभी की दहकती जवानी मचलने लगी।
हमें अपनी अन्तर्वासना को तृप्त करने का कोई जायज़ स्रोत नहीं मिलने वाला तो हमारी शारीरिक इच्छाओं की पूर्ति के लिये इसके सिवा और कौन सा मार्ग हो सकता है?
हमारे सेक्स सम्बन्ध काफ़ी दिन चलते रहे। जब उनका बेटा अमेरिका से भारत आया तो उन्होंने मुझे गाँव वापिस भेज दिया और एक दिन मेरी गैर हाजिरी में अपने बेटे का रिश्ता लेकर मेरे मां बाप से मिले।
मैंने भाई का लंड चूसा तो उसे बहुत मज़ा आया। लेकिन मैं तो उससे चुदना चाहती थी, मैं नंगी हो गई और अपनी टाँगें चौड़ी करके कहा- मोनू अच्छी तरह से देख ले मेरी चूत को।
मैं समस्तीपुर से ट्रेन से अपने घर आ रहा था। रास्ते में एक लड़की से दोस्ती हुई, फ़ोन नम्बर लिया, बात हुई और अगले दिन हम सोनपुर मेला देखने गए। वहाँ की कहानी पढ़िए।
दीदी ने एक चुम्बन मेरे लंड के मुँह पर किया, जिससे मेरे लंड से एक-दो बूँदें बाहर आ गई.. रस देख दीदी हंसने लगीं- आप कुछ और कहते हो.. और आपका लंड तो कुछ और ही बोल रहा है।
सुहागरात से अगले दिन भी मेरे ननदोई ने शरारत करने में कमी नहीं रखी। मैं कुढ़ रही थी लेकिन ननदोई जी का डील डौल देख खुद ही चाहती थी कि मैं उसके नीचे लेट जाऊँ!
जब तक मेरी शादी नहीं होता तब तक पति-पत्नी की तरह रह नहीं सकते? भरोसा रख.. मैं तेरे लिए दुनिया भर की लड़कियों की लाइन लगा कर तेरे चरणों में रख दूंगी..
मेरे बॉस ने मुझे हस्तमैथुन करते हुए देख लिया था। धीरे धीरे हम खुल गए और चूत चुदाई की बातें करने लगे। अब मैं उनक्से अपनी चूत चुदवाना चाहती थी। आखिर वो दिन भी आया।