गाण्ड चुदाई चूत चोदी-4
दोस्त की गर्लफ़्रेंड ने मुझे अपने घर बुलाकर मुझे नंगा होने को कहा। उसकी नंगी साफ़ बगलें देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और तभी मेरा सरप्राइज… कहानी में पढ़िए…
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
दोस्त की गर्लफ़्रेंड ने मुझे अपने घर बुलाकर मुझे नंगा होने को कहा। उसकी नंगी साफ़ बगलें देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और तभी मेरा सरप्राइज… कहानी में पढ़िए…
काहे का मज़ा.. मैं अपनी जवानी की आग में तड़फती रहती हूँ.. वो सोया रहता है... काश.. कोई तगड़ा लौड़ा मिल जाता.. तो जवानी का मज़ा ही आ जाता।
मेरे मोबाइल पर दो-तीन महीने पहले एक अनजान नम्बर से कॉल आई.. जो कि किसी लड़की की थी.. यह एक रॉंग कॉल थी.. सो मैंने उसे नजरंदाज कर दिया। बार बार काल आने पर हमारी बातें होने लगी और फिर एक दिन...
मीरा की पहली चुदाई के बाद नौकरानी ममता ने मीरा को लंगड़ाते देख कर कहा कि मीरा ताजी चुदी चूत जैसे लग रही है, और बात नौकरानी की सुहागरात तक पहुँची, इस भाग में राधे के दोस्त नीरज और स्कूल गर्ल रोमा की प्रेमकथा का किस्सा पढ़िये … और ममता ने क्या देखा?
एक दिन मैंने भाभी को कपड़े बदलते देख लिया, भाभी ने भी मुझे देख लिया था, बाद में भाभी ने पूछा कि क्या देख रहे थे तो मैंने भाभी के बदन और हुस्न की तारीफ़ कर दी। एक दिन मुझे भाभी के साथ रहने का मौका मिला तो… इस कहानी में पढ़िये क्या हुआ?
तृषा के जहर पीने की खबर मिलने के बाद नक्श एक ट्रेन में चढ़ गया जहाँ उसे कुछ लड़कियाँ मिली जो बॉलीवुड में अपना भागे आजमाने जा रही थी.. आपस में बात शुरू हुई तो सबसे अपनी अपनी जिन्दगी के बारे में बताया... पढ़िए कहानी के इस भाग में...
दोस्त की मम्मी माया के बाद उसकी बहन रूचि चूत चुदवाने को बेकरार थी… मैंने माया और रूचि से अलग अलग प्लान बनाया सबके साथ रहते हुए मज़ा करने का… उनके घर पहुँचने के बाद हम खा पीकर अन्ताक्षरी खेलने लगे... और फ़िर क्या हुआ… कहानी के इस भाग में पढ़िए..
नक्श को ट्रेन में कुछ लड़कियाँ मिली जो बॉलीवुड से जुड़ी थी.. आपस में बात शुरू हुई तो सबसे अपनी अपनी जिन्दगी के बारे में बताया... फ़िर सब पहुंचे एक अपार्टमेंट में… गले दिन उन लड़कियों ने उसे किसी काम से एक फ़िल्म स्टूडियो में भेजा… पढ़िए कहानी के इस भाग में...
नक्श को ट्रेन में कुछ लड़कियाँ मिली… अगले दिन उन लड़कियों ने उसे किसी काम से एक फ़िल्म स्टूडियो में भेजा… वहाँ उसे ऐक्टिंग का ऑडिशन देने का मौक़ा मिला... पढ़िए कहानी के इस भाग में...
मेरी ज़िंदगी की शुरुआत सभी की तरह हुई थी.. बस एक छोटे से फ़र्क को छोड़कर और वो यह कि मैंने उस उमर में ही चूत के दर्शन कर लिए थे.. जब मुझे इसका नाम भी नहीं मालूम था। तब तक मौसी की शादी नहीं हुई थी। उनकी एक सहेली जिसका नाम सुषमा था.. उसकी भी शादी नहीं हुई थी।
नक्श को ट्रेन में कुछ लड़कियाँ मिली… अगले दिन उन लड़कियों ने उसे किसी काम से एक फ़िल्म स्टूडियो में भेजा… वहाँ उसे ऑडिशन देने का मौक़ा मिला और वो चुन लिया गया...
मैंने अपनी शर्ट के बटन खोलते हुए कहा- तो फिर मेरे सीने से लग जाओ.. मैंने कब रोका है। तृषा (गुस्से में)- तुम्हें बात करने की तमीज नहीं है.. लड़कियों से ऐसे बात करते हैं..? मैंने अपनी पैंट को ऊपर करते हुए कहा- जी तमीज़ तो है.. पर यूँ भीगता देख कर ज़ज्बात काबू से बाहर हो रहे हैं।
मेरा तो डर के मारे गला सूखने को हो आया था। मैं हाथ छुड़ा कर उठते हुए बोला- जी मैं वो कोशिश करूँगा.. मैं उठ कर केबिन से बाहर भाग आया। कट.. परफेक्ट शॉट.. मैं जब अपनी वैन के पास पहुँचा तो देखा.. तृषा और निशा दोनों ही मुझे देख देख कर हँसे जा रही हैं।
मीरा ने मस्ती करके राधे को उठा दिया। वो बाथरूम चला गया और मीरा बाहर आ गई। मीरा- चल हट बदमाश.. तू अपने आप को देख.. कैसे तैयार होकर आई है.. आज तो राधे तुझे कच्ची खा जाएगा। रोमा एकदम नंगी बैठी हुई थी और अपने हाथ-पाँव और चूत के बाल साफ कर रही थी.. शायद नीरज की बात उसको याद थी.. या आज उसका इरादा कुछ और ही था। चलो जो भी हो.. इसको चुदना तो पड़ेगा ही।
मैं मेट्रो में जा रहा था, कश्मीरी गेट से एक आंटी चढ़ी जो बहुत ही सुन्दर थी। भीड़ की वजह से आंटी मेरे करीब आ गई, उनके स्पर्श से मेरा लंड तन गया, मेरा लंड उनके चूतड़ों की दरार में सट रहा था। आंटी साकेत उतरीं तो मैं भी उतर गया। मैंने पीछा किया तो आंटी को शक हुआ। उसने मेरे बारे में पूछा और नंबर मांगकर चलती बनी। फिर हफ्ते भर बाद उनका काल आया, मैं उनके घर पहुँचा...