दोस्त की चुलबुली बीवी ऑफिस में चुद गई-1
मेरे दोस्त की बीवी को नौकरी की तलाश थी और मेरे पास ऑफ़िस में बहुत काम था, तो मैंने उसे पास जॉब दे दी। वो चंचल चुलबुली मस्तमौला और काफी खुले विचारों वाली थी।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरे दोस्त की बीवी को नौकरी की तलाश थी और मेरे पास ऑफ़िस में बहुत काम था, तो मैंने उसे पास जॉब दे दी। वो चंचल चुलबुली मस्तमौला और काफी खुले विचारों वाली थी।
रिया ने नीचे झुक कर लंड को अपने हाथ में पकड़ लिया। मैंने उसे पकड़ कर अपनी जांघ पर बैठा लिया और उसके रसीले होंठ चूमने लगा.. एक हाथ उसकी जांघ पर चल रहा था।
मेरी नई जॉब में मेरी बॉस बहुत स्ट्रिक्ट थी। मेरी उसी बॉस ने मुझे खुद बुला कर अपना कामुक शरीर मेरे हवाले कर दिया अपनी अन्तरवासना को शान्त करने के लिये! कहानी पढ़ें।
मेरी दूसरी बीवी की बेटी मेघा दिखने में बेहद मासूम और छोटी सी थी.. लेकिन अन्दर से किसी जंगली बिल्ली से कम नहीं थी। मेरे सामने ही लोग उसकी चूत की बातें करते।
कानपुर के लौंडे मेरी बेटी को पटाने की बात कर रहे थे. कुछ देर बाद मेरी बेटी उन लड़कों से बात कर रही थी, तभी वो मंडप से गायब हो गए. मैं बेटी को खोजने निकला तो...
मुझे बचपन से ही CD यानि क्रॉस ड्रेसिंग यानि लड़कियों के कपड़े पहनने का शौक था, जब घर में अकेला होता था तो अपनी मम्मी, बहन के कपड़े पहन कर घूमता था।
मेरी कमसिन बेटी अपने लहंगे को बचाती हुई घुटनों के ऊपर बैठ गई। प्रशांत उसके करीब आया, मेरी बेटी ने मुँह खोला, प्रशांत ने फट से अपना लंड मेघा के मुँह में घुसा दिया..
मां मेरी बहन और मेरी मालिश पूरे नंगे करके करती हैं। एक दिन मां ने मेरी बहन को मेरी मालिश करने को कह दिया। कहानी पढ़ कर देखिए कि किसने किसकी मालिश कैसे की।
चंदर की नजर पड़ोस की रानी चाची पर थी, उसकी आंखों में चाची का गोरा, भरा हुआ बदन घूम रहा था। बस किसी तरह चाची की चूत चोदने को मिल जाए! मिली क्या?
मेहरानगढ़ के किले पर मुझे एक अंग्रेजन मिली, मैंने उसकी मदद की, उसे अपने घर ठहराया। बदले में उसने मुझे अपनी चुत देकर गोरी चुत चुदाई का मजा दिया। कैसे?
मैं अन्तर्वासना की कहानी जैसे पराई चूत चोदने के ख्वाब देखता था लेकिन मौका नहीं मिला। एक बार मैं होटल के सिंगल रूम में ठहरा था कि दरवाजे पर खट खट हुई।
मैं एक होटल में रुका था, एक महिला मेरे रूम में आ गई। उनका हाथ कभी मेरी छाती को सहलाता और मेरे निप्पल को मसलता, तो कभी मेरे लंड को सहला रहा था।
अनजान मैडम और मैं मुख मैथुन कर चुके थे। मैं भी कभी उनकी चूत पर हाथ फेरता, कभी चूत में उंगली करता, वे कभी मेरे लंड से खेलतीं.. तो कभी मेरे निप्पल सहला देतीं।
उसने मुझे फिर धक्का दे कर बिस्तर पर लेटा दिया और झुककर मेरे लंड को अपने नरम होंठों से बेतहाशा चूमने लगी। वो अपनी हथेलियों से मेरे गोटियां सहलाने लगी।
माया मुझे बेसब्री से प्यार करे जा रही थी, उसने मेरा लंड चूस कर मुझे झड़वा दिया और नंगी मुंह धोने गई, कि दरवाजे पर खट खट हुई, कौन आ गया?