गांव की छोरी की चूत और गांड मारी
वो नींद में थी. मैंने भी मौके का फायदा उठा कर उसकी चूची पर हाथ रख दिया. उसने सलवार-कमीज पहना हुआ था. मैंने उसके कमीज़ में हाथ डाल दिया उसने ब्रा नहीं पहनी थी.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
वो नींद में थी. मैंने भी मौके का फायदा उठा कर उसकी चूची पर हाथ रख दिया. उसने सलवार-कमीज पहना हुआ था. मैंने उसके कमीज़ में हाथ डाल दिया उसने ब्रा नहीं पहनी थी.
उसका तना हुआ लंड देख कर मैं भी थोडी गरम हो गई थी .. वैसे तो उसका लण्ड मेरे बॉस के लण्ड से कम लंबा और मोटा था... उसने मुझसे कहा जल्दी से चूसना शुरू करो ना...
वो अभी भी पूरा तना हुआ था और अपनी रूबी दीदी की बुर में जाने को बेताब था... .. इतने में मेरा बॉस खड़ा होकर अपने कपड़े पहनने लगा... मैं बेड पे ही लेटी थी...
मेरा नाम यवनिका है और मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे उपहार पसंद हैं। मेरे एक अमीर प्रेमी ने मुझे यह ब्रा खरीद कर दी! मुझे बस इतना करना था कि उसे और उसके एक दोस्त को एक साथ ही अपने को चोदने दूँ! मेरे एक अन्य प्रेमी ने मुझे एक कार खरीद कर दी! […]
चुदाई का शौक-1 मैं अन्तर्वासना पर अपनी सबसे पहली चुदाई का दूसरा भाग लेकर हाज़िर हूँ, कुछ पिछला बताते हुए में आगे लिख रही हूँ! उसने मेरे होंठों पर होंठ टिका दिए, झुकते हुए अपने होंठों से मेरी चूत के होंठ चूम लिए, अपनी जुबान के करतब यहाँ भी दिखाने लगा। मुझे तो समझ नहीं […]
चुदाई का शौक-1 चुदाई का शौक-2 सभी पाठकों को मेरा नमस्कार! कुछ पिछला बताते हुए मैं आगे लिख रही हूँ! आधा घंटा उसने मुझे जम कर पेला, फिर शांत हुए, नशा उतर गया, बोला- तुमने मुझे इतना मस्त गिफ्ट दे दिया! माधुरी नहीं देती? सच बताऊँ? उसे मत कहना! उसमें अब कुछ नहीं बचा! ना […]
आंटी मेरे बिस्तर पर बैठी थी और जैसे ही मैं उनके पास गया, उन्होंने मेरा लण्ड नेकर के ऊपर से पकड़ लिया और बोली- हाय इतना मोटा है तुम्हारा रॉकी?
मैंने अपने दोनों हाथ उसके कंधे पर रख दिए और अपनी ओर खींचा तो वह अमरबेल की तरह मुझसे लिपट गई, उसके दोनों हाथ मेरी पीठ पर लिपट गए.
मैं राजेश एक कंपनी में काम करता हूँ और मेरे साथ लड़कियाँ और औरतें भी काम करती हैं। मैंने एक माँ और बेटी दोनों को एक साथ तो नहीं पर एक ही बिस्तर पर चोदा है। वो बात अलग है कि मेरी शादी के बाद दोनों अब मुझसे नहीं चुदवाती। बात उस समय की है […]
नमस्ते दोस्तो, आपने मेरी पहले आ चुकी कहानियों को बहुत पसंद किया जिसके लिए मैं आपकी आभारी हूँ। अब मैं आपको अपनी चुदाई का एक और गर्मागर्म किस्सा सुनाती हूँ। सर्दियों के दिन थे, मैं अपने मायके गई हुई थी, मेरे भैया भाभी के साथ ससुराल गये थे और घर में मैं, मम्मी और पापा […]
आह ! मैं तो मॉम का शरीर देख कर स्तब्ध रह गया। चिकना तराशा हुआ बदन, काम की देवी जैसी मूर्ति ! पर मॉम को जैसे फ़ुर्सत ही कहाँ थी। उन्होंने मुझे पकड़ा और जोर से बिस्तर पर पटक दिया।
मैंने सबसे पहले आन्टी की साड़ी उतारनी शुरू कर दी और उनका गोरा पेट और नाभि सामने थी, मैंने हाथ फिराते हुए उनके पेटीकोट का नाड़ा खींच दिया।
आँटी आई। वो पहली बार था जब मैंने चूत देखी थी, वो दिन मेरी जिन्दगी को झकझोर देने वाला था। जब मैंने चूत को देखा तो मैं बर्दाश्त नहीं कर पाया। मुझे उलटी सी आने वाली थी, मुझे घृणा होने लगी थी.
मन कर रहा था कि सीमा को पकड़ कर बाहों में भर कर उनके होटों पर अपने होठों को चिपका दूँ लेकिन उनके पति के वहीं पर होने की वजह से मैं काफी शरमा रहा था।
मैं शुरु से ही सेक्स का भूखा हूँ, हमेशा से मैं किसी लड़की या भाभी की तलाश में रहता था जो मेरे साथ सेक्स करे लेकिन कोई मिलती नहीं थी. तो मेरा क्या हुआ?