मेरी चूत का बाजा बज गया -2
मैं पलंग पर लेट कर सोचने लगी कि भाभी कितनी ख़राब है.. जो अपने देवर से ही ये सब करवाती हैं। राहुल अपनी गर्लफ़्रेण्ड की बात करने लगा और मेरे बॉयफ़्रेन्ड की भी !
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं पलंग पर लेट कर सोचने लगी कि भाभी कितनी ख़राब है.. जो अपने देवर से ही ये सब करवाती हैं। राहुल अपनी गर्लफ़्रेण्ड की बात करने लगा और मेरे बॉयफ़्रेन्ड की भी !
मेरी किरायेदार भाभी बहुत मस्त है, मुझे रोज भाभी का सेक्सी फिगर देख कर मुठ मारनी पड़ती थी। उसे भी पटा था कि मैं उसकी चूचियों को घूरता हूँ. तो वो कैसे चुदी... इस कहानी में पढ़ें !
जैसे ही मैंने अपने लंड अपनी छोटी बहन की अनचुदी चूत की तरफ बढ़ाया.. वो बोली- इसे तुम इतने छोटे छेद में डालोगे.. तो ये तो फट नहीं जाएगी.. मैं मर जाऊँगी।
अचानक देवर का लंड देखने को मिला, बहुत बड़ा था. काफी दिन से मेरी चूत में लंड नहीं घुसा था क्योंकि मेरे पति फौज में हैं तो मैंने देवर का लंड चूत में लिया.
दूर के रिश्ते में मेरी बहन सर्दियों में तीन दिन मेरे साथ अकेली रही तो हम दोनों के बीच सेक्स सम्बन्ध हो गए. रात को उसने मेरी रजाई में घुस कर चूत चुदाई करवाई.
मेरे मामा की लड़की हमारे घर आई तो हम आपस में दोस्त बन गए। उसका बदन, चूचे मेरे से छू जाते थे तो मुझे मजा आता था। एक रात वो मेरे ही बिस्तर पर सोई तो क्या हुआ…
मेरी बहन मेरी चुदाईयों के बारे में पूछने लगी तो मैंने भी उसकी चूत चुदाईयों के बारे में पूछा. मैं उसके एक यार की बहन को चोदना चाहता था, वो एक शर्त पर राजी हुई कि मैं अपने दोस्त से उसे चुदवाऊँ !
कुछ दिन बाद उर्मि मुझको कॉलेज में फिर मिली। शरमाते हुए उसने बताया कि इसकी इच्छा हो रही है मेरे लंड से चूत चुदवाने की.. मैं उसको साथ लाकर घर आया और उसकी प्यासी चूत को पूरा मज़ा दिया.
धीरे धीरे सारे दोस्त गेम के इकट्ठे होने लगे कि एक दोस्त अपनी बहन को साथ ले आय, वो उसे कहीं और छोड़ने गया तो पीछे से सब मिल कर उसकी बहन की ही बात करने लगे।
दोस्तो, आज आपके लिए एक नई कहानी पेश है। यह एक ऐसी कथा है जो बताती है कि जब काम दिमाग में चढ़ जाता है तो फिर और कुछ नहीं सूझता। यह कहानी है इलाहाबाद के रहने वाली एक बहुत ही संभ्रांत घर की महिला जिसका नाम है सरोजिनी। अब इलाहबाद में सरोजिनी को ढूंढने […]
मेरी बहन ने मेरे दोस्त को बुलवा लिया और उसे रिझाने लगी। मुझे बहाने से घर से बाहर भेज वो बाथरूम में चली गई और सूर्या को वहाँ बुला कर अपना गीला बदन दिखाया।
मेरे दोस्त की बहन नीलू मुझे पसंद थी लेकिन दोस्ती के कारण मैंने कुछ नही किया. एक दिन उसके घर गया तो दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड को मिलने गया और नीलू मेरे पास आ गई. उसने बताया कि वो मुझे पसंद करती है.
नहीं रॉनी.. मैं इतना पागल नहीं हूँ.. जो बहन को यहाँ लाऊँगा.. मैं बस उसके साथ गेम खेलूँगा और जीत भी मेरी होगी.. उसके बाद उसकी बहन को उसके सामने चोदूँगा.. तब जाकर मेरा गुस्सा ठंडा होगा।
मेरी बहन ने मेरे दोस्त को अपना नंगा बदन दिखा कर फांस लिया और दोनों 69 में होकर लंड चूत चूसने चाटने लगे. इतने में मैं ऊपर से आ गया और ब्लैकमेल करके दोस्त को उसकी बहन को पटाने में मदद का वादा लिया..
एक मेरा एक दोस्त मेरे घर आया और उसने आंटी को देखा और मेरे से बोला- यह यहाँ कब आई? मैंने बोला- एक साल हो गया है। बोला- यह पहले जहाँ रहती थी.. वहाँ पर इसको एक दुकानदार चोदता था और ये उससे सामान फ्री में ले जाती थी।