सुहागरात में चूत चुदाई-4

तभी जानबूझ कर मैंने अपना बांया पैर ऊपर उठाया जिससे मेरा फनफनाया हुआ खड़ा लण्ड लुंगी के बाहर हो गया। मेरे लण्ड पर नज़र पड़ते ही रिंकी सकपका गई। कुछ देर तक वो मेरे लण्ड को कनखियों से मस्ती से देखती रही.. मेरा तन्नाया हुआ लौड़ा देख कर उसकी चूत में भी चींटियाँ तो निश्चित […]

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सुहागरात में चूत चुदाई-5

सम्पादक : जूजा जी ‘मुझे आप पर पूरा भरोसा है जीजू.. फिर भी बहुत डर लग रहा है… पता नहीं.. क्या होने वाला है..।’ रिंकी का डर कम नहीं हो पा रहा था। मैंने उसे फिर से ढांढस बंधाया- मेरी प्यारी साली.. अपने मन से सारा डर निकाल दो और आराम से पीठ के बल […]

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सुहागरात में चूत चुदाई-6

वो मेरे सीने से चिपकी हुई थी और मैं उसकी रेशमी ज़ुल्फों से खेल रहा था। रिंकी ने एक बार फिर मेरे लण्ड को हाथ से पकड़ लिया। उसके हाथों के स्पर्श से फिर मेरा लण्ड खड़ा होने लगा.. फिर से मेरे में काम-वासना जागृत होने लगी। जब फिर उफान पर आ गया तो मैंने […]

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सुहागरात में चूत चुदाई-7

सम्पादक : जूजा जी मैं नीलम को अपनी बाँहों में भर कर उसकी चूचियों को दबाते हुए चूमने लगा। वो शर्मा रही थी.. पर बड़े प्यार से चुम्मा दे रही थी। वो काफ़ी गरमा चुकी थी और मेरे लंड को मुठिया रही थी। रूपा हमारे पास बैठ कर प्रेमालाप देखने लगी। मैंने अब देर नहीं […]

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सुहागरात में चूत चुदाई-8

वो बोली- ओह्ह.. राजा.. क्या कर रहे हो.. मेरी गाण्ड मत चूसो.. प्लीज़… नहीं ऐसा मत करो.. मैंने तुम्हें चूत चोदने को कहा था.. अगर गाण्ड मारनी हो तो मम्मी की मार लो.. मैं मर जाऊँगी.. मम्मी समझाओ ना.. इन्हें.. रूपा बोली- बेटा मार लेने दे आख़िर एक दिन तो मारेगा ही… आज ही अपने […]

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आंटी की शरारती स्माइल और चूत गाण्ड चुदाई

आंटी कुछ काम से आईं और दरवाजा खोल दिया.. मैं उनके सामने नंगा खड़ा था वो मुझे और मेरे लंड को घूर रही थीं। मैंने झट से दरवाजा बंद कर दिया।

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कुंवारी चूतों का मेला-1

मेरा नाम विशू कपूर है और मैं आगरा से एक 23 साल का एक युवक हूँ। मेरे परिवार में मेरे माताजी, पिताजी, ताऊजी, ताईजी, भैया (ताऊजी के बेटे) और भाभी हैं। सभी लोग पास के एक गाँव में रहते हैं लेकिन पढ़ाई की वजह से मैं केवल ही आगरा वाले मकान पर रहता हूँ। शुरुआत […]

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चुदती हुई चूत का चित्र

मेरा नाम डी.के.सिंह है। कहानी उस समय की है जब मैं पढ़ाई छोड़ कर मुंबई में रहता था, उस समय मेरी उम्र 19 साल की थी। मैं उस समय गाँव आया था मेरे पड़ोस में रीना का घर था। उसकी उम्र यही करीब 18 साल की थी। उसकी चूचियाँ अभी नीबू जैसी छोटी-छोटी सी थीं.. […]

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कुंवारी चूतों का मेला-2

फिर एक दिन सभी ने निर्णय लिया कि घर के अंदर हम पाँचों में से कोई भी एक कपड़ा भी नहीं पहनेगा, यदि कोई भी कपड़े पहने हुए दिख गया तो उसे 500/- का फाइन भरना पड़ेगा। एक दिन शांति और शिखा ने मुझसे पूछा- विशु, हमारी एक सहेली और उसकी भाभी को तुम्हारा लंड […]

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कुछ रोचक चुटकुले

मर्दों और चूहों में एक समानता तो है कि दोनों ही पूरी जिन्दगी नए नए छेद ढूंढते रहते हैं! और जब भी कोई नया छेद उन्हें मिल जाता है तो दोनों ही उसे बड़ा कर देते हैं, चूहे खोद खोद कर और मर्द चोद चोद कर… *** एक काले अफ्रीकी ने एक गोरी से शादी […]

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चूत उसके लगी है पर चूतिया तू है-1

दोस्तो मेरा नाम राउफ है और मैं दिल्ली के जमनापार इलाके में रहता हूँ। मैं अन्तर्वासना की कहानियाँ अक्सर पढ़ता रहता हूँ तो सोचा क्यों न अपनी कहानी भी भेज दूँ, शायद आपको अच्छी लगे। दिल्ली में मेरे अब्बा का जरदोज़ी का काम है, और हम चारों भाई भी अब्बा के साथ ही काम करते […]

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चूत उसके लगी है पर चूतिया तू है-2

Choot Uske Lagi Hai par Chutiya Tu Hai-2 उसने बड़े शरारती अंदाज़ में मुझे देखा और बोली- आज घर में कोई है क्या? मेरे तो होश ही उड़ गए… तो क्या वो चीनी के बहाने मुझसे मिलने आई थी?! मैंने कहा- नहीं, है तो कोई नहीं, पर थोड़ी देर में अब्बा आने वाले हैं। ‘तो […]

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जिस्म की जरूरत-10

कैसे हैं मित्रो… देरी के लिए माफ़ी चाहता हूँ, वैसे कसूर मेरा नहीं है, इस देरी की वजह है रेणुका जी और वंदना… उन दोनों की वजह से ऐसा व्यस्त हो गया हूँ कि अपनी कहानी आगे लिखने का वक़्त ही नहीं मिल रहा था। फिलहाल मैं दिल्ली में हूँ, ऑफिस से बुलावा आया था […]

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जिस्म की जरूरत-11

चाय मेरे शॉर्ट्स पे गिरी थी… लेकिन शॉर्ट्स भी छोटी थी इसलिए मेरी जाँघों का कुछ भाग भी थोड़ा सा जल गया था। मैं सोफे से उठ खड़ा हुआ- अरे आप लोग इसे क्यूँ डांट रहे हैं… ये तो बस ऐसे ही गिर गया… और हमने इसका मजाक भी उड़ा दिया इसलिए सजा तो मिलनी […]

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जिस्म की जरूरत-12

जलती हुई मोमबत्ती लेकर मैं वापस कमरे में आया और बिस्तर के बगल में रखे मेज पर उसे ठीक से लगा दिया। मोमबत्ती की हल्की सी रोशनी में वंदना का दमकता हुआ चेहरा मेरे दिल पर बिजलियाँ गिराने लगा। कसम से कह रहा हूँ, उस वक़्त उसे देख कर ऐसा लग रहा था मानो कोई […]

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