चाचा जी ने मेरी कुंवारी चुत को बजा डाला
एक दिन घर पर हमारे रिटायर फौजी चाचा आये। अबकी बार चाचा मुझे अलग ही नजर से देख रहे थे। रात को मैं चचा जी के पास सोयी तो क्या हुआ? पढ़ें और मजा लें!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
एक दिन घर पर हमारे रिटायर फौजी चाचा आये। अबकी बार चाचा मुझे अलग ही नजर से देख रहे थे। रात को मैं चचा जी के पास सोयी तो क्या हुआ? पढ़ें और मजा लें!
मेरी क्लासफेलो मेरे पड़ोस में रहती थी, वो मुझे अच्छी लगी तो मैंने उसकी ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया और अवसर मिलते ही प्रोपोज कर दिया. वो तो तैयार बैठी थी. आगे क्या हुआ?
मेरी चाची हसीन सेक्सी माल थी. चाचा विदेश गए तो चाची चुदाई की प्यासी रहने लगी. चाची ने इसका हल मुझसे किया. चाची ने कैसे मुझसे अपनी जवानी की वासना शांत की.
इस कहानी में एक कुंवारी लड़की, एक तलाकशुदा और एक जवान विधवा है. इन तीन चूत के बीच मेरा एक अकेला लंड था. तो हम चारों ने कैसे सेक्स करके मजा लिया?
चाची ने मुझसे चुदकर अपनी हवस पूर्ति कर ली और मुझे भी मजा आया. लेकिन उनके बार बार कहने पर भी मैंने उनकी चूत की नहीं चाटा. तो चाची ने अपनी चूत मुझसे कैसे चटवाई.
मेरी शादी ऐसे मर्द से हुई थी जो मर्द नहीं एक गांडू था. शादी के एक साल बाद भी मेरी चूत प्यासी थी. मेरी इस तड़पती चूत को कहाँ पर और कैसे चैन मिला?
मेरे एक दोस्त ने मुझे अपनी दूर की भाभी की नंगी फोटो दिखायी जिसे वो चोद चुका था. मैं भी उसे छोड़ना चाहता था तो उसने उस भाभी से मेरी दोस्ती करवा दी. उसके बाद मैंने क्या किया?
हमारे खेत में एक लड़की बेहोश हो गयी. मैं उसे दादा जी के पास ले गया. दादा जी ने उसका इलाज किया. मगर उसके बाद मुझे उस गांव की गौरी जो मिला ... आप पढ़ कर पता लगायें!
मेरे बॉस के मोटे लंड के दर्शन मुझे जब हुए तो मेरे मन के समंदर के अंदर खुशी की लहर उठने लगी. हम दोनों ने कैसे एक दूसरे की प्यास बुझाई, मेरी सेक्सी कहानी में पढ़ें.
मैंने इंस्टाग्राम पर फेक आईडी बनाई. एक लड़के से बात हुयी, उसने कहा कि वो अपनी भाभी को चोदता है. अब उसकी भाभी किसी नए लंड से चुदना चाहती है. तो आगे क्या हुआ?
भाभी सेक्स की इस गर्म कहानी में पढ़ें कि मैंने कैसे दोस्त के पड़ोस में रहने वाली एक सेक्स भाभी को पटाया और फिर उसी के घर में उसे चोदा.
यह सच्ची सेक्स कहानी है अन्तर्वासना की एक पाठिका की ... जब वो 18 साल की थी, स्कूल में पढ़ती थी तो सहेलियों की बातें सुन सुन कर उसकी कुंवारी बुर में कुछ कुछ होता था.
मेरी कामवासना दिन पर दिन बढ़ रही थी. मैं रात में जाग कर अपनी चूत में उंगली करती, चूत का दाना सहलाती लेकिन इन सब से चूत की आग थोड़े ही शांत होती है!
मेरी कामुकता पूरे उफान पर थी लेकिन किसी लड़के से बात करने की हिम्मत नहीं थी. मेरी सहेली ने मुझे एक सलाह दी और कहा कि वो खुद भी यही करती है. क्या थी वो सलाह?
मैंने अपनी कमसिन जवानी की प्यास बुझाने के लिए एक सम्भ्रान्त अंकल को चुन लिया और उनसे बात भी कर ली थी. वे भी मेरी कामवासना को समझ चुके थे और ...