गाँव की शादी में चूत चुदाई
मैं गाँव की एक शादी में गया तो रात को बहुत से लोग एक साथ जमीन पर सोए थे. मेरी बगल में मौसी की नवविवाहिता ननद सोई हुई थी. बीच रात में मैंने उसे गर्म करके चोदा.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं गाँव की एक शादी में गया तो रात को बहुत से लोग एक साथ जमीन पर सोए थे. मेरी बगल में मौसी की नवविवाहिता ननद सोई हुई थी. बीच रात में मैंने उसे गर्म करके चोदा.
दिल्ली मे पहला दिन घूमने के बाद रात को मैडम ने मुझे अपने कमरे में बुला लिया और दो मैडमों की अन्तर्वासना शान्त करने के बाद मैं अपनी सहेलियों के कमरे में आया। कहानी पढ़ कर मज़ा लें !
पड़ोसन भाभी को मैं अक्सर चोदा करता था लेकिन उसके पति को शक होने की वजह से काफी दिन से भाभी की चूत चुदाई नहीं हुई थी. इस बार जब चुदाई का मौका मिला तो वो अपनी सहेली को साथ लाई थी.
मेरी ही क्लास में एक लड़की दिखने में खूबसूरत अप्सरा सी थी, जब वो मटक-मटक कर चलती थी तो हर कोई उस पर फ़िदा हो जाता था। मैं उसे चाहता था, उसकी चूत चुदाई पढ़ें इस कहानी में!
मैं क्लास 12 का स्टूडेंट था.. कंप्यूटर कोचिंग में रीमा नाम की लड़की को मैं पसंद करता था, वो भी मुझे चाहती थी. मैंने उसे एक दिन प्रपोज किया.. तो उसने एक्सेप्ट कर लिया.. तीन महीने तक मैं उससे मिलता जुलता रहा लेकिन सेक्स के बारे में कोई बात नहीं की.. ना ही करना चाहता था। एक दिन वो मेरे पास आई.. कहने लगी- रचित.. तुमने कभी सेक्स किया है?
अर्चना भाभी के कहने पर उनकी एक सहेली को चूत चुदाई का मज़ा देने मैं उसके घर गया, चूमाचाटी के बाद पहले उसकी चूत की चूसाई करके उसे मज़ा दे कर झड़वाया और उसके बाद…
मैंने एक दोस्त से पैसे लेने थे, वो दे नहीं रहा था. उसकी बहन बहुत सेक्सी थी. वो काबू नहीं आ रही थी. एक दिन मैं उसके घर गया तो वो काबू आई लेकिन दोस्त आ गया! उसके बाद क्या हुआ इस कहानी में पढ़ें !
हमारे पड़ोस में एक बड़ी ही मादक लड़की दिव्या रहती है, उसके हिलते हुए चूतड़ों को देख कर तो मेरा दिल करता था कि उसको जाकर पीछे से ही पकड़ कर उसकी गाण्ड में अपना लंड डाल कर अच्छी तरह से चोद दूँ..
डबल बेड पर साथ सोते हुये मैन दिव्या के बदन के मज़े लेने लगा तो उसकी अन्तर्वासना भी जाग गई, चूमाचाटी का मज़ा लेने लगी। उसके बाद पहले मैंने गान्ड मारी फ़िर उसकी चूत चुदाई की!
एक गाँव के एक कार्यक्रम में मैंने मंच संचालन किया और एक पहचान वाले कार्यकर्ता को कहा कि मैं उसके घर सोऊँगा. मैं देर से पहुंचा तो सभी सोये हुए थे. मेरे भाग्य में क्या था वहाँ?
बाज़ार में घूमते वक्त मेरे टूअर की दो लड़कियाँ मेरे पास आई और कहने लगी- सोमू यार तुम तो आजकल कॉलेज में छाए हुए हो.. जल्दी ही उन दोनों ने अपनी चूत चुदाई की मंशा जाहिर कर दी.
मैं घर में अकेली लन्ड के लिये तरस रही थी कि सहेली आशिमा का फ़ोन आया और हमारा डिस्को जाने का कार्यक्रम बना। घर से सलवार सूट पहना लेकिन डिस्को में बाथरूम में शॉर्ट स्कर्ट पहन ली… फ़िर पीने का दौर…
मैं अपनी भानजी को कई बार चोद चुका था. एक बार मैं उसे अपने घर ले आया और रास्ते भर उसके बदन से छेड़छाड़ करता आया. फिर रात होने पर हम दोनों ही चुदाई को उतावले हो रहे थे.
मैंने चुदाई का भरपूर मजा लिया कि पीछे से बारटैण्डर ने मेरी गाण्ड में लण्ड घुसा दिया। तभी उसका एक दोस्त मुझे आगे से चोदने लगा। पूछने पर पता लगा कि मेरी सहेली भी खूब चुदी है।
यह बात है मेरी पहली चुदाई की, मेरी कुंवारी चूत की सील पड़ोस के अंकल ने खोली. आंटी को नौवां महीना चल रहा था, अंकल नाईट ड्यूटी पे थे. मैं आंटी के पास सोती थी.