मौसी की बेटी की चूत चुदाई की वो हसीन रात
मैं मौसी के घर जाता था. मेरी मौसी की बेटी गर्म माल है, मैं अपनी बहन के ऊपर लट्टू था और मैंने कई बार उसे सोते हुए किस किया है. मैंने कैसे मेरी मौसेरी बहन की कुंवारी चूत को चोदा? पढ़ें और मजा लें!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं मौसी के घर जाता था. मेरी मौसी की बेटी गर्म माल है, मैं अपनी बहन के ऊपर लट्टू था और मैंने कई बार उसे सोते हुए किस किया है. मैंने कैसे मेरी मौसेरी बहन की कुंवारी चूत को चोदा? पढ़ें और मजा लें!
मुझे शादीशुदा लेडीज, उनमें भी मोटी औरतें मुझे ज्यादा पसंद हैं. मैं नेट पर लेस्बियन रूम में लेडी के नाम से चैट करता रहता और पूरे मजे लेता. वहीं मुझे एक लेडी मिली. मैंने उसे कैसे चोदा?
सुबह सुबह मैं सो रही थी तभी पापा ने मेरे पास आकर अपना लंड मेरे गाल से सटाने लगे. मैं शायद कोई सपना देख रही थी इसीलिए मैंने अपना मुंह खोल दिया, पापा ने मेरे मुंह में अपना लंड घुसा दिया और पेलने लगे.
फेसबुक पर मेरी दोस्ती आगरा की लड़की से हुई। यह दोस्ती धीरे धीरे प्यार में बदल गयी और हम कई बार फोन सेक्स भी करने लगे। एक दिन हमने मिलने का प्रोग्राम बनाया और मैं आगरा चला गया. वहां क्या हुआ?
आते ही उसकी नजर सोफे पर सोई अपनी अधनंगी माँ पर पड़ी तो उसकी धड़कनें एकदम बढ़ गई, उसकी नाईटी जाँघों तक उठी हुई थी। इस अवस्था में अपनी मम्मी को देख उसके दिल में हलचल सी मची।
मेरी बीवी चुदने के लिए हमेशा तैयार रहती है. मेरी बहुत दिनों से इच्छा थी कि उसे दिन में पूरी नंगी करके चुदाई करूँ. एक दोपहर मैं लेटा हुआ था कि देखा मेरी बीवी पूरी नंगी एक पैर मेरे बेड पर रख कर खडी है.
मेरे ट्यूशन में एक लड़की सबा को मैं बहुत पसंद करने लगा था. किसी तरह हमारी फ़्रेंडशिप हो गई. रोज डे पर मैंने उसे गुलाब का फूल देकर प्रपोज किया. उसके बाद हम दोनों का प्यार बेडरूम तक कैसे पहुंचा?
मैंने कहा- पापा, खुश करते हैं, उनके प्यार में कोई कमी नहीं है, उन्हें काम की टेंशन है तो हफ्ते में एक दो बार ही करते हैं, पर मेरी ही भूख ज़्यादा है, मुझे तो हर रोज़ चाहिए, इसलिए मुझे हर वक्त सेक्स की चाहत रहती है।
अंकल बेरहमी से मेरी गांड मार रहे थे लेकिन मेरे पापा ये देखकर मुस्कुरा रहे थे। उधर पापा ने भी अंकल की बेटी को कुतिया बना दिया था और उसके गांड में अपना लंड घुसा दिया था.
राजस्थान से जामनगर जाने के लिए स्लीपर बस में मुझे एक भाभी मिली. वो मेरे पास वाली सीट पर थी. मुझे देख कर उसने एक हल्की सी स्माइल देकर हैलो कहा. आगे बात कैसे बनी, कहानी पढ़ कर जान लीजिये.
मेरी एक सैटिंग थी, हम दोनों का घर सटा हुआ था. मेरी और उसकी मम्मी अच्छी सहेलियां थीं. तो हम दोनों साथ रहते थे. मैं उसके साथ खूब मस्ती करता था और चुदाई का मौक़ा ढूँढ रहा था. मैंने कैसे उसे चोदा?
मेरी मम्मी की एक दूर की बहन की शादी हमारे शहर में हुई है। वो अकसर हमारे घर आती तो लगता कि पकड़ कर चोद दूँ मौसी की चूत को! एक बार मौसी हमारे घर एक सप्ताह रही तो मैंने कसी मौसी को चोदा!
मेरी क्लास में एक नई लड़की आई बड़ी प्यारी सी... कोशिश करके मैंने उससे दोस्ती की और तीन महीने बाद अपने प्यार का इज़हार किया. उसके बाद हमने कैसे पहली बार सेक्स क्या, पढ़ें मेरी देसी कहानी में!
घर के सामने वाले घर में रहने वाली एक प्यारी सी लड़की से मेरी दोस्ती हुई, फिर प्यार हुआ, इकरार हुआ. फिर हम फोन पर सेक्स की बातें करने लगे, हम फोन सेक्स से ही एक दूसरे का पानी निकालने लगे।
भाभी कभी कभार लिफ्ट में मिल जाती तो किस कर देतीं या मेरा लंड दबा देतीं. मैं भी उनके चूतड़ और चुचे दबा देता. मेरे घर आती तो झुक कर भाभी चुचों का दीदार करा देती. भाभी चूत चुदाई के लिए व्याकुल थी.