पेरिस में कामशास्त्र की क्लास-5

प्रेषक : विक्की कुमार अब मुझे योगा की क्लास लेते हुए चौथा दिन था कि क्रिस्टीना की एक महिला दोस्त ने मुझसे पूछा- हमने हिन्दुस्तान के कामशास्त्र के बारे में बहुत सुना है, क्या तुम इसके बारे में कुछ जानते हो? इसका जवाब मैं देता, उसके पहले ही क्रिस्टीना ने हंसते हुए बताया कि कैसे […]

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मेरी नंगी जवानी-1

दोस्तो, मैं आपके सामने एक सच्ची घटना रखने जा रही हूँ, मेरा नाम सायरा खान है, मैं एक मुस्लिम परिवार से हूँ. मेरी उमर बीस साल है, रंग गोरा, काले बाल और फिगर 34-25-36 है. मैं बी.ए. फर्स्ट इयर की छात्रा हूँ, पढ़ने में काफी अच्छी हूँ इसलिय मेरे अम्मी-अब्बू मुझे आगे भी पढ़ाना चाहते […]

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मेरी नंगी जवानी-2

मेरी नंगी जवानी-1 सायरा चिकनी चूत है या नहीं इसका अभी पता चल जायेगा! सोनिया ने मेरी तरफ देखा और कहा- सायरा, अपनी चड्डी उतार! यह सुनकर मेरे तो पैरों तले ज़मीन ही खिसक गई, मैंने कहा- सोनिया, तुम पागल हो गई हो, अब मैं तुम्हारी कोई बात नहीं मानूँगी, मैं यहाँ से जा रही […]

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लव की आत्मकथा-1

हेलो दोस्तो, अन्तर्वासना के सभी मित्रो को मेरा नमस्कार। यह मेरी पहली और सच्ची कहनी है। मैं नहीं जानता कि मैंने गलत किया या सही, परन्तु मैंने जो भी किया वो लिख रहा हूँ। दोस्तो, मेरा फ़ैसला आपके हाथों में है। अब आपको ही निर्णय करना है कि मैंने सही किया या गलत। ज्यादा बोर […]

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मेरी कयामत प्रेमिका

प्रेषक : युवराज मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ, अन्तर्वासना का बहुत बड़ा फ़ैन हूँ। मैंने अन्तर्वासना डॉट कॉम की लगभग सारी कहानियाँ पढ़ी हैं। आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। यह कहानी मेरे पहले सेक्स की है। मेरी उम्र 19 साल है, मैं वेब डिज़ाइनर हूँ, दिखने में स्मार्ट […]

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स्पोकन इंग्लिश-1

मेरा नाम तुषार है। मैं सूरत का रहने वाला हूँ।, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, अन्तर्वासना की हर कहानी मैंने पढ़ी है। अब मैं अपनी एक सच्ची कहानी आपके सामने रखने जा रहा हूँ। बात उस समय की है जब पढ़ाई ख़त्म करके मैंने अपना बिज़नेस शुरू किया। मेरी इंग्लिश थोड़ी कमजोर थी तो […]

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स्पोकन इंग्लिश-2

उस दिन का खेल हमने वहीं ख़त्म किया, कपड़े ठीक किये और वहाँ से निकल गए। मैंने एक दिन मान्या से कहा- मान्या, अब रहा नहीं जाता। तो मान्या ने मुझे कहा- रहा तो मुझसे भी नहीं जाता ! पर तुषार, तुम मुझे धोखा तो नहीं दोगे न? मुझे भोग कर कहीं तुम मुझे छोड़ […]

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परोपकारी बीवी-2

मेरी बीवी स्नेहा के सहयोग से अब मुझे उसकी सहेली व हमारे पड़ोस में रहने वाली अलका को चोदने को मौका मिलने वाला है, इस सोच के साथ आज मैंने स्नेहा को डट कर चोदा। अलका को मैं चोदूं, इसकी रिक्वेस्ट स्नेहा ने हमारी आज की चुदाई शुरू होने के पहले ही कर ली थी, पर मैंने सहमति चुदाई का पहला दौर निपटने पर ही दी।

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आखिरी मुलाकात

प्रेषक : आदित्य कश्यप आप लोगों ने मुझे जो ईमेल और प्यार भेजा, उसके लिए आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद ! मैं फिर से हाजिर हुआ हूँ यह बताने के लिए उसके आगे क्या हुआ था। हमारी पहली चुदाई के बाद फिजा (बदला हुआ नाम) की शादी उसके माँ बाप ने किसी और से […]

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रानी के साथ मस्ती

मैंने पिछली कहानी में आपको बताया था कि रानी को पाने के लिए कैसे मैंने पुष्पा से समझौता किया और उस समझौते के तहत किस तरह उसे चोदा। अब मैं बताता हूँ इस नए घटना के बारे में जिसका इन्तजार मैं एक अरसे से कर रहा था। एक कहावत है कि मन से किसी चीज […]

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सुहागरात: कुछ जानकारी

जब सुहागरात को दुल्हन कमरे में बैठी होती है उस समय जब दूल्हे को कमरे में भेजकर भाभियाँ बाहर से कुंडी लगा देती हैं तो दूल्हे को चाहिए कि कुंडी खुलवाने के लिए थोड़ा सा निवेदन करने के बाद स्वयं अंदर से दरवाजे का कुंडी अंदर से लगा दे।

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तीसरी कसम-6

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना “पलक अगर कहो तो आज तुम्हें पहले वो … वो …?” मेरा तो जैसे गला ही सूखने लगा था। “सर, ये वो.. वो.. क्या होता है ?” मेरी हालत को देख कर मुस्कुरा रही थी। “म … मेरा मतलब है कि तुम्हें वो बूब्स को चुसवाना भी तो सिखाना था […]

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तीसरी कसम-7

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना “जिज्जू ! एक बात सच बोलूँ ?” “क्या?” “हूँ तमारी साथै आपना प्रेम नि अलग दुनिया वसावा चाहू छु। ज्या आपने एक बीजा नि बाहों माँ घेरी ने पूरी ज़िन्दगी वितावी दयिये। तमे मने आपनी बाहो माँ लाई तमारा प्रेम नि वर्षा करता मारा तन मन ने एटलू भरी दो […]

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तीसरी कसम-8

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना रेशम की तरह कोमल और मक्खन की तरह चिकना अहसास मेरी अँगुलियों पर महसूस हो रहा था। जैसे ही मेरी अंगुली का पोर उस रतिद्वार के अन्दर जाता उसकी पिक्की संकोचन करती और उसकी कुंवारी पिक्की का कसाव मेरी अंगुली पर महसूस होता। पलक जोर जोर से सीत्कार करने लगी […]

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तीसरी कसम-9

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना मैं जैसे ही बेड पर बैठा पलक फिर से मेरी गोद में आकर बैठ गई और फिर उसने अपनी बाहें मेरे गले में डाल दी। मैंने एक बार फिर से उसके होंठों को चूम लिया। “जीजू, तुम मुझे भूल तो नहीं जाओगे?” “नहीं मेरी खूबसूरत परी… मैं तुम्हें कैसे भूल […]

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