भैया ने बाज़ी मारी
मैं अपनी खिड़की से सामने रहने वाले लड़के को अपनी चूचियां दिखाया करती थी और उसका लंड देखती थी. मेरे भाई को पता चल गया. उसके बाद भाई ने मुझे ब्लैकमेल किया और चोदा तो मुझे मजा आ गया.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं अपनी खिड़की से सामने रहने वाले लड़के को अपनी चूचियां दिखाया करती थी और उसका लंड देखती थी. मेरे भाई को पता चल गया. उसके बाद भाई ने मुझे ब्लैकमेल किया और चोदा तो मुझे मजा आ गया.
प्रेषक – लक्ष्य हाय दोस्तों, मैं लक्ष्य, दिल्ली से फिर आपके लिए एक शानदार सच्ची कहानी लेकर आया हूँ। मुझे मेरी पिछली कहानियों के लिए जिस तरह आप सबने टिप्पणियाँ भेजीं, उसने मुझे उत्साहित किया। तो मैं अब आपको अपना नया अनुभव सुनाता हूँ। यह बात पिछले हफ्ते की है जब मैं अपनी मेल चेक […]
मैंने उसके सलवार का नाड़ा खोल कर उसमें हाथ डाल दिया और उसकी मुलायम चूत पर हाथ फेरा। वो गरम होती जा रही थी मैं धीरे धीरे उसकी प्यारी सी चूत को चाटने लगा।
मुझे लगा चाची जाग गयी हैं पर सोने का बहाना कर रही हैं तो मैं धीरे से उनकी साड़ी को उपर खिसका कर उनकी चूत पर उपर से हाथ फरने लगा। मुझे पैंटी में गीलापन महसूस हुआ।
सब को मेरा नमस्कार! ‘दोस्त की बीवी पूजा को चोदा‘ इस कहानी के बाद बस मेरे दोस्त सी. पी साथ हुई कहानी : सीपी मेरा दोस्त है उसका नाम चन्द्रप्रकाश है. वो औरतों के कपड़े बनाता है, उसका काम औरतों के कपडे सीने का काम है. सीपी एक अच्छा लड़का है. वो सिर्फ अपने काम […]
मेरा नाम राहुल है मैं कटनी का रहने वाला हूँ. आज मैं आप सबको मेरी माँ की चुदाई के बारे में बताता हूँ. बात उन दिनों की है जब मैं भोपाल पढ़ाई करने गया था इन्जिनीयरिंग में दाखिले के बाद. मेरे घर में मेरे पापा, मेरी माँ और मैं ही रहते हैं क्योंकि मेरे पापा […]
मन्दाकिनी भाभी बहुत ही सेक्सी, गोरी, स्लिम है। उनका फ़ीगर वेल-मेन्टेन्ड है। वो जब मेरे कमरे में झाडू लगाने आती तो जैसे ही झुकती तो मेरा ध्यान सीधे उनके ब्लाउज़ के अंदर चला जाता।
मैंने अपने भाई का हाथ पकड़ कर अपने आगे लिटा लिया, उसका लिंग अपने हाथ में सहलाते हुए अपनी योनि में फंसा कर कहा- अब धक्का मारो, इसमें दर्द नहीं होगा!
अगर मैं तुम्हें यह छूट दे दूँ कि तुम मेरे कठोर और सुन्दर स्तनों को कपड़े हटा कर देख सकते हो तो बताओ तुम क्या करोगे?
वह झुक कर पेंटिंग बनाती तो उसकी आधी चूची देख मैं पागल हो जाता, लंड खड़ा हो जाता, उससे नजर मिलती, मैं पैंट के ऊपर से अपने लंड को उसे दिखाते हुए दबा देता था।
माँ उठी और मेरे लंड को पकड़ा और साबुन लगाया। दीवार की तरफ मुँह करके खड़ी हुई और कहा- साले, भड़वे, चल तेरा लंड अब मेरी गांड में घुसा।
मैंने धीरे से उसकी छोटी छोटी चूंचियों को सहलाना चालू कर दिया। कभी कभी उसके निपल भी उमेठ देता था। वो सिसकारी भरने लगी- अंकल, हाय और करो, हाय अंकल!!!
'अंकल जी, हाय चूत मार दी रे, मेरी फ़ुद्दी चुद गई, आह्ह मेरा माल निकला रे , हरामजादी... मेरी चूत फ़ोड़ डाली रे...' और उसने अपनी चूत सिकोड़ ली। राधा झड़ने लगी, उसका पानी निकलने लग गया था।
एक दिन मैंने बुआ की चुदाई कर दी. हुआ यों कि मैं अपनी बुआ के घर था, बुआ ने मुझे पैर दबाने को कहा. मैं बुआ की जाँघों तक दबाने लगा.
मैंने अपने और माँ के सारे कपड़े उतार दिए, फिर माँ के गोरे बदन को चूसने लगा. माँ ने भी मेरा पूरा साथ दिया. फिर वो मस्त समय आया कि माँ की चूत को चखा.