मेरा लण्ड बना पड़ोसन चाची की चूत का पम्प
पड़ोस में नई फैमिली आई, छोटी सी फैमिली थी। चाची सांवली थीं.. पर गजब की माल थीं, उनकी चूचियां बहुत बड़ी और आकर्षक थीं, मैं अक्सर उनकी रसभरी चूचियों को घूरता रहता था।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
पड़ोस में नई फैमिली आई, छोटी सी फैमिली थी। चाची सांवली थीं.. पर गजब की माल थीं, उनकी चूचियां बहुत बड़ी और आकर्षक थीं, मैं अक्सर उनकी रसभरी चूचियों को घूरता रहता था।
चाची के बदन की अगन नहीं बुझती थी क्योंकि चाचा अकसर काम से बाहर रहते थे. मैं उनके घर रहने गया तो चाची ने मुझे अपनी अन्तर्वासना का शिकार बनाया! मज़ा मुझे भी बहुत आया..
मैं नीलम चाची को घूरता रहता था, मेरी नज़र कभी उनके चूचों की घाटी.. साड़ी के पल्लू के बीच में से उनकी नाभि.. या फिर उनके उठे हुए चूतड़ों पर टिकी ही रहती थी। मैं उनके हुस्न के ख़यालों में खो जाता..
मेरा लण्ड अब और इंतज़ार करने को तैयार नहीं था.. मैंने नीलम चाची की कमर के नीचे एक तकिया रख दिया। नीलम चाची ने ख़ुशी से अपने पैर खोल दिए।
मैं गाँव में नदी पर नहाने गया तो चाची मेरे सामने नंगी हो गई. साथ में एक पड़ोसन लड़की भी थी. घर आकर मुझे मुठ मारनी पड़ी, चाची ने देख लिया तो बोली कि तेरे लिए कुछ इंतजाम करती हूँ.
चाची के साथ कार में बैठा तो सामिप्य पाकर उनके बदन को छुआ तो शुरुआती हिचक के बाद चाची ने मेरा साथ दिया। अगले ही दिन चाची ने मुझे अपने घर बुला लिया और…
चाची सो गई पर मेरी आँखों से नींद गायब थी। मैं तो उनको चोदने का मौका खोज रहा था। फिर मुझे एक शरारत सूझी, मैंने चाची के बायें हाथ को सहलाना शुरू कर दिया कि अगर बुरा लगेगा तो डांटेंगी।
सुमन चाची की गाण्ड भी बहुत मस्त व टाइट थी और मैं उनकी गाण्ड में भी अपना लंड पेलना चाहता था पर सुमन चाची गाण्ड मरवाने के नाम से ही बिदक जातीं और कहतीं- इसे तो तेरे चाचा भी नहीं मार सके..
मैंने ज़्यादा देर ना करते हुए अपने लंड पर बहुत सा तेल लगाया और चाची की गाण्ड पर दोबारा से तेल लगाया और फिर लंड को उनकी गाण्ड पर सैट करके धक्का मारा..
मेरी चाची बहुत सेक्सी है, मैं उनकी ब्रा लंड पर लपेट कर मुठ मारा करता था। एक दिन चाची ने मुझे रंगे हाथों पकड़ लिया। उसके बाद क्या हुआ, कहानी पढ़ कर पता लगाइये।
पड़ोस में एक परिवार था, उसमें एक सेक्सी चाची थी पर चाचा कमजोर सा था। जब भी वे मेरे सामने आतीं.. तो मेरी धड़कन बढ़ जाती थी। मैंने उस चाची को पटा कर कैसे चोदा।
मेरी चाची के बच्चा होना था, उसकी दो बहनें देखभाल करने आई थी। उनसे मेरी अच्छी दोस्ती हो गई थी। एक दिन मैं नदी पर नहाने जा रहा था तो बड़ी वाली भी मेरे साथ आई।
मैं नंगा सो रहा था कि मेरी मकान मालकिन ने मेरा खड़ा लंड देख लिया। एक दिन मैं किराया देने उनके घर गया, देखा कि पड़ोस की आन्टियाँ नंगी लेस्बीयन सेक्स कर रही थी।
मेरी चाची चुदाई की प्यासी थी क्योंकि चाचा उनको खास चोदते नहीं थे काम में लगे रहने से… मैं चाची के पास रहा तो हम दोनों के यौन सम्बन्ध कैसे बने, कहानी पढ़ें!
मेरी नजर रिश्ते में एक चाची पर थी, मुझे लगता था कि उनके और उनके जीजे के बीच शारीरिक सम्बन्ध है। इसी बात का फ़ायदा उठा कर मैंने चाची को मसल दिया।