एक भाई की वासना -47
एक ही वक़्त में अपनी बीवी और अपनी बहन की चूत को सहला रहा था और उनमें अपनी उंगलियाँ डाल कर दोनों को एक ही वक़्त में एक साथ मजे दे रहा था। मेरी चूत पानी छोड़ने वाली थी।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
एक ही वक़्त में अपनी बीवी और अपनी बहन की चूत को सहला रहा था और उनमें अपनी उंगलियाँ डाल कर दोनों को एक ही वक़्त में एक साथ मजे दे रहा था। मेरी चूत पानी छोड़ने वाली थी।
भाभी ने भैया की कमर पकड़ ली और उनको स्पीड तेज़ नहीं करने दी। इधर मैंने अपना तना हुआ लंड भाभी की नाइटी को ऊपर उठा कर पीछे से उसकी उभरी हुई चूत में डाल दिया और धीरे से धक्के मारने लगा।
फैजान घबरा कर इधर-उधर देख रहा था.. मैं और आगे बढ़ी और उसके क़रीब जाकर उसके होंठों को चूम कर बोली- डोंट वरी डियर.. होता है.. ऐसा भी होता है.. वैसे तुम्हारी बहन है बहुत सेक्सी और खूबसूरत.. मैं अगर लड़का होती ना.. तो कब से उसे चोद चुकी होती।
मैंने जाहिरा के पतले-पतले होंठों पर अपनी उंगली फेरनी शुरू की और बोली- फैजान.. देखो तुम्हारी बहन के कितने प्यारे होंठ हैं.. यह कह कर मैं झुकी और अपने होंठ जाहिरा के होंठों पर रख दिए और उसको किस करने लगी।
भाभी मुझसे गर्भाधान चाहती थी पर भैया की मंजूरी जरूरी थी. हम सबने भैया को खुश करने के लिए पारो को चूत चुदाई के इस खेल में शामिल किया तो भैया भी पारो की चूत मारने को आतुर दिखे.
मैंने जाहिरा की नाईटी के गले को थोड़ा नीचे को खींचा.. तो जाहिरा की चूचियों का ऊपरी हिस्सा और उसका क्लीवेज नंगा हो गया। मैंने फैजान को इशारा किया कि झुक कर उसको चूम ले..
मैं अपने बड़े भाई की साली की शादी में मध्यप्रदेश गया था जो कि एक छोटे गाँव में हो रही थी.. उधर काफ़ी लड़कियाँ रिश्तेदारी में थीं, वहाँ मैंने भाई की रिश्तेदारी में एक साली को चोद दिया।
एक सुबह मेरे भाई का दोस्त उसे बुलाने आया तो भाई तैयार होने चला गया और मैं उलटी लेटी सोने का दिखावा कर रही थी. दोस्त मेरे पास ही बैठा था, मैंने शरारत की तो..
एक रात को मैंने महसूस किया कि मेरे शरीर पर कुछ चल रहा है। जब मैंने थोड़ी सी आँखें खोल कर देखा तो पाया वो मेरे भाई का हाथ था जो मेरी टी-शर्ट के ऊपर से मेरे बूब्स को हल्के हल्के सहला रहा था।
मैं कितना बड़ा गांडू हूँ.. आपको मेरी कहानी पढ़कर ही पता चल जाएगा.. पर मैं करूँ क्या.. मुझे गांड मारना बहुत पसन्द है। मैंने गांड मारने के लिए अपनी जवान खूबसूरत बहन को कैसे राजी किया.. और वो भी तब.. जबकि वो कह रही थी- भैया गांड मत मारो.. प्लीज.. बहुत दर्द होता है..
मेरा एक दोस्त मुझसे बड़ा है. एक दिन हम वाटर पार्क गए और वहां उसे पटा चल गया कि मैं गांडू हूँ. मैंने उसका लंड चूसा और गांड मरवाई. एक दिन वो मेरे घर आया तो मेरी बहन को देखा उसने !
मैंने देखा कि भैया बहन की गाण्ड से पूरा चिपक कर खड़े थे। मेरे आने के बाद भी भैया नहीं हटे और मैं वहाँ जाकर खड़ा हो गया। मेरी बहन ऐसे बिहेव कर रही थी.. जैसे कुछ हो ही नहीं रहा हो।
मैं पड़ोस की लड़की को पटाना चाह रहा था कि एक दिन मेरे दोस्त से पता लगा कि उस लड़की का भाई गांडू है. तो मेरे दोस्त ने उस गांडू को कहा कर उसकी बहन मुझसे चुदवाई...
मेरे भाई के दोस्त ने मेरी सील तोड़ दी थी। मैं बार बार चुदना चाह रही थी। उसी दिन दोपहर को भाई के तीन दोस्त आये मैं समझ गई कि आज मेरी चुदाई 4 लौड़ों से होने वाली है।
दीपक नहीं माना और जबरन गेट खोल कर अन्दर आ गया। उसने अपना लौड़ा निकाल कर मेरे मुँह में दे दिया.. जितना अन्दर जा सकता था उतना घुसेड़ दिया और फिर मेरे मुँह मे ही मूतने लगा।