भाभी संग मेरी अन्तर्वासना-3
दोपहर को सोते हुए मैंने देखा कि सिर्फ़ ब्लाऊज़ पेटिकोट में भाभी मेरी बगल में सो रही थी। मैं उनके बदन को छूने लगा, ब्लाउज़ खोल कर चूचियाँ चूसने लगा।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
दोपहर को सोते हुए मैंने देखा कि सिर्फ़ ब्लाऊज़ पेटिकोट में भाभी मेरी बगल में सो रही थी। मैं उनके बदन को छूने लगा, ब्लाउज़ खोल कर चूचियाँ चूसने लगा।
मैं और मेरे भैया-भाभी टूर पर गए हुए थे, और भाभी की फ्रेण्ड पूजा भी साथ में थीं.. एक जगह बहुत भीड़ थी, लोग लाइन में जा रहे थे, पूजा मेरे आगे लाइन में लगी थी।
छत पर नेहा भाभी ने मुझे प्रीत की चुदाई करते देखा था। अब मैं नेहा की चूत के चक्कर में था। मुझे पता थ कि वो भी चुदना चाहती है! कहानी में पढ़ें कि वो कैसे चुदी!
भाभी की चूत चुदाई केर बाद मेरा मन भाभी की गांड मारने का कर रहा था लेकिन मैंने भाभी को बताया नहीं। मैंने भाभी की मालिश करके उसकी गान्ड मारने की तैयारी कर ली।
पड़ोस की दो भाभियों पर मेरी नजर थी। उनमें छोटी वाली मेरी नजर पहचानती थी। एक दिन बारिश में मैंने उसे अपनी बाइक पर बिठा लिया तो उसने मेरा फ़ोन नम्बर लिया।
मेरे पड़ोस में एक काफ़ी सुन्दर और बहुत सेक्सी भाभीजान रहती थीं.. उनका शौहर कुछ ढीला सा था। मैंने एक दिन उन्हें खिड़की से ही इशारा किया। कहानी पढ़ कर देखिए!
मैं पड़ोसन भाभी के घर गया था टी वी देखने, वहाँ कोई दिखा नहीं तो मैं टी वी देखने लगा। तभी पूरी नंगी भाभी बाथरूम से निकल कर अचनक मेरे सामने आ गई।
भाभी शादी के बाद प्रेग्नेंट हुईं तो मैंने देखा कि उनकी बॉडी सेक्सी होती जा रही थी, तब से मैं उन्हें गंदी नज़र से देखने लगा। अपनी भाभी को कैसे चोदा मैंने!
बॉम्बे की ट्रेन में हमें हमारे कूपे में एक जोड़ा मिला। वे दोनों बच्चा ना होने से दुखी थे। कम्मो की जांच और सलाह पर वे मुझसे गर्भाधान के लिये कहने लगे।
मेरी किरायेदार भाभी मस्त चीज थी. वो मुझसे बात करने लगी कि लड़के बड़े गंदे होते हैं.. वो मजे करने के बाद छोड़ देते हैं। बातें भाभी की चूत चुदाई तक पहुँच गई.
मेरी सेक्सी पड़ोसन चुदाने को तैयार थी, हम दोनों मौक़ा तलाश रहे थे. जैसे ही मौक़ा मिला, मैं उसके कमरे में घुस गया और वो मुझसे लिपट गई. कहानी पढ़ें उसकी चुदाई की!
एक दिन मैं घर का किराया देने मालकिन के कमरे में गया तो देखा कि पड़ोस की आन्टियाँ नंगी लेस्बीयन सेक्स कर रही थी। उन्होंने मुझे देख अपने खेल में शामिल कर लिया।
पड़ोसन भाभी के औलाद नहीं थी, वो डॉक्टर से दवाई लेने मेरे साथ गई। मैंने भाभी को छेड़ दिया और भाभी पट गई। भाभी मुझसे कैसे चुद कर माँ बनी, इस कहानी में पढ़िये।
शहर में किराये के कमरे के पड़ोस में एक 'न्यू कपल' था। पति बिजनेस के सिलसिले में अक्सर बाहर रहते थे। मेरी दोस्ती हो गई उनसे… एक दिन भाभी और मेरे बीच क्या हुआ?
कहानी गाँव की एक भाभी की है, मुझे एक गाँव की शादी में मिलीं, मन किया कि काश यह माल पट जाए… मैंने उनसे जान पहचान बढ़ाई और हँसी-मजाक में हम दोनों काफी खुल गए।