तीन पत्ती गुलाब-14
सेक्स ईश्वर द्वारा मानव को प्रदत्त आनन्दायक क्रिया है यह कोई पापकर्म नहीं है। इसमें पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका को जिन क्रियाओं में आनन्द मिले वो सब प्राकृतिक निष्पाप होती हैं।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
सेक्स ईश्वर द्वारा मानव को प्रदत्त आनन्दायक क्रिया है यह कोई पापकर्म नहीं है। इसमें पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका को जिन क्रियाओं में आनन्द मिले वो सब प्राकृतिक निष्पाप होती हैं।
मेरी मामी अपनी वासना पूरी करने हेतु मेरा जमकर इस्तेमाल करती रही थी जिसके कारण मै चुत का आशिक बन गया था। इस देसी सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी फुफेरी बहनों को एक साथ चोदा.
भाभी बोली- आज तुम मेरी जन्म-जन्म की प्यास बुझा दोगे. घोड़ी बन चुदना मुझे पसंद है, परंतु मेरे पति ने इस आसन में मुझे कभी नहीं चोदा क्योंकि मेरे हिप्स भारी हैं और उनका लंड छोटा है.
हमारे सामने वाले फ़्लैट में एक नया परिवार आया, उसमें एक मलाई सा माल भी था, मेरा लण्ड उसकी चूत मांगने लगा। मैंने उस परिवार से सम्बन्ध बनाये और एक दिन मैं उसे अपने बिस्तर की रानी बनाने में कामयाब हो गया
मेरी गर्लफ़्रेंड बड़ी मस्त आइटम थी पर मैंने उसे कुछ नहीं किया था। एक बार हम मूवी गए तो वहाँ गम्र सीन देख कर हम भी गर्म हो गए, हमने वहाँ जो भी किया, इस कहानी में!
बॉटम बॉय गांड कहानी में लॉकडाउन में कोई साधन ना मिलने पर मैं पैदल अपने घर जाने के लिए निकल पड़ा. रास्ते में एक ट्रक वाले सरदार से मैंने लिफ्ट मांगी. उसने बदले में क्या माँगा?
मैं बहुत सुन्दर हूँ, घर से निकलती तो मेरी चूचियों और मटकती गाण्ड को देखकर सब का लण्ड खड़े हुए बिन नहीं रह पाता. मैं निकल जाती और वो लण्ड दबाते रह जाते. लेकिन मेरी जवान चूत की धार मेरी फुफेरे भाई ने लगाई अपने फौलादी लंड से!
प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए आज मैं जल्दी ऑफिस आ गया क्योंकि कुछ फाइल्स लेकर मुझे मुम्बई जाना था। करीब 10-20 पर किरण का फोन आया, उसने बताया- भाभी-भैया अभी ऑफिस के लिए निकल चुके हैं, आप आ जाइए। मैंने उससे कहा- यार, मेरी भाभी भी तो हैं, मैं क्या बहाना बनाउंगा? तो […]
एक दिन मेरा दोस्त ऑफिस गया था तो मैंने उससे मिलने के लिए बुलाया। पहले तो उसने बहुत नखरे दिखाए पर फिर उसने बोला कि तुम कुछ करोगे तो नहीं?
मेरे दोस्त की बहन का पति भाग गया है. उसकी फिगर मस्त है. मैं उसे पहले चोद चुका हूं. मस्त पटाखा है; मजे से चुदवाती है. मैंने कैसे दोबारा दोस्त की बहन को चोदा.
हाय! अंतरवासना के प्यारे दोस्तो मैं सर्मिला हीरो पटना बिहार से एक सेक्सी स्टोरी लेकर फिर आया हूं। सबसे पहले सभी आंटियों, भाभियों और लड़कियों को मेरा नमस्कार। अपनी आपबीती कहानी पर आता हुं मेरी उमर २८ साल है और मेरी एक मौसी ३३ साल की थीं। मैं अपनी मामी के घर उनके बच्चे के […]
मुझे दो लड़कों के साथ कुछ लोगों ने देख लिया तो मैं वहां से आ गयी लेकिन मेरी कच्छी वहीं पर रह गयी. वो लोग मेरी कच्छी उठा कर ले आये और मुझे कच्छी लौटने के बहाने बाहर ले गए.
खाना खाने के बाद जीजाजी ने थोड़ी देर आराम किया। मुझे भी अपने पास लिटा कर मेरे लण्ड को सहलाया तथा उसे मसला भी। मेरे गाण्ड के छेद में उंगली डाली, मुझे मजा तो आ रहा था पर न जाने क्यूँ यह सब मुझे बहुत अच्छा नहीं लगा।
पति की बिमारी एवं उनके निधन के कारण पिछले पांच वर्ष में मुझे किसी भी पुरुष के लिंग को देखने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ था इसलिए रोहन के तने हुए लिंग को देखते ही मन में एक लालसा जाग उठी।
राधे 15 मिनट तक ममता की चुदाई करता रहा.. दोनों के कामरस का मिलाप हो गया या यूं कहो.. जिंदगी से जिंदगी के जन्म की नींव रख दी गई थी, दोनों ही थक कर चूर हो गए थे और एक-दूसरे को देख कर बस मुस्कुरा रहे थे। उधर नीरज बातों के दौरान रोमा को सहला रहा था और उसको चुदाई के लिए मना भी रहा था- जान.. तुम सेक्स से मना क्यों कर रही हो.. कभी ना कभी तो सेक्स करना ही होगा। रोमा ने कहा- हाँ पता है.. मगर वो कभी जब आएगा.. तब देखूँगी..