रैगिंग ने रंडी बना दिया-23
बहू मोना तो वासना में जल रही थी, वो तो बस इंतजार में थी कि जल्दी से चचिया ससुर अपना मूसल अन्दर पेल दें और उसकी चुत को सुकून मिले।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
बहू मोना तो वासना में जल रही थी, वो तो बस इंतजार में थी कि जल्दी से चचिया ससुर अपना मूसल अन्दर पेल दें और उसकी चुत को सुकून मिले।
दीदी को पराये मर्द से चुदते हुए देख मेरी वासना बेकाबू हो रही थी. जीजू ने मेरे कुंवारे बदन को सहला कर मेरी कामुकता और भड़का दी. लेकिन जीजू ने मुझे चोद कर संतुष्ट किया या नहीं?
हैलो दोस्तो, मेरा नाम कृष्णा है मैं ग्वालियर का रहने वाला हूँ और मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ। मेरा रंग हल्का सांवला है, मेरी उम्र 23 वर्ष है। ऊँचाई 5′ 7″ है, भरा-पूरा बदन है और लंड 6 इन्च का है। अभी तक मैं अविवाहित हूँ इसलिए मेरे दिमाग में एक ही […]
मेरी शादी हुई, ससुराल में मेरे एक देवर को मैं बहुत पसंद आ गई, वो मुझे देखने का कोई मौक़ा नहीं छोड़ता था. मैंने भी उससे दोस्ती कर ली. क्या देवर भाभी की चुदाई कर पाया?
मेरा नाम विक्की है, मैं 22 साल का युवक हूँ। बात दो महीने पहले की है जब मैं अपने दोस्त वासु के भाई की शादी में गया हुआ था और मेहमानों की खातिरदारी में लगा हुआ था कि अचानक मेरी नज़र एक शादीशुदा औरत पर पड़ी। वो सांवले रंग की आकर्षक महिला थी, मुझे वो […]
भाई भाभी सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं अपने भाई के घर रहने गया तो मैंने कई बार भैया भाभी को चुदाई करते देखा. दोनों बहुत जोरदार चुदाई करते हैं ओरल सेक्स के बाद!
मैं जयश्री की तरफ गया और उसको बाँहों में जकड़ कर बिस्तर से उठा दिया.. फिर उसको दबोच कर उसके मस्त होंठों से अपने होंठ सटा दिए। जयश्री ने कहा- राजा.. थोड़ी देर के लिए चूमना बंद कर.. तो नाइटी उतार दूँ..
मेरी दुकान के सामने एक खूबसूरत से मकान में, एक बहुत खूबसूरत सी लड़की अपने परिवार के साथ रहती है.
प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा मैं आज अपने मायके आ गई, सोचा कि कुछ समय अपने भाई और माता पिता के साथ गुजार लूँ। मेरी माँ और पिता एक सरकरी विभाग में काम करते हैं, भैया कॉलेज में पढ़ता है। आप जानते हैं ना चुदाई एक ऐसी चीज़ है जिसके बिना हम लड़कियाँ तो बिल्कुल नहीं […]
पीटर ने दोनों हाथों से मेरे दोनों कूल्हे पकड़ कर गांड खोलने लगा। धीरे से उसने अपनी एक उंगली मेरी गांड में डाली और थूक लगा कर छेद में अंदर-बाहर करने लगा।
मुझे नंगी देख उसको मेरे हुस्न का नशा होने लगा। उसके आगे आगे उलटी चलती हुई उसको पीछे आने का इशारा करती बेडरूम में ले गई और जाकर बिस्तर पर उलटी लेट गई।
मेरी पड़ोसन कमसिन लड़की ने मेरा लंड आधा ही लिया था लेकिन वह मेरे लंड की दीवानी हो चुकी थी. उससे अब रुका नहीं गया और तीन चार दिन बाद ही वह कमरे में एक दिन फिर आ पहुंची.
फेसबुक पर एक विधवा औरत से मेरी दोस्ती हुई. धीरे धीरे खुले तो पता लगा कि वह सेक्स की प्यासी थी. मैंने उसकी प्यासी जवानी को होटल में जाकर कैसे शांत किया?
जब आपी ने देखा तो उनकी ब्रा मेरे बायें हाथ में थी और मैं कप के अन्दर ज़ुबान फेर रहा था। मैंने आपी को देखा लेकिन अब मैं अपनी मंज़िल के बहुत क़रीब था इसलिए अपने हाथ को रोक नहीं सकता था।
कहानी का पिछला भाग: केयर टेकर-1 एक सप्ताह बाद सवेरे प्रीतम आया और कुछ पैसे मुझे दे गया। बता गया कि शाम को कुछ बिजनेस के काम से चार लोग आ रहे हैं, सामने से चिकन ले आना और बना देना… बाकी मैं कर लूँगा। ‘ठीक है बाबू जी, पर इतने दिन कहाँ रहे?’ ‘तू […]