मेरी यादगार सुहागरात
ये मेरी अपनी आपबीती है, ये कोई कहानी नही है और इसमे कुछ ऐसा भी नही है जो मैंने कल्पना से लिखा हो. बचपन में जब मैं पांच साल का था तब मेरी ताईजी का देहाँत होने के कारण उनकी लड़की जो मुझसे सात साल बड़ी हैं हमारे साथ रहती थी. उनका नाम मंजू है. […]