जन्मदिन मनाया बीवी की चुत चोदकर
जब हमारी शादी हुई थी तब मेरी बीवी को चुदाई नहीं करनी आती थी लेकिन अब वो पूरी चुदक्कड़ और चुदाई में एक्सपर्ट हो गई है. हमने मेरा 46 वां जन्मदिन कैसे मनाया, इसकी कहानी लिख रहा हूँ.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
जब हमारी शादी हुई थी तब मेरी बीवी को चुदाई नहीं करनी आती थी लेकिन अब वो पूरी चुदक्कड़ और चुदाई में एक्सपर्ट हो गई है. हमने मेरा 46 वां जन्मदिन कैसे मनाया, इसकी कहानी लिख रहा हूँ.
यह कहानी है एक ऐसी बहू की जिसकी सास नहीं है. घर में सिर्फ पति और ससुर हैं. बहू गर्भवती है और डिलीवरी का समय पास आ चुका है. पति को लम्बी अवधि के लिए विदेश जाना पड़ गया. ऐसे में क्या क्या घटित हुआ, पढ़ें!
मेरे कमरे की डोरबैल बजी. मैंने दरवाजा खोला तो बाहर जूली खड़ी थी. मैंने झट से उसे अंदर बुलाया और उसको बांहों में उठा लिया. जूली बहुत गजब की सुंदर छोटी सी लड़की थी. उसने होटल की यूनिफार्म पहन रखी थी.
बापू आहिस्ते आहिस्ते अपनी बेटी पद्मिनी की जवान कुंवारी चुत की पंखुड़ियों को अपनी उंगलियों से आराम से खोलते हुए अपनी जीभ को चूत के उन मुलायम हिस्सों पर फेर रहा था.. जो ज़्यादा लाल और नाज़ुक होते हैं.
मेरी सेक्सी कहानी में पढ़ें कि कैसे दो लड़कों ने मेरे पति के साथ मेरी क्सक्सक्स सेक्स वीडियो बना ली फिर मुझे ब्लैकमेल करके मेरे पति के सामने ही चोदा. मुझे बहुत मजा आया.
फेसबुक पर एक लड़की से मेरी बात हुई. मैंने पढ़ाई में उसकी मदद की, वो मुझसे काफी इम्प्रेस हो गई. बातें करके पता चला कि वो शादीशुदा है. अब हम कभी कभी मिलने लगे. आत कैसे आगे बढ़ी, पढ़ें मेरी सेक्स स्टोरी में!
ससुर जी के सामने डॉक्टर द्वारा मेरी योनि के बाल साफ़ करते समय उस पर हाथ लगाना तथा उसके होंठों को पकड़ कर फैलाते हुए उन पर रेजर चला कर बाल साफ़ करने पर मुझे बहुत संकोच होता रहा।
होटल में बुकिंग कराते वक्त ही मैंने अपनी जरूरत मेनेजर को बता दी थी. उसने पहले दिन मेरे पसंद की लड़की मेरे रूम में भेज दी लेकिन अगले दिन वो लड़की नहीं आई. तो मैंने मेनेजर लड़की को अपने रूम में बुला लिया.
पद्मिनी बापू के लंड पर झुक गयी. पहले बापू के कहने पर अपनी जीभ को लंड के ऊपर वाले हिस्से पर फेरा, फिर और एक बार फिर से.. और एक बार.. धीरे धीरे वो अपने बाप का लंड चाटती गयी.
मैंने अपनी बहन और भी को सेक्स करते देखा तो वे दोनों मुझे समझाने लगे कि वे क्या कर रहे थे. उन्होंने मुझे बताया कि वे दोनों एक दूसरे के यौन अंगों की खुजली मिटा रहे थे. फिर वे मुझे करके दिखाने लगे.
मेरी शादी 3 साल पहले हुई, मेरे पति बिजनेस के कारण अक्सर बाहर रहते हैं तो मैं प्यासी रहती हूं. यह मेरे जीवन की सच्ची घटना है जिसे मैंने कहानी के रूप में प्रस्तुत किया है कि किस तरह मैंने गैर मर्द से अपनी प्यास बुझाई.
मेरे द्वारा टांगें चौड़ी करते ही ससुर जी ने मेरे गाउन को कमर तक ऊँचा किया और मेरी टांगों के बीच में बैठ कर टांकों और आसपास मरहम लगा दी। उसके बाद उन्होंने मेरी योनि के ऊपर सही तरीके से सैनिटरी पैड रखा.
मैं अपने चचा के घर रहने गया हुआ था. वहां चाची की सहेली की बेटी भी रहने आई. उसके साथ मेरी सेटिंग कैसे हुई और उसने कैसे मुझसे अपनी चूत चुदाई? पढ़ें मेरी सेक्स स्टोरी में!
मेरे भाई की शादी के बाद भाभी की दो भतीजी हमारे घर रहने आई. उनमें से छोटी वाली मुझे पसंद आ गई. हमारी दोस्ती हो गयी. उसके बाद क्या हुआ, मेरी सेक्स कहानी में पढ़ कर मजा लें!
मेरी बहन मेरी फैली टांगों के बीच औंधी लेट कर हाथ से मेरी योनि के ऊपरी सिरे को सहलाने लगी। मेरे दिमाग में चिंगारियां छूटने लगीं। मैंने कभी सोचा नहीं था कि पेशाब करने वाली जगह में इतना अकूत आनंद हो सकता है।