मेरी प्यारी मैडम संग चुदाई की मस्ती-1
मुझे अपनी टीचर से प्यार हो गया, टीचर भी मुझे पसन्द करती थी मगर वो उलझन में थी, मैंने प्यार का इजहार किया तो उसने ठुकरा दिया। आगे क्या हुआ, कहानी में पढ़ें।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मुझे अपनी टीचर से प्यार हो गया, टीचर भी मुझे पसन्द करती थी मगर वो उलझन में थी, मैंने प्यार का इजहार किया तो उसने ठुकरा दिया। आगे क्या हुआ, कहानी में पढ़ें।
उसने दीदी की पेंटी उतारी, दीदी नंगी पड़ी थीं, उसने दीदी को नशीली आँखों से देखा और उनकी टाँगें फैला दीं। दीदी की नंगी चूत एकदम साफ़ थी, जैसे दीदी कुँवारी हों।
मेरी मॉम की अन्तर्वासना इतनी है कि वो दूध वाले से चुदवा चुकी हैं, उसके कुछ दिन बाद मॉम ने पड़ोसन आंटी के कहने से उसके पति और उसके बॉस से चूत चुदवा ली।
मेरे बॉयफ्रेंड का रिश्ता मेरी बहन से आया तो उसने पता होते हुए भी मना नहीं किया। मेरा बॉयफ़्रेंड मेरा जीजू बन गया। मुझे अपनी बहन से बदला लेना था। कैसे?
मेरी पैंट की जिप कब खुलती, कब मेरा लंड उसके मुँह में चला जाता.. मुझे भी पता नहीं चलता था। वो बड़े प्यार से मेरा लंड चूसती थी.. कहीं वो घिस न जाए।
प्रीति की चूत पहले ही चिकनी हो रही थी, स्वीटी प्रीति के ऊपर लेट गई और खीरे का एक सिरा अपनी चूत में और दूसरा सिरा प्रीति की चूत में घुसा कर लेट गई।
मेरी सहेली का कजिन मेरा बॉयफ़्रेंड था, वो मेरी सहेली को चोदना चाहता थ। मैं अपनी सहेली को अपनी चुदाई की कहानी सुना कर गर्म करती थी। मेरी सहेली की बुर कैसे चुदी!
ऑफ़िस के काम से टूर पर हमारे बॉस के साथ मैं और ऑफ़िस की एक लड़की दो ही लोग इस टूर पर गए। उस लड़की से सेक्स पर बात हुई तो उसने क्या कहा और क्या हुआ?
मैं अन्तर्वासना की कहानी जैसे पराई चूत चोदने के ख्वाब देखता था लेकिन मौका नहीं मिला। एक बार मैं होटल के सिंगल रूम में ठहरा था कि दरवाजे पर खट खट हुई।
उसने नीचे उतर कर मुझे चेयर पर लेटा सा दिया, मेरी पैंट खोल कर मेरे लंड को मुँह में लेकर चूस लिया। कुछ ही देर में मेरे लंड का पूरा माल निकल गया।
जवान सेक्सी और मस्त फिगर की साँवली सी लड़की मेरे घर पर काम करने आती थी, उसके शरीर की सबसे आकर्षक चीज़ थी उसके चूचे! उसकी बुर मैंने कैसे फ़ाड़ी?
उस दिन भैया भाभी की चुदाई देख कर मैं रात भर सो नहीं पाई, चूत में उंगली डाल कर खुद को शांत किया। अगले दिन रूममेट को बताया, उसने भाभी से बात की।
पापा के दोस्त हमारे घर के नज़दीक ही रहने लगे थे। एक बार वे अपनी बेटी के साथ हमारे घर आए, उस दिन हुई मुलाकात आगे जाकर बुर चोदन तक कैसे पहुँची?
मैं एक होटल में रुका था, एक महिला मेरे रूम में आ गई। उनका हाथ कभी मेरी छाती को सहलाता और मेरे निप्पल को मसलता, तो कभी मेरे लंड को सहला रहा था।
अब तक आपने पढ़ा.. शिप्रा मेम और मेरा मिलना-जुलना जारी था। अब आगे.. बिजली जाने के बाद लॉन में बहुत अँधेरा हो जाता था.. जो हमारे लिए फायदेमंद था। हम चुपके से लॉन में मिलते और चुम्मा-चाटी करते थे। कॉलेज में एक हाल था.. जहाँ काफी अँधेरा होता था। हम लोग वहीं पर जा कर […]