चुम्बन से शुरू गांड पे खत्म-5
मैंने साबुन उसके बदन पर लगाना शुरू किया, अपने हाथों से साबुन उसकी चूचियों पर देर तक रगड़ता रहा, फिर उसकी जाँघों को सहलाया.. उसकी पैन्टी के ऊपर से चूत पर..
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैंने साबुन उसके बदन पर लगाना शुरू किया, अपने हाथों से साबुन उसकी चूचियों पर देर तक रगड़ता रहा, फिर उसकी जाँघों को सहलाया.. उसकी पैन्टी के ऊपर से चूत पर..
मैं अपनी मामी के साथ घर में अकेला था। रात को हम साथ साथ सो रहे थे कि बीच रात में मुझे उनकी नंगी टांगें दिखी। मैं रुक नहीं पाया और मैंने उनकी साड़ी सरका कर मामी की चूत सूंघी।
पड़ोस में लड़की घर में अकेली रह गई, उसने मुझसे दोस्ती की। एक दिन मैं उसके घर गया.. दरवाजा खुला था, आवाज़ लगाई तो बाथरूम में से आवाज़ आई- मैं नहा रही हूँ।
मैंने रूचि की फ्रॉक को उतार दिया, देखा तो रूचि ने सब पिंक ही पहना था ब्रा और पैंटी दोनों ही पिंक पहनी हुई थी। उसकी नाभि छोटी और गोल थी, मैं नीचे बैठ कर उसकी नाभि को चूमने लगा।
अंकिता ने मुझसे बोला कि उसके अन्दर हवस की प्यास थी.. वो सिर्फ चुदाई का भूखा है.. वो मुझको चोदना चाहता था.. मुझे चोद लिया तो अब वो तुम्हें निशाना बना रहा था।
मेरी प्रेमिका प्यारी, सुलझी हुई देसी भारतीय लड़की है जो अपने ब्वॉयफ्रेंड से बेइन्तिहा प्यार करती है। मेरी ज़िंदगी के दो साल उसके साथ कैसे निकले.. मैं इस हिन्दी सेक्स कहानी में बता रहा हूँ।
जब मैं हॉस्टल से घर जाता था तो सभी मुझे बहुत प्यार करते थे, खास कर मेरी दीदी! घर में दीदी मेरे साथ साथ रहती थी। दीदी संग मेरी सेक्स कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए।
मैंने अपना लौड़ा उसकी चूत में से निकाला और कंडोम हटाकर अपना लौड़ा उसकी चूत में घुसेड़ दिया और जोर-जोर से झटके लगा कर अपना सारा माल उसकी चूत में भर दिया।
घर के सामने वाले घर में एक लड़की मुझे पसन्द थी। वो लड़की तो मानो सेक्स पटाखा थी। उसकी उम्र 18 साल की थी और वो अपनी उठती जवानी में कहर ढा रही थी।
गाँव की रहने वाली एक लड़की के जीवन में ऐसा क्या घटित हुआ जो वो अमरीका पहुँच गई और उसकी घटना एक हिन्दी सेक्स कहानी के रूप में अन्तर्वासना के पाठकों को पढ़ने को मिली.
मेरी माशूका मेरे घर में आई हुई थी, हम पहली बार सेक्स करने जा रहे थे तो वह इसे सुहागरात की तरह से कर रही थी। हम दोनों पूरे नंगे थे और वो मेरे नंगे बदन से खेल रही थी।
जब मेरे दोस्त ने अपनी भाभी से मुझे मिलवाया तब मेरे होश उड़ गए... क़यामत… आइटम… टोटा… पीस… या आप कह सकते हैं कि साक्षात् कामदेवी का रूप हैं भाभी...
खेत में काम कर रहे चिकने पहाड़ी लड़के की गांड देख कर उसके मालिक का लंड खड़ा हो जाता था। एक दिन वो लड़का ट्यूबवेल पर नहा रहा था तो मालिक से रुका ना गया।
घर के सामने वाली सेक्स पटाखा लड़की जवानी में कहर ढा रही थी। उसने मुझे अपने घर बुलाया लेकिन कहती कि कपड़ों के ऊपर से कर लो। लेकिन मैंने क्या किया, कहानी में पढ़िए।
मेरे अंदर की कामनाएँ, अन्तर्वासना जग गई, बदन में चीटियाँ से दौड़ने लगी, होश में मैं नहीं थी, दिल कह रहा था कि उनका लंड मेरी चूत में समा जाये!