फौजी अफसर की नवविवाहिता बीवी ने अपने घर में चूत चुदवाई -2
राजे भी बिस्तर पे चढ़ गया और मेरी टाँगें खूब चौड़ी कर के फैला दीं, एक तकिया उठाकर मेरे चूतड़ों के नीचे जमाया तो बुर उसके लंड का स्वागत करने के लिए ऊपर को उठ गई।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
राजे भी बिस्तर पे चढ़ गया और मेरी टाँगें खूब चौड़ी कर के फैला दीं, एक तकिया उठाकर मेरे चूतड़ों के नीचे जमाया तो बुर उसके लंड का स्वागत करने के लिए ऊपर को उठ गई।
मैं अपने पति के साथ उनकी मानसिक स्थिति का इलाज करने हेतु एक डॉक्टर की सलाह मान कर सेक्स की एक विधा ‘ब्रूटल सेक्स’ का प्रयोग कर रही थी और उसी क्रम में मैं आज रात उनके साथ पेश आ रही थी।
डांस के अगले दौर में श्रुति ने शर्म को ताक पर रख कर मेरे लबों पर एक गर्म चुम्मी जड़ दी जिसको उसकी सहेलियों ने भी देखा और जवाब में मैंने उसको अपनी बाहों में भींच लिया
लड़की बन कर चैट करने वाले एक गांडू से मेरी दोस्ती हो गई. समुद्रतट का आनंद लेने की उसकी चाह हमें एक गाँव के निर्जन तट पर ले गई. और वहाँ जो हुआ, वो आपने सामने पेश कर रहा हूँ.
मेरी वाइफ जूही जैन है.. बहुत ही सेक्सी है, गोरा रंग, ऊंचा कद, बड़े-बड़े बूब्स, पतली कमर और उभरे हुए नितंब यानि चूतड़.. उसे जो भी देखे, उसका लण्ड तन जाए.. देखने वाले के मन में उसे चोदने की इच्छा हो जाए।
चुदाई की फच्च फच्च, मेरी आहें व सीत्कारें, राजे के मुंह से निकलती हुई हैं हैं हैं और मस्त गालियों की आवाज़ों से कमरा गूंज उठा। यदि कोई घर के बाहर सुन रहा होता तो फ़ौरन समझ लेता यहाँ एक मस्त चुदाई का खेल चल रहा है।
अपने मुंह बोले भाई का बड़ा लंड देख कर मैं उसे अपनी चूत में लेने को उतावली हो गई. कहानी में पढ़िए कि कैसे मेरे भाई ने अपने जीवन की पहली चुदाई की मेरी अधचुदी चूत को चोद कर!
यह एकदम 100 % सच्ची घटना है मेरी और उस पड़ोसन की जो हरियाणा से सम्बंधित है, हम दोनो किराएदार थे. मैं अपना और उस पड़ोसन का नाम नहीं बताऊंगा. हमारे बीच वास्तविक सेक्स हुआ!
चाचा मेरी छत पर आकर मुझसे सटकर मेरी छाती पर हाथ रखकर मेरी चूचियों को दबाने लगे। मैं चाचा से छुड़ाकर दूर भागी- यह काम आपके बस का नहीं है.. यह काम किसी जवान मर्द का है।
मेरा जीवन का यह पहला सेक्स अनुभव है. मेरे घर मेरी क्लासमेट पढ़ने आई हुई थी. पढ़ाई में मन नहीं लगा.. तो मैं अपने बेडरूम में गया, कम्प्यूटर चालू किया. कोई नई मूवी नहीं थी तो मैंने ब्लू-फिल्म चालू कर दी।
मेरा दोस्त मेरे घर खाना खाता था. एक बार मॉडलिंग के शूट के कारण दो दिन बाद घर आया.. तो हालात कुछ बदले-बदले से लगे, कीर्ति मुझसे नजरें नहीं मिला रही थी। दोस्त से पूछा तो उसने बताया.
मैंने राजे को फर्श पर घुटनों के बल बिठा दिया, अपनी टाँगें खूब चौड़ी करके मैं बिस्तर के सिरे पर बैठ गई और उसके मुंह से चूत लगा दी। बहुत टाइम से रुका हुआ स्वर्ण अमृत की सुरर्र सुरर्र सुरर्र करती हुई धारा राजे के मुंह में जाने लगी।
मैंने उसकी चूत को चोदने के लिए उसकी दोनों टाँगें ऊपर उठा दीं और दोनों टांगों को फैला भी दिया.. जिससे उसकी चूत हल्की सी फ़ैल गई। उसकी चूत बिल्कुल लाल-लाल और छोटे छेद वाली थी.. जैसे कमसिन लड़की की हो।
चाची मुठ मारते हुए बोली- एक बार काम कर ले ताकि अच्छे से मेरी फुद्दी मार ले! नहीं तो 2 मिनट में उतर जायेगा। तो मैंने लण्ड चाची के मुँह के पास किया तो चाची ने गाली दी मुझे और बोली- बहनचोद, मेरी भी चाट कुत्ते!
मैं बिलकुल नंगी किसी दूसरे की छत पर क्या कर रही हूँ.. मेरी हया और हालत इस बात की चीख-चीख कर गवाही दे रही थी कि मैं चुदने आई हूँ।