बरसों की प्यास पर प्यार की बरसात – 2
पूरा लण्ड अंदर लेकर कविता आहिस्ते से मोहित के ऊपर बैठ गई और हल्के से आगे पीछे होने लगी। कुछ ही पल में मोहित का पूरा लण्ड कविता की चूत में था और कविता उसकी जमकर सवारी कर रही थी।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
पूरा लण्ड अंदर लेकर कविता आहिस्ते से मोहित के ऊपर बैठ गई और हल्के से आगे पीछे होने लगी। कुछ ही पल में मोहित का पूरा लण्ड कविता की चूत में था और कविता उसकी जमकर सवारी कर रही थी।
मैं हूँ 45 साल की गृहस्थ जीवन जी रही पति के काम सुख से वंचित औरत, मेरी स्मृतियों के झरोखों से मेरी कलम से मेरे अतीत के कुछ पन्ने पेश हैं !
मैं बहुत अच्छी मालिश करता हूँ, एक बार पड़ोस वाली आन्टी ने मुझे मालिश करने के लिये कहा तो धीरे धीरे वो नंगी हो गई और हम दोनों उत्तेज्जित गए, फ़िर चुदाई तो होनी ही थी।
मैं होश खो चुकी थी और मेरी चूत में सनसनी सी हो रही थी, कीड़ा सा रेंग रहा था, हर पल मैं और कमज़ोर पड़ रही थी, होश खो रही थी कि अचानक उसने मेरी ब्रा का हुक खोल कर मेरी ब्रा निकाल दी..
हमारे नए किरायेदार की बीवी मस्त थी. एक बार मैं घर पर अकेला था तो वो मेरा नाश्ता बनाने आई. मैंने उसे कपड़े देने के बहाने बाथरूम में बुलाया और चड्डी में खड़ा लंड दिखाया.
दिल्ली से इंदौर के सफ़र में मुझे एक लड़की मिली, ठंड के कारण मैंने उसे अपने कम्बल में आने को कहा और उससे दोस्ती हो गई. बाद में मैंने उससे मिलाने का कार्यक्रम बनाया और मजे किये!
वो मुझसे मिलकर बोली- सचिन मैं 2 बच्चों की माँ हूँ। मेरा पति मुझे प्यार नहीं करता.. मैं बहुत प्यासी रहती हूँ.. क्या तुम.. क्या हम कहीं ऐसी जगह मिल सकते हैं.. जहाँ सिर्फ़ हम दोनों हों?
मैंने कमला की चूत में हाथ लगाया.. तो उसकी चूत गीली हो गई थी। कमला ने मेरी चूत में हाथ लगाया.. तो चूत से पानी निकल रहा था। मैंने कमला की चूत को मुँह लगाया.. तो उसकी चूत का स्वाद अच्छा लग रहा था।
मैंने रोहित से करीब पूरे हफ्ते बात नहीं की पर पूरे हफ्ते के बाद मेरा जिस्म फिर से उस सुख के लिए तड़पने लगा, मुझे अंदर से सेक्स और सम्भोग की लालसा होने लगी।
'ओ माई गाड.. फिर मुझे रात में किसने चोदा.. और अगर जेठ जी मेरी बात को रोककर यह बात ना कहते.. तो मैं यही बोलने जा रही थी कि रात में मेरी चूत चोदकर फुला दिए हो तो.. अब क्यों मुँह फुलाकर घूम रहे हो.. और अगर मैं ऐसा बोल देती तो क्या होता.. यानि मेरी बुर को नायर ने चोदा.. साला बोला भी नहीं बस मेरी चूत चोदता रहा।'
भाभी की आँखें विस्मय से फटी की फटी रह गई और वो थोड़ा शरमाती हुई आगे बड़ी और लंड को अपने हाथों में ले लिया। फिर उन्होंने मेरे लंड के साथ खेलना शुरू कर दिया, कभी लंड के शिखर को देखती थी और कभी उसको ऊपर नीचे करती थी।
मैं नीचे लेट गया और उसे ऊपर आने को कहा। उसने मेरा कहा माना और मेरे लंड पर बैठ कर लण्ड की सवारी करने लगी। लंड बड़ा होने के कारण उसे पूरा जड़ तक लेने में परेशानी हो रही थी, वो बोली- जल्दी-जल्दी कर लो.. मुझे प्राब्लम हो रही है।
उसकी आँखें बंद थीं.. शायद नींद में होने का नाटक कर रही थी। मेरी हिम्मत अब बढ़ गई थी। मैंने उसका लोअर और पैंटी नीचे सरका दी और उसकी योनि का मर्दन अपनी उंगली से करने लगा।
प्रिय अन्तर्वासना पाठको, जनवरी महीने में प्रकाशित कहानियों में से पाठकों की पसंद की पांच कहानियां आपके समक्ष प्रस्तुत हैं…
नायर मेरे चूतड़ों को सहलाते हुए बोला- जानेमन वाकयी आप एक गरम और जबरदस्त चुदक्कड़ माल हो.. अगर आप इजाजत दें तो आप की करारी गदराई गांड को भी चोद लूँ।