मेरा गुप्त जीवन -42
कई लोगों ने सोमू के लंड के बारे में कई शंका की है कि कोई भी लंड का हर वक्त खड़ा नहीं रह सकता और इतनी देर तक चुदाई नहीं कर सकता। यह एक रोग है PRIAPISM
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कई लोगों ने सोमू के लंड के बारे में कई शंका की है कि कोई भी लंड का हर वक्त खड़ा नहीं रह सकता और इतनी देर तक चुदाई नहीं कर सकता। यह एक रोग है PRIAPISM
मैंने आँखें बंद कर लीं.. जैसे कि मैं सो गई हूँ, जाहिरा की आँखें भी बंद थीं। मुझे जाहिरा की दूसरी तरफ फैजान हिलता हुआ महसूस हुआ। उसने जैसे नींद में ही करवट ली और सीधा अपनी बाज़ू और टांग को अपनी बहन के ऊपर रख दिया।
मैंने रेखा गर्म करना शुरू किया, अपनी बाँहों में भरकर चूमा और एक हाथ से चूत सहलाने लगा। जब वो गर्म हो गई.. तो मेरा साथ देने लगी, उंगली चूत के अन्दर डाली..
मेरे मोबाइल पर अंजाने नंबर से किसी का मैसेज आया.. तो मैंने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन वो किसी लड़की का नम्बर था. धीरे धीरे बात हुई, मिले और चुदाई भी हुई
मैं इंजीनियरिंग स्टूडेंट, काफ़ी सेक्सी भी हूँ.. कम उम्र से मेरे चूचे, चूतड़ दोनों ही भारी हैं। बड़ा मन होता कि कोई मेरे होंठ चूसे.. चूचे दबाए और चूत चाटे..
अगले दिन शाम को चार लड़कियाँ मेरे घर आई। खाना खाकर सभी नाचने लगे तो एक लड़की मुझे कोने मे।म ले गई तो मैंने उसे चूम लिया क्योन्कि उस पर मेरा दिल आ गया था।
मैं हिली तो फ़ैजान सोने का नाटक करने लगा। मैं बाथरूम गई तो फ़ैजान फ़िर अपनी बहन को चूमने लगा। मैं बाथरूम से आकर फ़ैजान के ऊपर लेट कर उसे चूमने लगी और चुदाई की।
नाना की मौत पर मैं उनके घर गया तो सब लोग व्यस्त थे। मामी की बेटी मुझसे बातें करने लगी, मेरी गर्लफ़्रेन्ड के बारे में पूछा तो मैंने उसे ही गर्लफ़्रेंड बना लिया
मैं कम्प्यूटर सिखाता हूँ. एक दिन एक भाभी मेरे घर आ गई सीखने... उसे बैठने को कह कर मैं नहाने चला गया मगर पटोला भाभी को देख लंड पर हाथ चला गया. उसने देख लिया
छवि और सोनाली दोनों चुपचाप मेरे कमरे में आई और आते ही मुझसे लिपट गई, दोनों बारी बारी से मुझको किस और आलिंगन करने में लगी रही, छवि ने मेरे लंड पर कब्ज़ा जमाया हुआ था और सोनू मुझको चूमने में लगी थी।
मैं सोच रही थी कि अब क्या किया जाए जिससे फैजान को अपनी बहन के क़रीब आने का और मौका मिले और अपनी बहन का जिस्म को देखने, भोगने का भरपूर मौका मिल सके।
मकानमालिक की भतीजी 12वीं पास करके मुझसे कम्प्यूटर सीखने लगी। उस पर नई जवानी आई थी। कम्प्यूटर में उसने ब्ल्यू फ़िल्म देख ली और मैं भी उसे इधर-उधर छूता रहता था
मेरे घर के पास एक लड़की थी, वो चलती थी तो उसका दुपट्टा गले पर होता था जिससे उसकी चूचियाँ उभर कर दिखती थीं, ऐसे मन होता था कि काश ये चूचियां मसकने को मिल जाती…
फेसबुक पर एक शादीशुदा भाभी से मुलाक़ात हुई, फिर बात हुई और बात मिलाने पर आ गई.. हम मिले भी लेकिन चुम्बन के अलावा कुछ नहीं हुआ... कहानी में पढ़िए कि वो कैसे चुदी
एक रात कम्मो ने पूछा- मालिक, आपका दिल नहीं करता गाण्ड चोदने का?मैं बोला- गांड चोदने के बारे में सोचा नहीं, क्यों तुम्हारा दिल है गांड मरवाने का?तो फिर...