पहली चुदाई कोमल की चूत की
वो मेरे पास चिपक कर बैठ गई और मुझे चूमने लगी। फिर मैं कर भी क्या सकता। मेरे पास स्वर्ग की अप्सरा जैसी हसीना बैठी थी, मैं भी गर्म होने लगा, मैंने भी उसको चूमना शुरू कर दिया। मैं उसको चूमते हुए उसके स्तनों पर आ पहुँचा।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
वो मेरे पास चिपक कर बैठ गई और मुझे चूमने लगी। फिर मैं कर भी क्या सकता। मेरे पास स्वर्ग की अप्सरा जैसी हसीना बैठी थी, मैं भी गर्म होने लगा, मैंने भी उसको चूमना शुरू कर दिया। मैं उसको चूमते हुए उसके स्तनों पर आ पहुँचा।
हाय दोस्तो, मेरा नाम योगेन्दर शर्मा है, मेरे घरवाले मुझे योगी और दोस्त पंडित कहकर पुकारते हैं, मेरी लम्बाई 5.8 इंच है और कसरत करने से शरीर कसा हुआ है। भगवान ने चेहरा भी ठीक ही दिया है, न तो ज्यादा बुरा और न ही ज्यादा अच्छा। परन्तु मेरे शरीर को सूट करता है। जो […]
गीत ने मेरा हाथ पकड़ा और पार्क में ले गई। हम दोनों बैठ गए। गीत बोली- मैं जिस दिन तुम्हें नहीं देखती, मेरा कहीं भी दिल नहीं लगता। अगर तुम जयपुर नहीं आए तो मैं कैसे रह सकती हूँ?” “क्यों? तुम्हारा दिल क्यों नहीं लगता?” मैं उसे तड़पाने के लिए मजाक करने लगा। “योगी, तुम […]
मैंने गीत को लिटा दिया और पैन्टी उतार दी। उसने दोनों पैर भींच लिए और अपना मुँह ढक लिया। मैंने उसकी जाँघों को सहलाया और पैरों को अलग कर दिया। उसकी चूत बिल्कुल गुलाब की कली की तरह लग रही थी जिसकी दोनों पन्खुड़ियाँ चिपकी हुई थीं और ऊपर एक घुण्डी निकली थी। उसकी चूत […]
प्रीतो- कंडोम का पैकेट देना ! सन्ता दुकानदार- कौन सी कंपनी का दूँ बहन जी? प्रीतो- अच्छी कम्पनी का ही देना जिससे तेरी बहन की इज्जत बनी रही, और तुम मामा भी न बनो। *** एक मॉल में सेलगर्ल सलमा ने कहा- माफ़ करना सर, आप यहाँ पर धूम्रपान नहीं कर सकते। इमरान- लेकिन मैंने […]
मैं उससे एक एक सामान उठाने को कह रहा था जब वो झुककर उठाती तो उसकी बड़ी बड़ी गोल मटोल छातियों को गहराई तक देख देख कर मेरी छाती पर सांप लोट रहे थे।
दूसरे दिन मैंने ऑफिस खोला ही था कि लीना आ पहुँची। वो सलवार सूट पहनकर आई थे, हरे रंग का सूट, उस पर लाल पीले फूल बने हुए थे, बिल्कुल सिम्पल सादे लिबास में उसकी असली खूबसूरती और भी निखरी हुई लग रही थी। मैंने उसे सारे काम एक बार फिर से समझा कर अपनी […]
उसने काँपते हाथों से उन पैकेट को खोला तो उन ब्रा पैन्टी को देखकर बोली- सर ये तो बहुत ही सुन्दर और बिल्कुल नए फैशन की बहुत अच्छी हैं। ये तो मंहगी भी बहुत होंगी।
भाई के दोस्त ने बस में-1 कुछ देर बाद उस ने मेरी पैंटी खींच कर नीचे कर दी और मैंने उसे उतार दिया। फिर मुझे सोफे पर बिठा कर स्वयं नीचे अपने घुटनों पर बैठ गया और मेरी टाँगों को खोल कर मेरी चूत के ऊपर चूमने लगा। फिर उसने ऊपर होकर मेरे होठों को […]
दूसरे दिन ऑफिस की छुट्टी के कारण लीना को तो आना नहीं था, मैं सीधा साईट पर चला गया। फिर फुर्सत के समय में आकर ऑफिस खोल लिया। फिर लीना की चुदाई के लिए कोई युक्ति सोचने लगा। मुझे अब विश्वास हो गया की मेरा युक्ति कामयाब रही तो कल जरूर कुछ कर गुजरूँगा। आज […]
अब तक मैंने उसका साड़ी का पल्लू गिराकर उसके स्तनों पर कब्ज़ा कर लिया था। उन्हें पीछे से पकड़कर मसलने में अनुपम सुख मिलने लगा। मेरे लंड की हालत बिगड़ने लगी। वो खड़ा होकर लीना के नितम्बों को मेरी कमर से दूर धकेल रहा था। उसकी सिसकी छूटने लगी “स्सस्सस्स… सर… ये…क्या कर रहे हो… […]
सन्ता पहली बार अपनी गर्लफ़्रेन्ड सलमा को डेट पर ले गया। होटल के कमरे में सलमा ने संता को एक सौ कंडोम वाला एक पैकेट तोहफ़े में दिया। सन्ता सलमा को नग्न अवस्था में पलंग पर छोड़ कर बाथरूम में घुस गया। काफी समय गुज़र जाने के बाद जब सन्ता बाहर नहीं आया तो सलमा […]
आप सभी को मेरी इस कहानी जिसमें कई कहानियाँ एक साथ हैं, पढ़ कर मजा आ रहा होगा। कहानी में सभी नाम और स्थान असली नहीं हैं, उन्हें परिवर्तित किया हुआ है। मजे में दिन यूँ ही निकलते गए। एक दिन शाम को लीना अपने घर जा चुकी थी, मैं भी ऑफिस बंद करने की […]
दूसरे दिन साईट पर गया तो वहाँ का काम जिस द्रुतगति से चल रहा था। उसी गति से मेरा दिल गांव की गोरी किरण के हुस्न का दीवाना हुआ जा रहा था। मैं कमरे में जाकर दरवाजे लगाकर तख्त पर आराम करने लगा। तभी आंगन में मुझे चूड़ियों की खनक सुनाई दी। मुझसे रहा न […]
एक दिन मैं ऑफिस में बैठा था शाम को हरिया के नंबर से फोन आया। मैंने उठाया तो किरण बोली- बाबू हरिया गांव गए कछु काम रही, आज चौकीदारी का कैसन करूँ? ठीक है मैंने कहा- देखता हूँ। फिर फोन बंद कर दिया। अब तक अँधेरा सा हो चला था। ऑफिस बंद करके साईट पर […]