गरबा में मिली गर्लफ्रेंड

कैसे हो दोस्तो! मैं बड़ौदा, गुजरात का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 22 साल है। मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ, मैंने आपकी बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं। गुजरात में नवरात्र (गरबा) का त्यौहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, पूरे संसार में मशहूर है। मैं अपने दल के साथ यूनाइटेड वे ऑफ़ बरोदा […]

पूरी कहानी पढ़ें

चाचा का उपहार-1

चाची ने मेरे लण्ड को हल्के से छू लिया। मैंने अपने होंठ चाची के होंठो पर रख दिए। मैं किस करते करते चाची की चूची मसल रहा था। तभी चाचा ने दरवाज़ा खटखटा दिया और...

पूरी कहानी पढ़ें

चाचा का उपहार-2

चाचा का उपहार-1 तभी चाचा ने दरवाज़ा खटखटाया तो चाची एकदम मुझसे अलग होकर खड़ी हो गई। चाचा आकर हमारे पास बैठ गया और बोला- बेटा राज… हमारे माल पर ही हाथ साफ़ करने का इरादा है क्या…? यह मत भूलो बेटा कि यह तुम्हारी चाची है.. मैं वहाँ और देर नहीं बैठ सका। चाचा […]

पूरी कहानी पढ़ें

पिंकी और सोनिया के बाद-1

गुरुजी, आपका बहुत बहुत धन्यवाद कि आपने पहले पिंकी को चोदने की, मेरी साली पिंकी फिर उसकी बेटी सोनिया को चोदने की पिंकी की बेटी सोनिया मेरी सच्ची कहानी सब के सामने रखी। मेरा साली-प्रेम कुछ ज्यादा है, तो मैं हाज़िर हूँ लगे हाथ छोटी साली की चुदाई की खानी लेकर ! जब वो भारत […]

पूरी कहानी पढ़ें

पिंकी और सोनिया के बाद-2

प्रेषक : वरिंदर बेहद छोटा सा हल्का गुलाबी टॉप, केप्री टाइप छोटा सा लोअर वो भी बारीक सा। उसकी काली पैंटी साफ़ साफ़ दिख रही थी और ब्रा भी। उसकी चूचियाँ किसी भी मर्द को दीवाना कर देती। क्या हुआ जीजू? मुझमें खो गए क्या? पकड़ो, पैग पियो ! थोड़ी देर में बात करेंगे ! […]

पूरी कहानी पढ़ें

पिंकी और सोनिया के बाद-3

प्रेषक : वरिंदर वो जाकर बिस्तर पर गिर गई, मैंने भी वक़्त गंवाए बिना उसको दबोच लिया वहीं बिस्तर पर ! मैंने उसकी ब्रा भी उतारी, उसके मम्मे अकड़े पड़े थे। जैसे-जैसे मैंने दबाये, वैसे-वैसे वो कोमल होने लगे, मतलब एक मर्द का हाथ ही उन्हें नर्म कर रहा था। मैंने उसके चुचूक दिल भर […]

पूरी कहानी पढ़ें

पिंकी और सोनिया के बाद-4

प्रेषक : वरिंदर “हाय जीजू ! आपका बहुत बड़ा है ! क्या लौड़ा पाया है आपने ! मोना की तो चांदी है !” मेरा पूरा लौड़ा जब घुस गया तो वो उठकर उठ उठ कर चूत मरवाने लगी- हाय जीजू ! और तेज़ मारो मेरी ! आज मुझे दिल खोल कर फक करो ! “साली, […]

पूरी कहानी पढ़ें

ट्रेन का स्टाफ और मैं अकेली

आज मैं आपको एक और जोरदार चुदाई का किस्सा सुनाने जा रही हूँ, ट्रेन का सफर था और मुझे अकेले ही जाना था इसलिए मेरे पति ने प्रथम श्रेणी एसी में मेरे लिए रिज़र्वेशन करवा दिया था.

पूरी कहानी पढ़ें

गलती की सजा-1

मैं चन्दन पटना का रहने वाला हूँ, आप सभी अन्तर्वासना के पाठकों को लण्डवत प्रणाम करता हूँ। मैं आज आपको जो कहानी पेश करने जा रहा हूँ यह कहानी एकदम सच्ची कहानी है। यह बात उन दिनों की है जब मैं पढ़ता था। मेरा घर तीन मंजिला है और आसपास के घरों में सबसे ऊँचा […]

पूरी कहानी पढ़ें

गलती की सजा-2

गलती की सजा-1 सुन्दरी बोली- सब करेगा? तू अंदर आ! आज दिखाती हूँ तुझे किसी लड़की को नहाते हुए देखने का मजा! उसने मुझे अंदर बुलाकर नंगा होने को कहा। मैं बोला- प्लीज़ छोड़ दो! तो वो बोली- ठीक है! तुम्हारे पापा को बोलती हूँ! मैं बोला- मत बोलो! फिर वो बोली- तो जो मैं […]

पूरी कहानी पढ़ें

मजेदार नौकरी

प्रेषक : राजेश देशपाण्डे मेरा नाम राजेश देशपांडे है, मैं मुंबई का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 19 साल है पर मेरा 6 इंच लम्बा है। मैं आपको अपने जीवन की एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। कुछ महीने पहले की बात है, मैं उस वक़्त 18 साल का था और बारहवीं में […]

पूरी कहानी पढ़ें

सावन में चुदाई-1

प्रेषक : विजय पण्डित मेरी उम्र 24 वर्ष की हो चली थी। मैंने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली थी। अब तक की जिन्दगी में मैंने बस एक बार गाण्ड मरवाई थी और हाँ, उसी लड़के की मारी भी थी। पर लड़कियाँ मुझसे कभी नहीं पटी थी। यूँ तो मैं देखने में गोरा चिट्टा था, चिकना […]

पूरी कहानी पढ़ें

सावन में चुदाई-2

प्रेषक : विजय पण्डित “आह रे, मर जावां रे… विजय, तुझे तो मुझ पर रहम भी नहीं आता?” उसकी सेक्स में बेचैनी उभर रही थी। “रहम तो आपको नहीं आता है … कभी मौका तो दो…” मेरी सांसे तेज होने लगी थी। “किस बात का मौका … बोलो ना?” वो तड़प कर बोली। “आपको चोदने […]

पूरी कहानी पढ़ें

घर में कोई नहीं है

प्रेषक : राकेश पटेल अन्तर्वासना के सभी पाठकों को राकेश का प्यार भरा नमस्कार। अन्तर्वासना साइट एक टोनिक का कम करती है, पढ़ कर तो बुड्ढे का लण्ड भी जवान जैसा हो जाता है। मैं अन्तर्वासना का प्रशंसक हूँ। आज मेरा भी अपनी सच्ची कहानी लिखने का मन हो गया। यह कहानी पढ़ कर अच्छी […]

पूरी कहानी पढ़ें

कितने लोगों के नीचे मेरी माँ-1

कुछ देर बाद कमल ने अपना लण्ड उसके मुंह से निकाला और मधु के दूधों को उसके ब्लाऊज़ से बाहर निकाल लिया। मधु ने अभी भी अपनी साड़ी पहन रखी थी।

पूरी कहानी पढ़ें