एक लड़के को देखा तो ऐसा लगा … -1
मैं लड़कों में रूचि रखता हूँ और एक लड़के के साथ ही अपनी जिंदगी बिताना चाहता हूँ. भारतीय समाज में ऐसा संभव नहीं है इसलिए मैंने कामेच्छा पूर्ति के लिए दूसरा रास्ता अपना लिया.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं लड़कों में रूचि रखता हूँ और एक लड़के के साथ ही अपनी जिंदगी बिताना चाहता हूँ. भारतीय समाज में ऐसा संभव नहीं है इसलिए मैंने कामेच्छा पूर्ति के लिए दूसरा रास्ता अपना लिया.
मैंने अपने पड़ोस की कुंवारी सेक्सी लड़की को फ्रेंडशिप के लिए राज़ी कर लिया था. फ्रेंडशिप के बाद उसको नंगी करने की बारी थी. उसके बाद आगे क्या हुआ?
मैंने एक ऐप के जरिये दो भाभियों को अपना बड़ा लंड दिखाया तो वे दोनों मुझसे चोदन करवाने को बेचैन हो गयी. पहले भाग में पढ़ें कि कैसे मैंने एक भाभी के घर जाकर उसे चोदा.
किसी औरत को उसका पति बिना कारण तलाक दे दे तो उसका क्या हाल होता है. मेरा भी यही हुआ. पति से सेक्स का मजा पाने वाली मैं सेक्स के बिना कैसे रही? मेरी आपबीती पढ़ कर जानें!
कुछ माह पहले मैंने और दोस्तों संग अपने मोहल्ले की एक लड़की को खूब चोदा था. उस दिन के बाद मैंने उसे दोबारा चोदना चाहता था. एक दिन शाम को वो मेरे कमरे में आई तो ...
शराब के सुरूर में इन्सान को कुछ पल का मज़ा तो आ जाता है मगर यह सुरूर कई बार हमसे क्या-क्या करवा डालता है ... पढ़ें मेरी कहानी में.
कुंवारी चूत में जब सेक्स की आग जगती है तो वह किसी भी तरह लंड को पाने के सपने देखने लगती है. मेरे पड़ोस की कुंवारी कमसिन लड़की के साथ भी यही हो रहा था.
मैंने एक ऐप से दो भाभियों से दोस्ती की, उन्हें लंड दिखा कर अपना दीवाना बनाया और एक को चोद दिया. इस भाग मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने दूसरी चुदासी भाभी को चोदा.
शौहर से अलग होने के बाद मेरे जिस्म की गरमी अब किसी मर्द के जिस्म को मांगने लगी थी. मैंने कैसे अपने ऑफिस के विदेशी मर्द को अपने जिस्म के दीदार कराये!
मैं ट्रेन से दिल्ली से बंगलौर जा रही थी. मेरे सामने वाली सीट पर एक हैंडसम लड़का था. वो मुझे अच्छा लगा. उससे कैसे मेरी दोस्ती हुई और हम दोनों ने ट्रेन में क्या क्या किया? पढ़ें.
जिस लड़के से मेरी बात फेसबुक पर हुई थी, उसका लंड तो मैंने चूस लिया था लेकिन सच्चाई कुछ और ही थी. क्या था वहां का सच? कहानी में पढ़कर जानें.
मेरी पड़ोसन कमसिन लड़की ने मेरा लंड आधा ही लिया था लेकिन वह मेरे लंड की दीवानी हो चुकी थी. उससे अब रुका नहीं गया और तीन चार दिन बाद ही वह कमरे में एक दिन फिर आ पहुंची.
जब मैंने कालबॉय बनने का फैसला किया तो इसके पीछे मेरा मकसद नई-नई चूतों की चुदाई के मजे लेना था. मगर जो पहली कस्टमर मिली उसने एक नया शौक भी दे दिया.
यह कहानी ऐसे व्यक्ति की है जो उच्च सरकारी सेवा में है और 'सेक्स' के पैमाने पर बेहद साधारण रहा लेकिन एक मुकाम फिर ऐसा भी आया कि उसने इस भूख को ठीक युवाओं की तरह महसूस किया।
एक दिन मैं अपने दोस्त के घर गया तो उसकी बहन पूरी नंगी बाथरूम से निकल रही थी. मुझे देख कर वो शर्मायी नहीं और मुझसे बात करने लगी. फिर आगे क्या हुआ?