मेरठ कॉलेज गर्लफ्रेंड ने जन्मदिन पर बुर गिफ्ट की
मेरा दाखिला मेरठ में बीकॉम में हुआ, मेरी क्लास की एक लड़की से दोस्ती हुई, फ़िर प्यार… हम सेक्स चैट, फ़ोन सेक्स करने लगे और मेरे जन्मदिन पर अपना बुर चोदन कराया।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरा दाखिला मेरठ में बीकॉम में हुआ, मेरी क्लास की एक लड़की से दोस्ती हुई, फ़िर प्यार… हम सेक्स चैट, फ़ोन सेक्स करने लगे और मेरे जन्मदिन पर अपना बुर चोदन कराया।
बहन की ननद की बेटी को मैं बाइक पर ले जा रहा था कि रास्ते में उसे पेशाब आया, उसने बाइक रुकवाई और झाड़ियों में चली गई, मैं उसके पीछे देखने चला गया।
मेरे दोस्त ने दिल्ली की एक लड़की से फ़ोन पर बात करवाई, मैंने उसे फ़ोन पर ही पटाया और फ़ोन सेक्स करने लगा। एक दिन मैं दिल्ली गया तो उसे मिलने बुलाया।
भाभी कमल के मस्त गीले खड़े लंड को देख रही थीं, उन्होंने अपनी जांघें पूरी खोलते हुए पीछे को मोड़ ली थीं। भाभी के चूतड़ ऊपर को उठ गए और चूत पूरी खुल गई।
हमारे पड़ोस में एक आंटी के घर मेरा आना जाना था। एक दिन मैं उनके घर गया तो वो नहा कर निकली थी, आंटी ने नंगे शरीर पर तौलिया लपेटा हुआ था। आगे कहानी में पढ़ें।
चूतेश जी आपकी कहानियाँ पढ़ कर मेरी बुर कुलबुलाने लगती है, रस बहाने लगती है। जैसे आपने रीना की बुर की सील तोड़ी, मैं भी आपसे अपनी सील तुड़वाना चाहती हूँ।
अपनी भांजी की नंगी गांड देख मेरा लंड बेकाबू हो गया था, मेरी शरारत से वो बिगड़ गई लेकिन सजा के तौर पर मुझे बाइक सिखाने के लिये कहने लगी। इसके बाद?
मेरी बुआ की बेटी घर आई तो उसने मेरे ओबाइल में नंगी फ़ोटो देख ली, वो मुझे ऐसी वीडियो दिखाने के लिये कहने लगी। मैंने उसे सेक्स वीडियो दिखाई। उसके बाद क्या हुआ?
मैं कार से रोज रोहतक से झज्जर जाता था, एक दिन एक लड़की ने अपने पापा के साथ लिफ़्ट मांगी, वे बीमार थे। मैंने उनकी मदद की। आगे क्या हुआ?
मेरे पति विदेश में हैं। मैं कहीं बाल नहीं रखती सिवाय सर और फुद्दी पर, फुद्दी पर तो अच्छा खासा जंगल सजा रखा है। मेरे पति के दोस्त ने मेरी फ़ुद्दी कैसे चोदी?
ज़रा सब्र रख रानी... बहुत कम टाइम लगाऊंगा... बस अनचुदी बुर चूसनी है... बाद में तो ये कुंवारी नहीं न रहेगी! कच्ची कली की बुर चूसने का आनन्द अलग होता है!
मेरी भानजी बड़ी सुबह बाइक सीखने के लिए मुझे ले गई, मैंने भी उसकी मचलती जवानी को चोदने का मन बना लिया था। बाइक पर बैठते हुए उसकी बुर मेरे लंड पर टिकी।
पड़ोस में एक भाभी बहुत ही झक्कास आइटम थीं, मैं भाभी से बोलने का मौका ढूँढता रहता था, बात भी होती रहती थी। एक दिन भाभी ने अपने घर बुलाया। कहानी का मजा लें।
पड़ोस के घर में एक कपल को मैं दीदी जीजू बुलाती थी। जीजू मेरे ऊपर गंदी नज़र रखते थे, मेरे जवान बदन को छूते थे, मैं भी मजा लेती थी। पूरी कहानी पढ़ें।
रानी ने ढेर सारी चुम्मियाँ मेरे होंठों पर लगा दीं, बोली- चोदनाथ जी महाराज, मेहरबानी करो, अपनी प्रीत रानी की बेहाल बुर पर! बहुत तड़पा लिया जनाब, अब तो रहम कर दो!