चचेरी साली की चूत ठुकाई खुली छत पर
मेरी बीवी के चाचा की लड़की मुझ पर पहले दिन से ही फिदा थी। मैं जब भी ससुराल जाता तो वह हमेशा मुझसे चिपक कर गले मिलती है। उसकी चूत चुदाई की कहानी पढ़िए!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरी बीवी के चाचा की लड़की मुझ पर पहले दिन से ही फिदा थी। मैं जब भी ससुराल जाता तो वह हमेशा मुझसे चिपक कर गले मिलती है। उसकी चूत चुदाई की कहानी पढ़िए!
मेरी चाची चुदाई की प्यासी थी क्योंकि चाचा उनको खास चोदते नहीं थे काम में लगे रहने से… मैं चाची के पास रहा तो हम दोनों के यौन सम्बन्ध कैसे बने, कहानी पढ़ें!
मेरी पहली गर्लफ़्रेंड मेरठ की थी, मुझे यकीन नहीं होता था कि मुझे इतनी सुन्दर गर्लफ्रेंड मिलेगी। हमारी बातें सेक्स पर पहुँच गई, उसे मैं होटल में ले गया।
मेरी नजर रिश्ते में एक चाची पर थी, मुझे लगता था कि उनके और उनके जीजे के बीच शारीरिक सम्बन्ध है। इसी बात का फ़ायदा उठा कर मैंने चाची को मसल दिया।
आपी दुल्हन के लिबास में आज मेरे साथ पूरी रात थीं। आज आपी दूसरी बार मुझसे चुदाने के लिए उतावली हो रही थी और मैं भी उतना ही उतावला था. कहानी पढ़ कर देखें!
एक दिन मैं घर का किराया देने मालकिन के कमरे में गया तो देखा कि पड़ोस की आन्टियाँ नंगी लेस्बीयन सेक्स कर रही थी। उन्होंने मुझे देख अपने खेल में शामिल कर लिया।
ट्रेन में सेक्स की इस कहानी में पढ़िए कि दो मर्दों के साथ चार चूतों ने कैसे चुदम चुदाई का खेल खेला! सब छः जने आपस में एकदम खुल गए थे। ग्रुप सेक्स का मजा लें।
मेरा दोस्त जॉब के कारण दूसरे शहर में गया तो उसकी मम्मी घर का सारा सामान मुझसे ही मंगवाती थी। एक बार आन्टी ने मुझसे ब्रा लाने को कहा तो मैंने उनका साइज़ पूछा।
एक दोपहर मैं अपनी छत पर गया तो पड़ोस वाली ताई आंगन में नंगी नहा रही थी. मैं उन्हें देखने लगा और मुठ मारने लगा. उसके बाद मेरा रोज का काम हो गया. एक दिन...
आपी के साथ सुहागरात मनाते हुए उनकी चूत में मैंने अपना लण्ड घुसाया तो आपी की फुद्दी ने खूब पानी छोड़ना शुरू कर दिया.. अब आपी छोटे भाई के लंड की बात करने लगी।
मैं अपनी बीवी जूसी रानी को शॉपिंग और डिनर के लिए ले गया क्योंकि मुझे बहुत मुनाफ़ा हुआ था। रेस्तराँ में हमने क्या गुल खिलाए, कैसे वहाँ जूसी का स्वर्णामृत पिया
मैं मामा के गाँव गया तो खाला की जवान बेटी को देख मेरा लंड मचल गया। एक दिन हम तालाब पर नहाने गए तो मैंने उसे तैरना सीखाने के बहाने उसका बदन खूब मसला।
यह कहानी है एक समलैंगिक किशोर की जो अपनी प्रकृति प्रदत्त असामान्य इच्छा पूरी करने के लिये एक पुरुष की प्रताड़ना का शिकार हुआ। समलैंगिकता शौक नहीं मज़बूरी है।
पड़ोसन भाभी के औलाद नहीं थी, वो डॉक्टर से दवाई लेने मेरे साथ गई। मैंने भाभी को छेड़ दिया और भाभी पट गई। भाभी मुझसे कैसे चुद कर माँ बनी, इस कहानी में पढ़िये।
छोटे भाी को मैंने बता दिया कि मैं और आपी सेक्स कर चुके हैं। अब वो भी आपी के साथ सेक्स के सपने देखने लगा। आपी के बदन की गर्मी भी कुछ ज्यादा ही उछल रही थी।