पड़ोसन लड़की को बिस्तर पर लाने की चाह -2
मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और देखा कि उसकी चूत से थोड़ा खून आ रहा है। मैंने उससे कहा- मुबारक हो.. अब तुम वर्जिन नहीं रही हो।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और देखा कि उसकी चूत से थोड़ा खून आ रहा है। मैंने उससे कहा- मुबारक हो.. अब तुम वर्जिन नहीं रही हो।
मेरी विधवा सास दस करोड़ की मालकिन थी, उसका कोई और था नहीं तो माल मेरा ही था पर डर लगता था कि सास को कोई लंड पटा कर उसका माल ना हड़प जाए!
मेरे जिद करने पर मेरी बहन नंगी होकर अपना नंगा बदन दिखाने को राजी हो गई। लेकिन उसने मुझे उसके पास जाने से मना किया, बाथरूम में जाकर उसने अपनी शर्ट उतार दी।
हाय फ्रेन्ड्स मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। अन्तर्वासना पर कहानियां पढ़ कर मेरा मन भी मेरी सच्ची घटना को लिखने का हुआ.. जो मैं इस कहानी में लिख रहा हूँ। मेरा नाम संजय (बदला हुआ) है। मेरा रंग गोरा है और मेरा लंड भी काफी बड़ा और मोटा है। बात उस समय की है.. […]
मुझे कोचिंग में एक ही लड़की अच्छी लगती थी.. पर कभी उससे बात करने का सोचा ही नहीं था। मेरे दोस्त ने उससे मेरे लिये बात की तो उसने हाँ कर दी।
मेरी बड़ी बहन.. मेरी आपी.. अपने राईट हैण्ड से की बोर्ड को कंट्रोल कर रही थीं और लेफ्ट हैण्ड की 2 उंगलियों से उन्होंने अपने लेफ्ट मम्मे के निप्पल को पकड़ रखा था और उसे चुटकी में मसल रही थीं।
मैंने उसको अपनी टांगों के बीच में बैठने के लिए कहा और उसके लण्ड को हाथ से पकड़ कर अपनी चूत के मुंह पर रख कर ज़ोर का धक्का मारने को कहा और उसने वैसे ही किया।
असल बात तो यह थी कि रीना तो खेली खाई लड़की थी और सब कुछ जानती थी। रीना को पता था कि उसकी चूत की सील नहीं बल्कि प्रवीण के लंड का टांका टूटा है।
मेरी बहन की अन्तर्वासना मेरी चूमा चाटी से जागृत होने लगी तो मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल कर उसकी ब्रा के कप उसके स्तनों से ऐसे उठाए जैसे ढक्कन खोला हो!
मैं ट्यूशन पढ़ने जाता था तो मैडम के मम्मों को घूरता था। उसे भी पता था कि मैं उसके मम्मे देखता हूँ एक दिन वो अकेली थी घर में तोक्या हुआ… इस कहानी में पढ़िये!
उस वक्त रात के दस बज चुके थे, उसने कहा- चलो घर चलकर बात करते हैं। मैं समझ गया कि आज इसका शिकार करने का मूड है.. सो मैं उसके साथ हो लिया।
आपी का अबया उनके घुटनों तक उठा.. तो मुझे हैरत का एक शदीद झटका लगा। आपी ने अबाए के अन्दर कुछ नहीं पहना हुआ था.. मतलब आपी अबाए के अन्दर बिल्कुल नंगी थीं।
पति देव नर्म पड़ गए थे, काम में व्यस्त… मैं घर में बैठी, यही सोचती कि वो पहले वाला दमखम दिखायें लेकिन नहीं… चूत की चुदास के चक्कर में मैं पास के मॉल में गई।
मैंने अपनी बहन को लंड पकड़ने को कहा तो वो मना करने लगी लेकिन फ़िर पकड़ लिया, कहने लगी कि अब तुम क्या करना चाहते हो। वो भी चाह रही थी पर डर रही थी।
मैं अपनी मौसी के भरे जवान और प्यासे जिस्म से बहुत आकर्षित हो गया था और उनके साथ कुछ शारीरिक सम्बन्ध बनाने का प्रयास करने लगा