चूत तो राजी थी पर चोद न सका
मैं दिसम्बर की छुट्टियों में अपनी मौसी के घर रहने गया हुआ था, मौसी की बेटी के साथ कम्बल में बैठा हुआ था। मैंने उसे कहा कि तुम मुझे अच्छी लगती हो! उसका हाथ पकड़ लिया।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं दिसम्बर की छुट्टियों में अपनी मौसी के घर रहने गया हुआ था, मौसी की बेटी के साथ कम्बल में बैठा हुआ था। मैंने उसे कहा कि तुम मुझे अच्छी लगती हो! उसका हाथ पकड़ लिया।
मेरी बहन और मेरे बीच में सेक्स को लेकर सब कुछ ओपन था.. सिवाए शारीरिक संबंधों के.. और आज उसके साथ वो भी हो गया, उसने खुद अपनी चूत चुदवाई और मम्मी की भी...
रात भर उन दोनों ने मेरी चुदाई करके शरीर के पोर-पोर को दुखा कर रख दिया था। मेरी चूत को और मुझे.. आराम की सख्त जरूरत थी। नाश्ता देने आय विनय को मैंने मालिश के लिये तेल लाने को कहा।
मैं अच्छा खासा स्मार्ट लड़का हूँ. कॉलेज की एक सेक्सी अकडू लड़की पर मेरा दिल आ गया था पर पट नहीं रही थी. और जब पटी तो पता लगा कि वो खूब खाई खेली थी.
आन्टी की मालिश करते करते मेरा लन्ड चुदाई के लिए जोर मार रहा था और आन्टी भी अब अपनी प्यासी चूत चुदवाने को उतावली हो रही थी। चुदाई के बाद पता लगा कि उनकी बेटी ने हमें देख लिया है।
मेरे मामा की दो जवान बेटियाँ गर्मियों में हमारे घर रहने आई. एक दिन एक नहा कर मेरे कमरे में कपड़े बदलने लगी. उसे लगा कि मैं सो रहा हूँ. एक रात वो दोनों मुझसे चुद गई.
अपनी बहन की गाण्ड मारते मारते 3 महीने हो गए थे.. मैंने कसम खाई थी कि मेरी बहन की चूत मैं कभी नहीं चोदूंगा, मेरी बहन की चूत मेरे होने वाले जीजू या मेरे बहन के आशिक यार की अमानत रहेगी।
'मादरचोद.. रांड.. चूत की लौड़ी.. नंगी चुदक्कड़ माल.. तेरी चूत में लंड.. तेरे चूत को चोदूँ.. तेरी माँ की चूत.. बहनचोद..!' मेरे शौहर मुझे जब भी चोदते हैं.. तो उनकी ये प्यारी गालियाँ मेरे कानों में गूंजती रहती हैं।
आबिदा और हेमा ने कहा- अगर हम ढंग से चलेंगी तो सोमू हम सबकी इच्छा पूरी कर देगा। हमें थोड़ा धैर्य रखना होगा और हमको पूरी उम्मीद है कि सोमू बारी बारी से आप सबके खेतों में अपना मोटा हल ज़रूर चला पायेगा। क्यों सोमू राजा?
आन्टी की बेटी ने हमें चुदाई करते देख लिया तो मैंने आन्टी को समझाया कि निक्की को भी चूत चुदाई के खेल में शामिल कर लेते हैं। तब मैंने कुंवारी निक्की की सील तोड़ी।
पड़ोस की करियाने की दूकान एक माँ बेटी संभालती थी, मेरी और मेरे दोस्त की नजर बेटी पर थी, उसे कई बार इशारा भी कर चुके थे. पर वो ना मानी. एक दिन मेरे दोस्त ने उसकी माँ को चोद दिया.
दो अंग्रेजों से जमकर चुदाई के बाद मैंने कई दिन आराम किया फिर एक दिन मुझे एक और मर्द को खुश करने जाना था. हम वहां पहुंचे तो वो साठ साल का निकला.
मैं अपनी बहन की सिर्फ़ गान्ड मारता था, चूत नहीं, लेकिन उसके इस जन्मदिन पर मैंने उसकी चूत की झिल्ली फ़ाड़ कर मुहूर्त करने का सोचा और होटल में कमरा बुक करवा लिया।
इतने प्यार से वो लंड चूस रही थी.. जैसे कोई बालक लॉलीपॉप चूसता है। उसका यह चूसना देख कर मेरी चूत में चुनचुनी होने लगी, मेरा बदन आग में तपने लगा, दोनों मम्मों को दवबाए जाने की प्यास बढ़ने लगी।
मैं गांडू हूँ, अन्तर्वासना पर मेरी कहानी पढ़ कर एक आदमी ने मेरी गांड मारने के लिए मुझे होटल में बुलाया तो मैं एक पव्वा पेप्सी में डाल कर पी कर उसके पास होटल में गया...