मैं अपनी बीवी की चूत चाटना चाहता हूँ
मैंने कभी अपनी बीवी की चूत नहीं चाटी है. अब अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ कर मुझे भी लगा कि मुझे भी अपनी बीवी की चूत चाट कर उसे मुखमैथुन यानी ओरल सेक्स Oral Sex का मज़ा देना चाहिए!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैंने कभी अपनी बीवी की चूत नहीं चाटी है. अब अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ कर मुझे भी लगा कि मुझे भी अपनी बीवी की चूत चाट कर उसे मुखमैथुन यानी ओरल सेक्स Oral Sex का मज़ा देना चाहिए!
रीना ने कुतिया बन कर चुदाई के लिए कहा तो रेखा ने अपनी चूत उसके आगे कर दी चाटने के लिए और मैं पीछे से उसकी चूत चोदने लगा. रीना गालियाँ दे दे कर चुदाने लगी.
मैं अपनी सेक्सी बहन को डांस सिखाने के बहाने उसके बदन को छूने लगा। उसके मुलायम और मखमली बदन को छूने के बाद मैं इस उत्तेजना में उसकी गर्दन पर किस कर बैठा।
गॉड ने एक ऐसा तगड़ा लौड़ा भेजा.. कि बस मज़ा आ गया.. बस तो मैं चुद कर ही वापस आ गई थी। तो तू बेसुध होकर घोड़े बेच कर सो रही थी, तेरी नाईटी भी खुली हुई थी।
यह कहानी मेरी और मेरी कहानी की एक प्रशंसिका की है... क्या लड़की थी वो दोस्तो… मैंने ऐसी लड़की कभी नहीं देखी थी, एकदम दूध सी गोरी, मलाई जैसे उसके होंठ!
भाभी मेरे वीर्य से गर्भ धारण करना चाहती थी, कम्मो भी इस काम में हमारी मदद कर रही थी। पहले मैंने कम्मो को चोदा, फ़िर रात को भाभी को अपना वीर्यदान करने को चोदा।
साली और भतीजी को चोद कर उनकी जांघें जुड़वा कर उसमें बीयर भर के पी और पिलाई, फिर बाथरूम में उन दोनों का स्वर्ण रस पीया तो भतीजी रीना वहीं पर चूत चुदवाने लगी !
12वीं के बाद खाली समय में मैं एक जॉब करने लगा तो मेरी एक सीनियर पर मेरा दिल आ गया, उसे मैंने कैसे पटाया और फिर उसके साथ सेक्स किया उसकी चूत चाट कर चुदाई की... इस कहानी में पढ़िए !
मुझे उस पर गुस्सा आया कि वो मेरे भाई से मेरी चुदाई की बात कर रहा है। फिर मैंने सोचा कि गनीमत है कि इसने मेरा नाम नहीं लिया.. और मैं उसे देखते हुए फिर से चुदाई के बारे में ही सोचने लगी।
दोनों भाई मुनिया की कुुंवारी मासूम चूत को चोदने को लालयित थे, सुबह ही रॉनी ने मुनिया को अपने कमरे में नंगी करके अपना विशाल लंड दिखाया और 69 में करने को कहा
वो मेरी क्लास में थी, सादी, भोली, शर्मीली, कम बोलने वाली! वो मुझे भा गई थी, मैं मन ही मन उसे चाहने लगा था लेकिन संकोच वश उससे बात भी नहीं करता था! एक दिन...
मेरे खड़े लंड को झुक कर भाभी ने प्रणाम किया और कहा- हे लंडम, जी मुझको एक पुत्र प्रदान करो! मैंने भी एक हाथ ऊँचा कर के कहा- तथास्तु… पुत्रवती भव!!!
सोनाली बर्तन उठा के रसोई में ले गई.. मैं भी उसके पीछे-पीछे चला गया और रसोई में उसके मम्मों को दबाते हुए बोला- आज रात तुझे कौन बचाएगा.. तो वो बोली- बचना भी कौन चाहता है.. बस कन्डोम लेते आना।
उस वक्त भाभी अपनी साड़ी बदल रही थी। मैं उसे देखते ही रह गया.. उसे पता चल गया था कि मैं आ गया हूँ.. लेकिन तब भी उसने मुझे अनदेखा किया। मैंने उसे पीछे से देखा तो वो बहुत सेक्सी दिखाई दे रही थी और वो बहुत सुन्दर भी थी।
उनकी चूचियाँ बहुत बड़ी हैं, चूतड़ भी तरबूज जैसे हैं। इतनी कातिल जवानी है कि कोई भी उसको देख मुठ मारने लग जाए। मैंने भी उनके सपने देख कर बहुत बार मुठ मारी।