हरियाणवी मखौल
नया नया ब्याह होया था एक हरियाणवी छोरे रुलदू का। सुहागरात के टाइम वो कनफ्यूज हो गया के अक घर आली गेल बातचीत क्यूकर शुरू करूं.(बात शुरू कैसे करूँ) आधै घंटे पाछै सोच साच के अपनी नवी नवी घर आली तै बोल्या (आधे घंटे बाद काफी सोच कर बोला-) . री छोरी… थारे घर क्यां […]