सन्ता और इरफ़ान के चुटकुले-2

एक बार सन्ता की बीवी प्रीतो अपने घर पर नहा रही थी तो इरफ़ान ने चुपके से उसे देख लिया। अगले दिन सन्ता जब इरफ़ान से मिला तो इरफ़ान बोला- मैंने कल तुम्हारी बेगम को नहाते हुए देखा। सन्ता को यह सुन बहुत गुस्सा आया और उसने भी कभी मौका मिलने पर बदला लेने की […]

पूरी कहानी पढ़ें

चाँद की चांदनी में चाची की चूत चाटी-2

दोस्तो, नमस्कार, मेरा नाम चित्रेश है, आपने मेरी कहानी चाँद की चांदनी में चाची की चूत चाटी का पहला भाग पढ़ा जिसमें मैंने आपको बताया था कि मैं अपने चाचा के साथ ही रहता था। मेरे चाचा की नई-नई शादी हुई थी, चाची 26 साल की थीं और दिखने में भी खूबसूरत थी, चाची के […]

पूरी कहानी पढ़ें

गर्लफ्रेंड की चूत चोदी पूरी रात-1

सर्दी का मौसम था, मैं रजाई में घुस कर अपनी गर्लफ्रेंड से फ़ोन पर बात कर रहा था। वो बहुत सेक्सी थी। बात करते-करते चुदाई का विषय शुरु हो गया। मैंने कहा- आ जाओ ना जान मेरी बाँहों में।

पूरी कहानी पढ़ें

गर्लफ्रेंड की चूत चोदी पूरी रात-2

आधी रात को दो नंगे जिस्म एक साथ जब होते हैं तो आप खुद ही अंदाजा लगा लो कि कितनी जबर्दस्त चुदाई होती है। मदहोशी का आलम दोनों के सर चढ़ कर बोल रहा था।

पूरी कहानी पढ़ें

शादी किसी और की सुहागरात मेरी

प्रेषक : नयन जोशी सहयोगी : अंकिता यादव अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार ! मैं अंकिता एक बार फिर आपके सामने एक और कहानी लेकर हाजिर हूँ। मेरी पहली कहानी के बाद मुझे कई सारी मेल मिली। उनमें से एक ने मुझसे कहा कि मैं उसकी कहानी अन्तर्वासना पर लिखूँ। तो उसकी कहानी […]

पूरी कहानी पढ़ें

कुछ भी ढंग से नहीं हो पाता

रोहित पुणे वाले दोस्तो, मैं फिर से आ गया हूँ अपनी कहानी ‘मेरी दीदी के कारनामे’ का अगला हिस्सा लेकर ! इस भाग ‘चाची का राज़’ जानने के लिए के लिए मुझे हज़ारों मेल आए, उन सभी मेल्स के लिए मैं आप सब का शुक्रगुजार हूँ। यह कहानी सौ प्रतिशत सच्ची है। तो बात तब […]

पूरी कहानी पढ़ें

चूत शृंगार-1

चूत में ऊँगली डाल कर सिसकारियाँ भरने लगी, “भैया चोद ले मुझे, मार ले मेरी !” और उसी को याद कर-कर के रात को अपने जिस्म की आग को ठंडा किया।

पूरी कहानी पढ़ें

चूत शृंगार-2

भैया बोले- मैंने तेरी चूची सिर्फ एक बार देखी है और मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि तेरी चूची दुनिया की सबसे सुंदर चूची है। यहाँ चूची दिखाना गैरकानूनी नहीं होता तो मैं तुझे मना भी नहीं करता।

पूरी कहानी पढ़ें

चूत शृंगार-3

ओह तो मेरे ही कान बज रहे थे। जब उसने अपना नाम चंदू बताया तो मुझे ‘चोदू’ सुनाई दिया। चुदने के लिए तरस गई थी, शायद इसीलिए मुझे चोदू सुनाई दिया।

पूरी कहानी पढ़ें

चूत शृंगार-4

काफी बना कर मैं भाई के पास गई और काफी मेज पर रख दी। वो सोफे पर बैठा था और मैं उसके सामने खड़ी थी जिससे मेरी चूत का उभार ठीक उसके मुँह के सामने था।

पूरी कहानी पढ़ें

चूत शृंगार-5

बड़ा लड़का कुछ देर मेरे मम्मों को घूरता रहा। मैंने कहा- ऐसे क्या देख रहा है? पहले कोई मेमसाब नहीं देखी क्या? काम करेगा या मम्मे देखता रहेगा?

पूरी कहानी पढ़ें

चूत शृंगार-6

चूत में उत्तेजना बढ़ती ही जा रही थी। मेरी साँसें भी और मेरे मम्मों के फुलाव भी। अब दिल कर रहा था चूत झड़े तो शान्ति हो, पर चूत थी कि झड़ने का नाम ही नहीं ले रही थी।

पूरी कहानी पढ़ें

चूत शृंगार-7

"ठीक ! पर मुझे चोदना जरूर। मैं खाना खाने नहीं आ रही, सिर्फ चुदने आ रही हूँ।" "फ़िक्र ना कर ठोक-ठोक कर चोदूँगा, तेरी चूत फाड़ कर रख दूँगा।"

पूरी कहानी पढ़ें

चूत शृंगार-8

मेरी चूत लगातार झड़ती रही। फिर भैया ने तूफान की तरह लगातार धक्के मार-मार कर चोदा और वो मेरी चूत में झड़ गया। सारी रात वो मेरे मम्मों से चिपका रहा।

पूरी कहानी पढ़ें

पंचर बनाने वाले से होमो सेक्स-2

मेरी गांड भी चाटने से ढीली हो गई थी। उसने एक उंगली डाल कर देखा कि मेरी गांड अब चोदने लायक हुई या नहीं। ढेर सारा थूक अपने मुँह से निकाल कर अपने लौड़े पर लगाया।

पूरी कहानी पढ़ें