दोस्त की मम्मी और उनकी सहेली की चूत चुदाई -3

(Dost Ki Mummy Aur Unki Saheli Ki Chut Chudai-3)

अब तक आपने पढ़ा..
मैं और अडल्ट मैसेज आंटी को करने लगा.. तो आंटी बोलीं- मैंने मना नहीं किया.. तो इसका मतलब ये थोड़ी है.. कि तू सारे ही अडल्ट मैसेज भेजता रहेगा।

तो मैंने कहा- मुझे लगा.. आपको पसंद आ रहे हैं.. इसलिए भेज रहा हूँ।
आंटी बोलीं- बेटा, मुझे सब पता है..
तो मैंने भी कहा- जब पता है.. तो इतना भाव क्यों खा रही हो.. सीधे-सीधे दे दो ना..
आंटी ने बोला- क्या बोला तूने?
अब आगे..

मैंने कहा- कुछ नहीं.. बस मजाक कर रहा था।
फिर आंटी ने कहा- ओके..
मैंने सोचा ऐसे तो कुछ नहीं हो सकता.. ऐसे तो सारा समय मैसेज में ही निकल जाएगा.. कुछ और सोचना पड़ेगा।
मैंने आंटी को बोला- आंटी मूवी देखने चलें?
तो वो बोलीं- नहीं.. पागल है.. किसी ने देख लिया तो बेइज्जती होगी।
मैंने बोला- कुछ नहीं होगा..

लेकिन वो नहीं मानी तो मैंने कहा- मैं डीवीडी ले आता हूँ.. आपके घर पर बैठ कर देख लेंगे।
पहले तो उन्होंने मना कर दिया.. फिर मेरे बार-बार कहने पर वो मान गईं।
मैं मूवी लेने की कह फोन रखने लगा तो आंटी ने बोला- कौन सी मूवी लाएगा?
मैंने कहा- इंग्लिश..

तो उन्होंने ‘हाँ’ कर दी।

मैं मूवी ले आया ‘दि गर्ल नेक्स्ट डोर’ जो एक अडल्ट मूवी थी और मैंने जानबूझ कर यह मूवी पसन्द की थी।
मैंने सोचा आज ही कुछ हो सकता है, मैं 10 बजे उनके घर पहुँच गया अंकल अपने काम पर जा चुके थे और उसका बेटा अपनी जॉब पर चला गया था।
हम दोस्त थे लेकिन उसके बेटे ने पढ़ाई छोड़ कर जॉब कर ली और मैं हायर स्टडी करने में लग गया।

जैसे ही मैं उनके घर पहुँचा.. मैंने उन्हें देखा कि उन्होंने सूट पहन रखा था।
मैंने आंटी को ‘हाय’ बोला.. तो आंटी बोलीं- तू बैठ.. मैं पानी लाती हूँ तेरे लिए।
आंटी की गाण्ड आज सूट में बड़ी मस्त लग रही थी.. बिल्कुल टाइट सूट पहन रखा था।

शायद आंटी को पता था कि आज चुदाई होने वाली है और मैं भी आज उन्हें चोदने के लिए रेडी था।
आंटी ने पानी दिया और वो बोलीं- मैं कुछ खाने के लिए लाती हूँ।
मैंने बोला- यहाँ बैठ मंजू..
तो वो बोलीं- अच्छा.. आंटी से सीधा मंजू.. क्या इरादा है?
मैंने कहा- अब गर्लफ्रेण्ड बनी हो.. तो मंजू ही बोलूँगा।
तो वो हँसने लगीं.. मैंने चिप्स और कोल्डड्रिंक निकाले और मैंने मूवी लगाई।

वो बोलीं- कौन सी है?
मैंने बोला- दि गर्ल नेक्स्ट डोर..
तो वो बोलीं- यह तो पुरानी है..
मैंने कहा- आपने देख रखी है?
तो बोलीं- हाँ.. एक बार अर्जुन लाया था तो उसके जाने के बाद उसके लैपटॉप में देखी थी..
मैंने कहा- फिर तो ‘वो’ वाली भी मूवीज आपने देखी होगीं।
तो वो शरमा गईं ओर बोलीं- चुपचाप लगा मूवी..

हमने मूवी देखना शुरू किया और फिर थोड़ी देर बाद जब एक्टर उसकी एक्ट्रेस जो कि एक पोर्नस्टार थी.. उससे मिलता है.. तो मुझे अब मजा आने लगा।
फिर जब वो फिल्म में चूमा-चाटी करने लगे.. तो मैंने आंटी का हाथ पकड़ा और उस पर किस किया और उन्हें गले लगा लिया।

तो आंटी ने मुझे पीछे किया और बोला- ये सब करने के लिए गर्लफ्रेण्ड नहीं बनी हूँ। मैंने तो तुम्हरे दिल रखने के लिए ‘हाँ’ कर दी थी.. ये सब तो अपनी रियल गर्लफ्रेण्ड के साथ करना।
तो मैंने कहा- दिल रखने के लिए ही कर लो..
आंटी ने ‘ना’ बोला।

फिर मैंने मुँह बना लिया और जाने लगा तो वो बोलीं- रुक.. अच्छा सिर्फ़ किस करने दूँगी बस.. और कुछ नहीं..
मैंने बोला- ठीक है..
फिर मैंने आंटी को गले से लगा लिया साथ ही गाने चला दिए और आंटी को डान्स के लिए कहा.. आंटी ने झट से ‘हाँ’ कर दी। अब मैं उनके साथ डान्स करने लगा और फिर उनके पीछे आ गया।
पीछे से मैं उनकी गर्दन पर किस करने लगा और धीरे-धीरे हाथ उनके शरीर पर फिराने लगा।
फिर उनके होंठों पर किस करने लगा।

अब तक आंटी गर्म हो चुकी थीं.. तो हम स्मूच करने लग गए और बड़ी देर तक हमने स्मूच किया।
फिर मैं आंटी के पूरे शरीर पर किस करने लगा और कपड़ों के ऊपर से ही उनके मम्मों को दबाने लगा।

फिर मैंने उनकी कमीज़ उतार दी और फिर सलवार को भी निकाल दिया और उनकी गर्दन पर चुम्बन करने लगा। अब मैं उनके कानों पर चुम्बन करने लगा तो आंटी तो जैसे पागल ही हो गईं..
फिर मैंने उनकी ब्रा निकाल दी और देखा.. हाय.. क्या मस्त मम्मे थे उनके..
मैं उन्हें अपने मुँह में दबा कर अच्छी तरह से चूसने लगा।

आंटी मेरे बालों में हाथ सहला रही थीं और अपने होंठ भी काट रही थीं।
फिर मैंने आंटी की नाभि को चुम्बन करने लगा और साथ में आंटी की पैन्टी के ऊपर से ही उनकी चूत को मसलने लगा।
फिर मैंने उनकी पैन्टी उतार दी.. उनकी चूत एकदम साफ थी.. उस पर एक भी बाल नहीं था।
मैंने कहा- वाह मंजू रानी एकदम सफाचट मैदान..

तो आंटी बोलीं- आज ही साफ करी है..
मैं उनकी चूत देख के पागल हो गया और उसे चाटने लगा, उनकी चूत में अपनी उंगली करने लगा।
आंटी मेरा मुँह अपनी चूत के अन्दर दबाने लगीं और वे सिसकारियाँ ले रही थीं।
थोड़ी देर बाद आंटी अकड़ने लगीं ओर उन्होंने मुझे जोर से पकड़ लिया.. इसी के साथ वे झड़ गईं।
मैंने उनका सारा रस पी लिया और फिर उन्हें किस करने लग गया।

अब आंटी मेरे ऊपर आ गईं और मेरे लण्ड को मसलने लगीं। उन्होंने मेरा लौड़ा अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लग गईं।
मैं तो जैसे जन्नत के मज़े ले रहा था।

फिर आंटी ज़ोर-ज़ोर से मेरा लण्ड हिलाने लगीं और मैं झड़ गया.. आंटी सारा पानी पी गईं..
कुछ देर निढाल रहने के बाद.. हम दोनों फिर चुम्बन करने लग गए और आंटी अब बिस्तर पर लेट गईं।
मैं उनके ऊपर आ गया और आंटी ने मेरे लण्ड को पकड़ कर अपनी चूत पर रखा और मैंने एक धक्का मार दिया।

पहले ही शॉट में मेरा आधा लण्ड उनकी चूत में चला गया और आंटी ने एक सिसकारी ली। फिर मैंने एक और जोरदार झटका मारा और इस बार मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत में घुसता चला गया।

मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ.. क्योंकि यह मेरा पहली बार था.. लेकिन उस समय मज़े इतने आ रहे थे कि दर्द का पता ही नहीं चला और फिर मैं दनादन धक्के देने लगा.. वो भी गाण्ड उठा कर मेरा साथ देने लगीं।
मैं भी उसे जन्नत के मज़े दिलवा रहा था ओर तेज़-तेज़ धक्के मार रहा था।

मेरे हर धक्के के साथ उसके चूचे ऊपर-नीचे हो रहे थे और वो ‘आ.. आह.. यस.. फक मी..’ कर रही थी.. जिसकी वजह से मेरा जोश और बढ़ने लगा।

फिर जब वो झड़ने वाली थीं.. तो बोलने लगीं- और ज़ोर से.. और ज़ोर से.. चोद…मादरचोद.. आ आहह..
इस तरह करके वो मादक सिसकारियाँ लेने लगी और मैं भी उसे अपने पूरे दम जो चोदने लगा।

फिर हम दोनों एक साथ झड़ गए। मैं अपना माल उसकी चूत के बाहर टपकाना चाहता था.. लेकिन मुझसे कंट्रोल ही नहीं हुआ और मैं उसकी चूत में ही झड़ गया।
अब हम दोनों बिस्तर पर थक कर लेट गए।

दस मिनट बाद हम दोनों उठे, उसने चाट कर मेरा लण्ड साफ किया और अपनी चूत साफ की, हमने अपने कपड़े पहने और मैं उसे एक चुम्मी करके घर के लिए निकल गया.. क्योंकि उसके बेटे का आने का समय हो गया था।

मंजू आंटी और उनकी सहेली निशी की काम पिपासा ने मुझे इस चूत चुदाई के खेल में कहाँ तक भोग उसकी ये मदमस्त कहानी आपके चूतों और लौडों को बेहद रस देने वाली है।

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नमस्कार दोस्तो.. अगले भाग में मिलते हैं।
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